Masik Durga Ashtami 2021: आज है मासिक दुर्गाष्टमी, जानें महत्व और इस दिन की कथा

मां दुर्गा की प्रसन्नता हासिल करने के लिए प्रत्येक माह की एक निश्चित तिथि के दिन दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) या मासिक दुर्गा अष्टमी (Masik Durga Ashtami) का व्रत किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन भक्त माता की प्रसन्नता हासिल करने के लिए पूजा और व्रत उपवास आदि करते हैं। 

इस दिन का हिंदू धर्म में बेहद ही महत्व माना जाता है और कहा जाता है कि, जो कोई भी भक्त सच्ची श्रद्धा भक्ति के साथ दुर्गा अष्टमी व्रत को करता है और इस दिन की कथा पढ़ता है, सुनता है या दूसरों को सुनाता है उसे शुभ फल प्राप्त होते हैं। 

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मासिक दुर्गा अष्टमी से मिलने वाले फल 

प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की पूजा अर्चना और व्रत उपवास करने से व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य और जीवन में धन, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन की पूजा में विशेष तौर से इस दिन से संबंधित व्रत कथा पढ़नी चाहिए और मां की आरती और भजन करना चाहिए। मई महीने में  आने वाली (Durga Ashtami May 2021) दुर्गाष्टमी 20 मई 2021 गुरुवार के दिन मनाई जाएगी। 

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दुर्गा अष्टमी पूजन विधि (Durga Ashtami Puja Vidhi)

  • मां दुर्गा की प्रसन्नता हासिल करने के लिए मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें। इसके बाद स्वच्छ और साफ कपड़े पहन कर पूजा प्रारंभ करें। 
  • पूजा स्थल सबसे पहले साफ करें और माँ दुर्गा की एक प्रतिमा गंगाजल से शुद्ध करके पूजा प्रारंभ करें। 
  • इस दिन लकड़ी के एक ऊंचे पटरी पर आप माता की कोई तस्वीर या प्रतिमा या मूर्ति स्थापित कर सकते हैं। 
  • इसके बाद पूजा में विशेष तौर पर अक्षत, सिंदूर और लाल रंग के खुशबूदार फूल अवश्य शामिल करें। 
  • इसके साथ ही माता के सामने धूप, दीप और भोग भी चढ़ाएं। 
  • इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें। अंत में मां दुर्गा की आरती उतारें। 

बहुत से लोग दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami Vrat) के दिन व्रत भी करते हैं। ऐसे में इस दिन का व्रत फलाहार किया जाना चाहिए। इसके बाद दुर्गा अष्टमी के दिन शाम के समय भी पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व बताया गया है। कुछ लोग शाम की पूजा के बाद भी पारण कर लेते हैं वहीं कुछ लोग अगले दिन स्नान और पूजा के बाद पारण करते हैं। 

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दुर्गाष्टमी व्रत पूजन महत्व (Durga Ashtami Puja Mahatva)

यूं तो सच्चे मन से की गई कोई भी पूजा विशेष फलदाई होती है लेकिन कहा जाता है कि, यदि कोई इंसान पूरी श्रद्धा भक्ति और ईमानदारी के साथ मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करता है तो उसे शुभ फल बेहद जल्दी और कई गुना प्राप्त होते हैं। दुर्गा अष्टमी की पूजा से व्यक्ति के जीवन में धन, ऐश्वर्य, मनचाहा जीवनसाथी और संतान सुख प्राप्त होता है। 

इसके अलावा जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो या यदि आपके घर में कोई इंसान लगातार खराब स्वास्थ्य से जूझ रहा हो तो भी दुर्गा अष्टमी का व्रत बेहद ही फलदाई बताया जाता है। दुर्गा अष्टमी का व्रत करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा मां दुर्गा का यह व्रत महामारी, सूखा, बाढ़ इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं को दूर करने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। 

इसके अलावा यदि सच्ची श्रद्धा भक्ति के साथ मासिक दुर्गा अष्टमी (Masik Durga Ashtami Vrat) का व्रत किया जाए तो ऐसे व्यक्तियों के जीवन से शत्रु भय दूर होता है और शत्रुओं का नाश होता है। 

मासिक दुर्गा अष्टमी से जुड़ी व्रत कथा (Masik Durga Ashtami Katha)

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है कि, एक बार पृथ्वी पर असुरों का उपद्रव हद से ज्यादा बढ़ गया था। ऐसे में असुर अपने घमंड में चूर होकर स्वर्ग को अपने कब्जे में करने के लिए आगे बढ़े। इस रास्ते में उन्होंने कई देवताओं को आहत किया और धीरे-धीरे असुरों ने स्वर्ग में तबाही मचानी शुरू कर दी। असुरों में सबसे शक्तिशाली असुर महिषासुर था। 

महिषासुर और अन्य असुरों का यह रूप और इतनी तबाही देखकर भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने मिलकर देवी दुर्गा की रचना की। देवी दुर्गा को  शक्ति का स्वरूप माना जाता है। उनकी रचना के बाद इन सभी देवताओं ने देवी को अलग-अलग और विशेष तरह के हथियार भी प्रदान किये। 

बताया जाता है इसके बाद आदिशक्ति रूपा देवी दुर्गा ने असुरों का अंत किया और महिषासुर और उसकी सेना का नरसंहार भी किया और इसके बाद से ही इसी दिन दुर्गा अष्टमी व्रत और पूजा की मान्यता की शुरुआत हुई। 

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2021 में कब कब मनाई जाएगी मासिक दुर्गाष्टमी? (Masik Durga Ashtami 2021)

नीचे हम आपको इस वर्ष आने वाले प्रत्येक माह में मासिक दुर्गा अष्टमी की संपूर्ण तिथि की जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

मासिक दुर्गाष्टमीतिथि और महीना 
फाल्गुन मास, शुक्ल अष्टमी22 मार्च 2021 सोमवार
चैत्र मास, शुक्ल अष्टमी20 अप्रैल 2021 मंगलवार
बैशाख मास, शुक्ल अष्टमी20 मई 2021 गुरुवार
ज्येष्ठ मास, शुक्ल अष्टमी18 जून 2021 शुक्रवार
आषाढ़ मास, शुक्ल अष्टमी17 जुलाई 2021 शनिवार
श्रावण मास, शुक्ल अष्टमी15 अगस्त 2021 रविवार
भाद्रपद मास, शुक्ल अष्टमी14 सितंबर 2021 मंगलवार
आश्विन मास, शुक्ल अष्टमी13 अक्टूबर 2021 बुधवार
कार्तिक मास, शुक्ल अष्टमी11 नवंबर 2021 गुरुवार
मार्गशीर्ष मास, शुक्ल अष्टमी11 दिसंबर 2021 शनिवार

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