अप्रैल में महा-संयोग: मीन में देव-गुरु और दैत्य गुरु की अहम युति लाएगी भूचाल?

ज्योतिष में ग्रहों की युति का विशेष महत्व बताया गया है। युति शब्द का सरल शब्दों में अर्थ समझाएं तो जब दो या दो से अधिक ग्रह एक साथ किसी राशि या फिर किसी भाव में होते हैं तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है। ग्रहों की यह युति महत्वपूर्ण क्यों होती है? इस सवाल का जवाब भी बेहद ही सरल है। दरअसल ज्योतिष में सभी नौ ग्रहों की अलग-अलग विशेषता बताई गई है।

ऐसे में जब दो अलग-अलग विशेषताओं वाले ग्रह एक साथ आते हैं तो स्वाभाविक है इनसे मिलने वाले परिणामों में भी विविधता देखने को मिल सकती है। यानी कई बार शुभ ग्रह अशुभ प्रभाव भी दे सकता है और कई बार अशुभ ग्रह भी शुभ ग्रह के साथ युति करने पर जातक को अच्छे परिणाम दे सकता है।

इस बात से इस ब्लॉग को शुरू करने का अर्थ सिर्फ इतना है कि हम आपको यहां पर इस बारे में बताने जा रहे हैं कि, अप्रैल के महीने में मीन राशि में दो प्रमुख ग्रह अर्थात गुरु बृहस्पति और शुक्र ग्रह की युति होने वाली है। ऐसे में इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे ग्रहों की युति का हमारे आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा और साथ ही यह ग्रह जब युति में होते हैं तो स्वाभाविक तौर पर इसका क्या प्रभाव देखने को मिलता है।

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ज्योतिष में बृहस्पति और शुक्र ग्रह 

ज्योतिष में बृहस्पति और शुक्र ग्रह इन दोनों ही ग्रहों को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। साथ ही इन दोनों ग्रह का आपस में एक बेहद ही अनोखा रिश्ता भी है। कैसे? आइये समझते हैं, 

  • जहां एक तरफ बृहस्पति ग्रह को देव गुरु यानी देवताओं का गुरु माना जाता है वहीं दूसरी तरफ शुक्र ग्रह दैत्य गुरु अर्थात दैत्यों का गुरु होता है।
  • इसके अलावा जहां बृहस्पति को पुरुष ग्रह की उपाधि दी गई है वहीं शुक्र एक स्त्री ग्रह है। 
  • समानताएं और असमानताएं यहीं खत्म नहीं होती, जहां एक तरफ बृहस्पति को भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है वहीं शुक्र ग्रह को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। 
  • गुरु और शुक्र यूँ तो अपने आप में शुभ ग्रह माने जाते हैं लेकिन आपस में दोनों ग्रहों की शत्रुता है।
  • इसके अलावा जहां शुक्र ग्रह सांसारिक सुख सुविधा, भोग विलास, का कारक माना गया है वहीं बृहस्पति ग्रह को पारलौकिक और सांसारिक सुख का कारक माना जाता है।

ऐसे में इन दोनों ही ग्रहों की मीन राशि में युति कई मायनों में बेहद ही ख़ास और अनोखी रहने वाली है। यहाँ जानने वाली बात यह भी है कि, मीन गुरु बृहस्पति की राशि मानी जाती है और अपनी स्वराशि में गुरु बृहस्पति 12 वर्षों बाद प्रवेश करने वाले हैं।

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कब होगी गुरु-शुक्र की मीन में युति?

13 अप्रैल, 2022 को 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद देवगुरु बृहस्पति अपनी राशि मीन में प्रवेश कर जायेंगे और इसके बाद साल के अंत तक अपनी स्थितियां (वक्री-मार्गी) समय-समय पर बदलते हुए मीन राशि में ही रहने वाले हैं। 

इसके बाद 27 अप्रैल, 2022 को शुक्र ग्रह भी मीन राशि में प्रवेश करते हुए गुरु बृहस्पति के साथ युति में आ जायेंगे।

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इस युति का मीन राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव?

चूंकि इन दो बड़े और महत्वपूर्ण ग्रहों की युति मीन राशि में होने जा रही है ऐसे में आइये जानते हैं कि, इस राशि के जातकों पर इस युति का क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलेगा? 

  • 12 वर्षों बाद स्वराशि में गुरु बृहस्पति का गोचर मीन जातकों के भाग्य में वृद्धि करने वाला साबित होगा।
  • इसके अलावा मीन जातकों के आत्म विश्वास में भी वृद्धि देखने को मिलेगी।
  • मीन राशि के जातकों के व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में भी शानदार परिणाम प्राप्त होंगे।
  • इसके अलावा शुक्र ग्रह के मीन में गोचर से भी मीन जातकों को अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।
  • मीन जातकों की आर्थिक स्थिति काफी मज़बूत बनेगी जिससे आपको लंबे समय में लाभ प्राप्त होगा।
  • बात करें गुरु बृहस्पति और शुक्र की युति की तो, इसके प्रभाव से मीन जातकों के ज्ञान और तर्क में शानदार इज़ाफा देखने को मिलेगा।
  • इसके अलावा आर्थिक पक्ष के संदर्भ में भी गुरु-शुक्र की युति शानदार परिणाम देती है।

कुल मिलाकर देखा जाये तो मीन राशि में गुरु-शुक्र की युति मीन जातकों के लिए बेहद ही शुभ साबित होगी।

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गुरु-शुक्र युति का देश-दुनिया और राशियों पर प्रभाव 

देश-दुनिया पर प्रभाव 

  •  लोगों के बीच आपसी समझ और प्रेम भाव में वृद्धि देखने को मिलेगी।
  • मांगलिक कार्यों में वृद्धि होगी और विवाह में तेज़ी देखने को मिलेगी।
  • राजनीति में महिलाओं का दबदबा बढ़ेगा।
  • देश-दुनिया में मोटी आपदाएं देखने को मिल सकती है।
  • चूंकि ये दोनों ही ग्रह फैट (वसा) और शुगर के कारक हैं, इसलिए यह युति वजन बढ़ाने और मधुमेह से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं की आशंका को बढ़ा सकती है। विशेषतौर पर मीन राशि के जातकों, या जिन लोगों पर इन ग्रहों की दशा हो, या जिनकी कुंडली में इन ग्रहों की युति हो उन्हें इस समस्या से विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। 

राशियों पर प्रभाव 

  • मेष राशि: विवाह से जुड़ी परेशानी का हल मिलेगा।
  • वृषभ राशि: आर्थिक लाभ मिलेगा।
  • मिथुन राशि: संतान योग प्रबल बनेगा।
  • कर्क राशि: सुख-सम्पत्ति और वाहन सुख मिलेगा।
  • सिंह राशि: पेशेवर जीवन में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
  • कन्या राशि: मांगलिक कार्यों के योग प्रबल बनेंगे।
  • तुला राशि: खर्चे बढ़ने की आशंका है।
  • वृश्चिक राशि: यश और सम्मान बढ़ेगा।
  • धनु राशि: यात्राओं के योग बढ़ेंगे और इनसे लाभ भी मिलेंगे।
  • मकर राशि: आर्थिक लाभ के योग बनेंगे।
  • कुंभ राशि: प्रेम रिश्तों में शुभ परिणाम मिलेंगे।
  • मीन राशि: मांगलिक कार्यों के योग बढ़ेंगे।

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