बुध का मिथुन राशि में गोचर, जानिए बुध को प्रसन्न करने के सरल उपाय

साल 2021 में 26 मई को बुध ग्रह मिथुन राशि में गोचर करने वाले हैं। बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, तार्किक, लेखन इत्यादि का कारक ग्रह माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है। बुध ग्रह जहाँ कन्या राशि में उच्च तो वहीं मीन राशि में बुध का गोचर नीच माना जाता है। जाहिर है कि इस वजह से मई महीने के इस गोचर का सभी राशियों पर अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में यह गोचर ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला है। इसलिए आज हम इस लेख में आपको वो तमाम उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आप इस गोचर के दौरान मिलने वाले अशुभ परिणामों को कम या ख़त्म कर सकते हैं।

जीवन की दुविधा दूर करने के लिए विद्वान ज्योतिषियों से करें फोन पर बात और चैट

बुध ग्रह का गोचर मिथुन राशि में 

कब से

तिथि : 26 मई 2021

दिन : बुधवार 

समय : सुबह 7:50 बजे से  

कब तक

तिथि  : 3 जून, 2021 

दिन : बृहस्पतिवार 

समय : 3 बजकर 46 मिनट तक 

बुध ग्रह को शांत करने के सरल व आसान उपाय 

  • बुध को मजबूत करने के लिए आप बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
  • बुधवार के दिन आप हरे रंग का वस्त्र धारण कर के भी बुध देवता को प्रसन्न कर सकते हैं।
  • बुधवार के दिन किसी हरे रंग के वस्त्र में थोड़ा सा मूंग रख कर उसकी एक पोटली बना लें और आसपास मौजूद किसी नदी में इसको प्रवाहित करें। ऐसा करने से भी बुध देवता प्रसन्न होते हैं।
  • बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें। पूजा करने के दौरान उन्हें लड्डू का भोग लगाएं और हरी दूर्वा अर्पित करें। शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
  • आप बुधवार के दिन किसी किन्नड़ को हरे रंग का वस्त्र दान करें। उससे आशीर्वाद लें और कुछ दक्षिणा भी दें। ऐसा करने से बुध देवता अति प्रसन्न होते हैं।
  • बुध देवता दान से भी प्रसन्न होते हैं। ऐसे में आप हरे रंग का वस्त्र, घी, कांसा व खांड आदि का दान कर के भी बुध देवता की कृपा दृष्टि के पात्र बन सकते हैं। 

हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपके लिए काफी मददगार साबित हुआ होगा। ऐसे में आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ साझा कर सकते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.