मासिक शिवरात्रि 2019: जानें प्रमुख तिथियां, महत्व और पूजा विधि !

आगामी 30 जुलाई को इस माह के मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म में शिवरात्रि को शिव और शक्ति के पूजा अर्चना का प्रमुख पर्व माना जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार साल में कुल 12 मासिक शिवरात्रि पड़ती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन शिव जी फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के मध्य रात्रि में एक लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। तब से हर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिव रात्रि और फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाने लगा। आज हम आपको बताने जा रहे हैं मासिक शिवरात्रि के महत्व, पूजा विधि और इस साल की प्रमुख शिवरात्रि की तिथियों के बारे में।

मासिक शिवरात्रि का महत्व

हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। प्रत्येक माह मासिक शिवरात्रि मनाने के पीछे एक कथा प्रचलित है जिसके अनुसार एक बार शिव जी किसी बात पर बेहद क्रोधित हो गए थे। उनका क्रोध देख कर सभी देवता काफी डर गए थे। उनका क्रोध शांत करने के लिए देवताओं ने माँ पार्वती से आग्रह किया वो कुछ भी करके महादेव के क्रोध को शांत करें। माता पार्वती ने शिव जी के क्रोध को शांत करने के लिए उनकी आराधना करनी शुरू की, उनकी इस श्रद्धा भाव से प्रसन्न होकर शिव जी ने उन्हें एक वरदान मांगने को कहा जिसके फलस्वरूप उन्होनें शिव जी को अपना क्रोध शांत करने का निवेदन किया। माना जाता है कि माँ पार्वती के जन कल्याण के लिए किये गए इस कार्य से प्रसन्न होकर शिव जी ने कहा कि जो व्यक्ति आज के दिन मेरी आराधना करेगा उसकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। तब से लेकर आज तक उस तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।

ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी शिव जी की भक्ति अपनी पूरी श्रद्धा भाव के साथ करता है उसकी सभी मनोकामना जरूर पूरी होती है। शिव भक्त हर माह पड़ने वाले मासिक शिवरात्रि के दिन शिव मंदिर जाकर शिव जी की पूजा अर्चना जरूर करते हैं।

मासिक शिवरात्रि के दिन ऐसे करें शिव जी की पूजा

हिन्दू धर्मशास्त्र के अनुसार शिव जी के इस व्रत की शुरुआत करने और उनकी भक्ति में लीन होने का सबसे उत्तम समय मध्य रात्रि को माना जाता है। हालाँकि ऐसी साधना करना सबके बस की बात नहीं होती। इसलिए शिवरात्रि के दिन सबसे पहले सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद शिव जी की पूजा के लिए बैठे। आप चाहे तो शिव जी की पूजा घर पर या फिर किसी शिव मंदिर में जाकर भी कर सकते हैं। सबसे पहले शिव जी का अभिषेक करें, इसके लिए आप दूध या गंगाजल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब शिव जी को बेल पत्र अर्पित करें और उन्हें सफ़ेद फूल चढ़ाएं। धूप दीप दिखाते हुए शिव जी की पूरी श्रद्धा भाव के साथ पूजा अर्चना करें। इसके बाद आप विशेष लाभ के लिए शिव पुराण या शिव चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं। इस दिन व्रतियों को फलाहार का सेवन करना चाहिए।

इस साल पड़ने वाली प्रमुख मासिक शिवरात्रि की तिथियां इस प्रकार है

शुक्रवार, 04 जनवरी: मासिक शिवरात्रि
शनिवार, 02 फरवरी: मासिक शिवरात्रि
सोमवार, 04 मार्च: मासिक शिवरात्रि
बुधवार, 03 अप्रैल: मासिक शिवरात्रि
शुक्रवार, 03 मई: मासिक शिवरात्रि
शनिवार, 01 जून: मासिक शिवरात्रि
सोमवार, 01 जुलाई: मासिक शिवरात्रि
मंगलवार, 30 जुलाई: मासिक शिवरात्रि
बुधवार, 28 अगस्त: मासिक शिवरात्रि
शुक्रवार, 27 सितंबर: मासिक शिवरात्रि
शनिवार, 26 अक्टूबर: मासिक शिवरात्रि
सोमवार, 25 नवंबर: मासिक शिवरात्रि
मंगलवार, 24 दिसंबर: मासिक शिवरात्रि

बता दें कि बीते छह महीने के मासिक शिवरात्रि की तिथि बीत चुकी है। इस महीने एक मासिक शिवरात्रि 1 जुलाई को ही पड़ चुका है और आगामी 30 जुलाई को दूसरा मासिक शिवरात्रि पड़ने वाला है।

 

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.