बुध गोचर जल्द : मिथुन और कन्या राशिवालों के जीवन में आएंगे ये अहम बदलाव

बुध को सभी ग्रहों के बीच राजकुमार की संज्ञा प्राप्त है। यह ग्रह सभी ग्रहों के बीच सबसे तेज गोचर करने वाले ग्रहों में से एक है। अमूमन बुध एक राशि से दूसरी राशि में गोचर 14 से 15 दिनों में कर जाता है। सभी 12 राशियों में बुध का आधिपत्य मिथुन और कन्या राशि पर है और सभी 27 नक्षत्रों में यह अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती का स्वामी है। चूंकि बुध किसी भी जातक की कुंडली में बुद्धि, व्यापार, संचार, गणित, वाणिज्य आदि का कारक माना गया है इसलिए इस ग्रह के गोचर को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। जाहिर है कि आप सबको भी इस बात का पता ही होगा कि वैदिक ज्योतिष यह मानता है कि ग्रहों का गोचर हमारे और आपके जीवन को प्रभावित करने में सक्षम है।

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अब चूंकि जल्द ही ग्रहों के राजकुमार बुध का गोचर होने वाला है। ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा कि बुध के इस गोचर का उसके स्वामित्व वाली राशि मिथुन और कन्या पर क्या असर पड़ने की संभावना है। आज के लेख में हम आपको यही बताने वाले हैं कि’ बुध के गोचर से उसके स्वामित्व वाली राशियाँ किस तरह प्रभावित होंगी लेकिन उससे पहले बुध गोचर से जुड़ी खास जानकारी आपके साथ साझा कर देते हैं।

कब हो रहा है बुध का गोचर?

सावन महीने के पहले ही दिन बुध का गोचर होने वाला है यानी कि 25 जुलाई 2021 को रविवार की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर बुध का गोचर चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि कर्क में हो जाएगा। बुध कर्क राशि में 09 अगस्त 2021 को सोमवार की सुबह 01 बजकर 23 मिनट तक मौजूद रहने वाला है। इसके बाद यह सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में गोचर कर जाएगा।

आइये अब आपको बता देते हैं कि बुध गोचर का मिथुन और कन्या राशि पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।

मिथुन राशि पर बुध गोचर का प्रभाव

बुध मिथुन राशि के प्रथम भाव यानी कि लग्न भाव का स्वामी माना जाता है। हालांकि इस गोचर के दौरान बुध ग्रह मिथुन राशि के द्वितीय भाव में विराजमान होगा। द्वितीय भाव धन व कुटुंब का भाव माना जाता है। मिथुन राशि के द्वितीय भाव का स्वामी चंद्रमा है और चूंकि बुध और चंद्रमा का आपस में बैर है इसलिए इस गोचर के दौरान मिथुन राशि के जातकों को आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि बुध संचार और वाणी कौशल का कारक माना जाता है, ऐसे में इस गोचर के दौरान मिथुन राशि के जातक अपनी वाणी कौशल से धन भी प्राप्त करने में सक्षम रह सकते हैं लेकिन उसे संचय करने में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

पेशेवर जीवन में यह गोचर आपको मदद कर सकता है। इस अवधि में आपका पेशेवर जीवन आगे बढ़ने की संभावना है। अपने कार्य को इस दौरान आप बेहतर ढंग से कर पाने में सक्षम रह सकते हैं। नौकरी पेशा जातकों के लिए इस अवधि में विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। व्यावसायिक जीवन में नए विचारों की मदद से आप कुछ नए फैसले ले सकते हैं जिसका आपको लाभ होने की संभावना है। वैवाहिक जीवन में ससुराल पक्ष से सहयोग मिल सकता है और वहीं पारिवारिक जीवन में पिता के स्वास्थ्य को लेकर मानसिक तनाव रहने की संभावना है।

आइये अब जान लेते हैं कि कन्या राशि के जातकों पर इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।

कन्या राशि पर बुध गोचर का प्रभाव

बुध ग्रह कन्या राशि के प्रथम भाव और दशम भाव का स्वामी माना जाता है। वैदिक ज्योतिष में प्रथम भाव लग्न भाव और दशम भाव कर्म भाव माना जाता है। इस गोचर के दौरान बुध आपके एकादश भाव यानी कि लाभ भाव में गोचर करने वाला है। ऐसे में इस गोचर के दौरान कन्या राशि के जातकों के व्यक्तित्व में चुंबकीय आकर्षण देखने को मिल सकता है जिसकी वजह से आसपास के लोग उनसे काफी प्रभावित हो सकते हैं। आपकी बुद्धिमता और तार्किक सोच इस दौरान अच्छी हो सकती है जो कि आपको कार्यक्षेत्र में मदद करेगा। 

हालांकि इस गोचर के दौरान ऐसी आशंका है कि कुछ जातक अपनी बुद्धिमता का उपयोग धोखाधड़ी जैसे कार्यों के लिए भी कर सकते हैं जो कि उन्हें ही नुकसान पहुंचा सकता है। बुध एकादश भाव में मौजूद रह कर आपके पंचम भाव पर भी दृष्टि डालेगा जिसकी वजह से कन्या राशि के जातकों का इस गोचर के दौरान किसी से लड़ाई झगड़ा होने की भी आशंका है। कन्या राशि के जातक इस अवधि में अपने भौतिक सुख पर भी धन खर्च करते दिख सकते हैं जिसका प्रभाव उनकी आर्थिक स्थिति पर पड़ने की संभावना है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें।

चूंकि एकादश भाव लाभ का भाव होता है ऐसे में कार्यक्षेत्र में आपको अपने सहयोगियों का समर्थन प्राप्त हो सकता है। वहीं इस गोचर के दौरान आप अपने संचार कौशल की मदद से आप समाज में सम्मान भी प्राप्त कर सकते हैं। संभावना है कि इस अवधि में आपके दुश्मन परास्त होंगे। पारिवारिक जीवन में संतान की तरफ से कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। सामाजिक कार्यों में आपकी दिलचस्पी बढ़ सकती है।

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