मंगल का तुला राशि में गोचर, आपकी राशि पर ये डालेगा प्रभाव !

मंगल ग्रह को हमेशा से ही वैदिक शास्त्रों में ऊर्जा, साहस और पराक्रम का कारक समझा जाता रहा है। यही कारण है कि यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति निर्बल हो तो ऐसे व्यक्ति में सबसे अधिक इच्छाशक्ति और साहस की भरपूर कमी रहती है। इसके अलावा मंगल ग्रह को सभी राशियों में से मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी माना जाता है। अब यही लाल ग्रह मंगल 10 नवंबर, यानि रविवार को कन्या राशि से तुला में स्थान परिवर्तन करेगा। जिसका प्रभाव करीब-करीब हर राशि के जातकों के ऊपर ज़रूर पड़ेगा। तो आइये जानते हैं आपकी राशि पर मंगल के इस गोचर का प्रभाव किस रूप में पड़ने वाला है। 

मेष राशि 

मंगल इस गोचर के दौरान आपकी राशि के सप्तम भाव में प्रवेश करने जा रहा है। जिसके कारण आपके वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, ऐसे में आपको ज़रूरत होगी अपने रिश्ते को सही से चलाते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ने की। इस समय ना चाहते हुए भी आपका जीवन साथी आपसे नाराज़ नजर आएगा। जो जातक बिज़नेस पार्टनरशिप में करते हैं उनके लिए भी यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है। क्योंकि इस भाव से साझेदार का पता चलता है इसलिए आपको जरूरत होगी अपने हर साझेदार से संबंध अच्छे बनाकर चलने की। 

उपाय: भगवान शिव की पूजा करें और उन्हें गेहूं दान करें।

वृषभ राशि

मंगल के इस गोचर के बाद वह आपके छठे भाव में विराजमान हो जाएंगे। यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होने वाला है। हालांकि इस दौरान आपका शत्रु पक्ष आप पर हावी होने के लिए हर प्रयत्न करता नजर आएगा लेकिन आप अपनी मेहनत के दम पर अपने शत्रु पर विजय हासिल कर पाने में सफल होंगे। निजी जीवन के लिए भी समय अच्छा रहने वाला है क्योंकि इस समय आपको अपनी किसी परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। 

उपाय: गरीबों या मंदिर में जाकर अनार का दान करें।

मिथुन राशि

मंगल इस गोचर के दौरान आपके पंचम भाव में विराजमान होगा जिसके कारण आपको अत्यधिक अनुकूल फलों की प्राप्ति नहीं होगी। इसलिए आपको बेहद सावधानी पूर्वक चलने की जरूरत है क्योंकि संतान को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। व्यापारियों को किसी भी तरह का निवेश करने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेने की आवश्यकता भी होगी। 

उपाय: ग़रीबों को या ज़रूरतमंद माँ सम्मान स्त्रियों को लाल मसूर का दान करें।

कर्क राशि

मंगल इस दौरान आपके सुख भाव यानी आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। जिसके चलते आपको अपने जीवन में कई स्थितियों से दो-चार होना पड़ सकता है। अपनी मां का विशेष ध्यान रखें क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो सकती है। इस दौरान आपका धन भी खर्च होगा। साथ ही आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। 

उपाय: भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें गुड़ अर्पित करें।

सिंह राशि

मंगल आपके तीसरे भाव में प्रस्थान करेंगे जिसके चलते आप खुद को इस वक्त काफी फिट महसूस करते दिखाई देंगे।गोचर से आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी। खुद के ऊपर भी आप दिल खोलकर खर्च करेंगे। कार्यक्षेत्र पर सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि संभावना है कि वहां आपका किसी से विवाद हो जाए जिसका असर आपकी छवि को खराब कर सकता है। 

उपाय: रोज़ाना हनुमान चालीसा का पाठ करें।

कन्या राशि

इस गोचर के दौरान मंगल आपकी ही राशि से तुला राशि में प्रस्थान करेगा जिसके चलते यह दूसरे भाव में विराजमान हो जाएगा। इस दौरान आपको अपनी भाषा में मधुरता रखने की जरूरत होगी अन्यथा आपका किसी से विवाद संभव है। कार्यस्थल पर भी सावधान रहें और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नज़रअंदाज़ ना करें अन्यथा आपको आगे चलकर परेशानी हो सकती है। 

उपाय: लाल कपड़ा और लाल फूल दान करें।

रत्न, यंत्र समेत समस्त ज्योतिष समाधान के लिए विजिट करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

तुला राशि

मंगल आपकी ही राशि यानी आपके लग्न भाव में विराजमान होंगे जिसे तनु भाव भी कहा जाता है। इस दौरान आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन दिखाई देगा जिसके चलते आप छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा होते नज़र आएँगे। इस समय वाहन चलाते हुए आपको सावधान होने की जरूरत होगी अन्यथा किसी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। संभव हो तो इस दौरान किसी भी प्रकार का नशा ना करें। 

उपाय: मंगलवार के दिन लाल चंदन का दान करें।

वृश्चिक राशि

इस गोचर के दौरान मंगल आपके द्वादश भाव में विराजमान होंगे जिस दौरान आपके ख़र्चों में अचानक से वृद्धि होगी। आपके विवाहित जीवन में भी परेशानियां आ सकती हैं। आप अपने हाथ खुले रखेंगे जिसके चलते आपके खर्च बढ़ेंगे और आपको आर्थिक संकटों से दो-चार होना पड़ सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि हर प्रकार के फ़िजूल खर्च पर लगाम लगाएँ। 

उपाय: ‘’ॐ भौं भौमाय नम:’’ मंत्र का जाप करें।

धनु राशि

मंगल आपके एकादश भाव में गोचर करेगा जिसे आमदनी का भाव भी कहते हैं। इस गोचर से आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी। कोई विवाद यदि कोर्ट-कचहरी में चल रहा था तो उसमें आपको सफलता मिल सकती है। आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे लेकिन आप उन्हें मात दे पाने में सफल रहेंगे। व्यापारियों को भी अच्छा फायदा मिलेगा। वहीं प्रेम संबंधों में पड़े जातकों का अपने प्रियतम संग किसी बात को लेकर छोटा-मोटा विवाद हो सकता है। 

उपाय: ‘’ॐ अं अंगारकाय नम:’’ मंत्र का जाप करें।

मकर राशि

मंगल आपकी राशि के दशम भाव में विराजमान होंगे। इस कारण ये गोचर आपको हर क्षेत्र में सफलता दिलाएगा और आप खासतौर से अपने करियर के क्षेत्र में नई नई ऊँचाइयों को छू पाने में सफल रहेंगे। हर स्थान पर आपके पद-पोजीशन में वृद्धि होगी जिसके चलते आपको आर्थिक मदद मिलेगी। बॉस व वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से संतुष्ट दिखाई देंगे। ऐसे में कार्य की ज्यादा व्यस्तता के कारण आप अपने परिवार और जीवनसाथी को समय दे पाने में असमर्थ रहेंगे। 

उपाय: मंगलवार के दिन किसी भी गौशाला में गेहूं दान करें।

योग्य जीवनसाथी के लिए करें वैवाहिक कुंडली का मिलान: कुंडली मिलान

कुंभ राशि

मंगल आपकी राशि के नवम भाव यानी भाग्य भाग में विराजमान होंगे जिसके कारण आपको कई क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। एक तरफ जहां बेरोज़गार जातकों को अच्छी जॉब मिल सकती है। वहीं जॉब बदलने की सोच रहे जातकों का किसी अच्छी जगह तबादला होने की भी संभावना है। पर आपको पहले से अधिक मेहनत करनी होगी तभी आपको आर्थिक लाभ मिलेगा। 

उपाय: हर मंगलवार को गाय को गुड़ खिलाएं।

मीन राशि

मंगल आपके अष्टम भाव में विराजमान होंगे जिसके कारण आपके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आने वाले हैं। आपको पहले से अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी तभी इस क्षेत्र में सफलता हासिल कर पाएंगे। सेहत के लिहाज से भी यह गोचर आपके लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि आपको तनाव के साथ-साथ खून से संबंधित विकार परेशान करेंगे। इस समय यात्राएं भी आपकी आर्थिक स्थिति में परेशानियाँ उत्पन्न कर सकती हैं, जिससे आपको मानसिक तनाव होगा। 

उपाय: हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें सिंदूर अर्पित करें।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.