साल 2021 नए महीने में प्रवेश कर चुका है। जून का यह महीना अपने शुरुआती सप्ताह में ही नए गोचर का साक्षी बनने जा रहा है। दरअसल 02 जून को मंगल ग्रह कर्क राशि में गोचर करने जा रहा है। ऐसे में इस गोचर का असर सभी बारह राशियों पर पड़ना स्वाभाविक है लेकिन कर्क राशि पर इसका क्या असर होगा यह जानना रोचक रहेगा। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में मंगल ग्रह का कर्क राशि में गोचर होने से कर्क राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसकी जानकारी देने वाले हैं लेकिन उससे पहले एक नजर मंगल के इस गोचर और मंगल के स्वभाव पर।
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वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को एक क्रूर ग्रह के तौर पर देखा जाता है। यह ग्रह किसी भी जातक की कुंडली में ऊर्जा, भाई, भूमि, साहस, पराक्रम आदि का कारक होता है। मंगल ग्रह का सभी बारह राशियों में मेष और वृश्चिक राशि पर आधिपत्य है। वहीं 27 नक्षत्रों में मंगल मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी है।
यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल बली हो तो ऐसे जातक निडर स्वभाव के होते हैं और हर समस्या का सामना खुले तौर पर करते हैं। आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहती है लेकिन यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल कमजोर अवस्था में हो तो ऐसे जातक को जीवन में दुर्घटना का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे जातकों के शत्रु मजबूत होते हैं, इन्हें जमीन और वाहन के सुख से वंचित रहना पड़ता है। इसके अलावा मंगल के बहुत कमजोर होने पर कुष्ठ रोग जैसी गंभीर बीमारी भी जातकों को परेशान करती है।
इससे आपको समझ आ गया होगा कि वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह कितना महत्वपूर्ण ग्रह है। आइये अब आपको जल्दी से मंगल ग्रह के गोचर के बारे में जानकारी दे देते हैं।
मंगल ग्रह का गोचर
मंगल ग्रह का गोचर 02 जून 2021 को बुधवार के दिन सुबह 06 बजकर 39 मिनट पर कर्क राशि में होगा। मंगल देवता की कर्क राशि में यह स्थिति 20 जुलाई, 2021 को मंगलवार के दिन शाम के 05 बजकर 30 मिनट तक रहने वाली है। इसके बाद मंगल का गोचर सिंह राशि में हो जाएगा।
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आइये अब जानते हैं कि मंगल गोचर से कर्क राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मंगल गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव
कर्क राशि के जातकों को मंगल गोचर के दौरान मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपके स्वभाव में भी आक्रामकता देखने को मिल सकती है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप इस अवधि में किसी से बात करते हुए मन को शांत रख कर उसकी बात सुनें और ठंडे दिमाग से उसकी बात को समझने का प्रयास करें। वहीं वैसे जातक जो व्यापार करते हैं उनके लिए यह गोचर शुभ साबित हो सकता है। इस दौरान आप अपने व्यापार में विस्तार देख सकते हैं।
आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो यह गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए औसत रहने की संभावना है। इस दौरान धन तो आपके पास आएगा लेकिन इसके आने की गति इतनी धीमी होगी कि आपको यह व्यर्थ महसूस होगा। वहीं दाम्पत्य जीवन की बात करें तो सप्तम भाव पर मंगल की दृष्टि होने की वजह से आपके आक्रामक स्वभाव में वृद्धि आपके दाम्पत्य जीवन के लिए कष्टदायक सिद्ध हो सकता है। इस दौरान आपका आपके जीवनसाथी से छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा हो सकता है। साथ ही आप दोनों के बीच गलतफहमी बढ़ने की भी आशंका है। वहीं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको इस गोचर की अवधि में सजग रहने की जरूरत है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।
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