बुध गोचर जल्द : जानें कब व कहाँ होगा गोचर और क्या हैं इसके उपाय

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का गोचर विशेष माना जाता है। इसका वाजिब कारण भी है। दरअसल हमारा और आपका जीवन पूरी तरह से ग्रहों के स्थान व चाल से प्रभावित होता है। ऐसे में जब कोई ग्रह अपना स्थान परिवर्तित करता है यानी कि गोचर करता है तब इससे हमारा और आपका जीवन बड़े स्तर पर प्रभावित होता है। जाहिर है कि कुछ जातकों के जीवन पर ग्रह के गोचर का नकारात्मक असर होता है तो कुछ के जीवन पर गोचर का सकारात्मक असर।

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अब चूंकि बुध ग्रह अपने स्वराशि मिथुन को छोड़ कर कर्क राशि में गोचर करने जा रहा है। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको बुध के गोचर से जुड़ी हर जानकारी देने वाले हैं।

कब हो रहा है बुध का गोचर?

साल 2021 में 25 जुलाई को रविवार की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर बुध ग्रह अपनी स्वराशि मिथुन को छोड़कर कर्क राशि में गोचर कर जाएगा। बुध ग्रह 09 अगस्त को सोमवार की सुबह 01 बजकर 23 मिनट तक कर्क राशि में ही मौजूद रहेगा। इसके बाद यह सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में गोचर कर जाएगा।

कितना महत्वपूर्ण है बुध का गोचर?

वैदिक ज्योतिष में बुध सबसे तेज गोचर करने वाले ग्रहों में से एक है। बुध लगभग 14 से 15 दिनों के भीतर ही दूसरी राशि में गोचर कर जाता है। सभी 12 राशियों में बुध मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है और 27 नक्षत्रों के बीच यह अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामी माना गया है। कन्या इसकी उच्च राशि मानी जाती है जबकि मीन इसकी नीच राशि है। 

बुध किसी भी जातक की कुंडली में संचार, व्यापार, गणित, हाजिरजवाब, बुद्धि इत्यादि का कारक माना जाता है। बुध यदि किसी जातक को नकारात्मक फल देने की स्थिति में हो तो उस जातक को मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक को कुछ भी समझने में परेशानी महसूस होती है। वाणी दोष की वजह से रिश्ते बिगड़ते हैं और कई तरह की बीमारियाँ जैसे कि बहरापन, चर्म रोग इत्यादि जीवन में जातकों की परेशानियाँ बढ़ाते हैं। व्यापार में हानि होती है और जीवन में दरिद्रता आती है। ऐसे जातकों को बुध शांति के उपाय करने चाहिए।

अब आपको समझ में आ गया होगा कि वैदिक ज्योतिष के लिहाज से बुध कितना महत्वपूर्ण ग्रह है। आइये अब आपको बुध शांति के कुछ उपाय बता देते हैं।

बुध शांति उपाय

  • बुधवार के दिन हरे रंग का वस्त्र धारण करें।
  • बुधवार के दिन व्रत रखें। नमक और अन्न का सेवन न करें। फलाहार पर रहें।
  • बुधवार के दिन भगवान गणेश की आराधना करें।
  • बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
  • गरीब व जरूरतमंदों को हरा मूंग, पालक, कांसे का बर्तन आदि दान में दें।

ये भी पढ़ें : कुंडली में बुध ग्रह से बनने वाले शुभ-अशुभ योग और बुध शांति के उपाय

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