मंगल-शुक्र की युति: किसी व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के गोचर का बहुत प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा ग्रहों की युति का प्रभाव भी हमारी ज़िंदगी में सकारात्मक और नकारात्मक रूप से पड़ता है। मई के महीने में ऐसे ही दो ग्रहों की युति से राशियों के जीवन में अहम बदलाव होंगे।
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2 मई, 2023 की दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर शुक्र मिथुन राशि में गोचर करेंगे। मिथुन राशि में मंगल पहले से ही मौजूद हैं और ऐसे में शुक्र और मंगल की युति से 4 राशियों को अत्यंत शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी।
ज्योतिष में मंगल का महत्व
मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल ग्रह अपने उग्र स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। मंगल की स्थिति के कारण ही जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष का निर्माण होता है। इसके फलस्वरूप जातकों को विवाह में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। मंगल के आशीर्वाद से जातक पराक्रमी, साहसी और निडर बनता है। सप्ताह का दिन मंगलवार मंगल को समर्पित है और मंगल का रत्न मूंगा है।
ज्योतिष में शुक्र का प्रभाव
शुक्र जातकों के जीवन में वैवाहिक और भौतिक सुख का प्रतिनिधित्व करते हैं। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र, राशि परिवर्तन के लिए 23 दिनों का समय लेते हैं। सूर्य और चंद्रमा, शुक्र के शत्रु हैं। इसके अलावा बुध और शनि को शुक्र का मित्र माना जाता है। शुक्र ग्रह को सप्ताह का दिन शुक्रवार समर्पित है और रत्नों में हीरा, इनका प्रतिनिधित्व करता है।
मंगल और शुक्र की युति: इन 3 राशियों का पलटेगी किस्मत!
मेष
मेष राशि के तीसरे भाव में शुक्र और मंगल की युति होने जा रही है। इसके फलस्वरूप जातकों को अपने दोस्तों के साथ आनंदमय समय बिताने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, आप जीवन के हर एक क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने में सफल होंगे। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए यह अवधि उत्तम साबित होगी। कुल मिलाकर आपको जीवन के हर एक क्षेत्र में कामयाबी निश्चित हासिल होगी।
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वृषभ
वृषभ राशि के दूसरे भाव में मंगल और शुक्र की युति होगी। इस अवधि में आपको कई सारे शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। शुक्र-मंगल की युति के प्रभाव से आपको धन की प्राप्ति होगी और आपके जीवन में सुख-समृद्धि आएगी। आपको पेशेवर जीवन में भी लाभ मिलेंगे और कार्यस्थल पर आपको अपने सीनियर्स का भरपूर साथ मिलेगा। इसके अलावा आपका पारिवारिक जीवन भी खुशियों से भरा रहेगा।
कन्या
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र दसवें भाव में गोचर करेंगे और मंगल आपकी कुंडली के आठवें भाव में मौजूद हैं। बिज़नेस करने वाले जातकों के लिए यह अवधि उत्तम साबित होगी। आपको अधिक धन लाभ प्राप्त होने के योग हैं। इसके अलावा नौकरी पेशे वालों के लिए भी यह अवधि सकारात्मक बदलाव लेकर आने वाली है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. 2 आमतौर पर, शुक्र-मंगल की युति वर्ष में केवल एक बार होती है
उत्तर. पृथ्वी शुक्र और मंगल ग्रह के बीच में है।
उत्तर. मंगल के मित्र सूर्य, गुरु हैं। बुध के मित्र सूर्य और शुक्र हैं।
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