मंगल का मकर राशि में गोचर: विश्व समेत सभी राशियों को कैसे करेंगे प्रभावित?

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए लेकर आया है मंगल का मकर राशि में गोचर का यह विशेष ब्लॉग जिसमें आपको मंगल के राशि परिवर्तन से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। ज्योतिष में मंगल ग्रह को योद्धा के रूप में जाना जाता है जो अब 05 फरवरी 2024 को मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं और इनके इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। साथ ही, हम आपको अवगत कराएंगे कि मंगल का मकर राशि में गोचर देश-दुनिया को किस तरह से प्रभावित करेगा। 

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जिन जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मज़बूत होती है, उस व्यक्ति को यह जीवन में सभी तरह की सुख-सुविधाओं के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि प्रदान करते हैं। कुंडली में उपस्थित बलवान मंगल व्यक्ति को जीवन में उच्च सफलता, साहस, अधिकार, शक्ति और राजनीतिक समर्थन आदि क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम देते हैं। 

वहीं, मकर राशि में मंगल उच्च के होते हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह बली होते है, तो वह जातक को आत्मविश्वास और दृढ़ता से भर देते हैं। साथ ही, ऐसे व्यक्ति को नेतृत्व क्षमता का गुण प्रदान करते हैं। यह जातक स्वभाव से बेहद भावुक होते हैं और अगर यह कुछ करने की ठान लेते हैं, तो उसे करके ही रहते हैं। हालांकि, राशि चक्र में मकर दसवीं राशि है जिसके स्वामी ग्रह न्याय के देवता शनि हैं। इस राशि का संबंध सुरक्षा और खुद से आश्वस्त होने से है, लेकिन इसमें गंभीरता भी देखने को मिलती है जो कि शनि ग्रह का गुण है। हालांकि, मंगल और शनि एक-दूसरे के मित्र नहीं हैं, लेकिन मंगल अपनी उच्च राशि में होने की वजह से अपनी क्षमताओं के अनुसार अच्छे परिणाम देने की कोशिश करते हैं।

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मंगल का मकर राशि में गोचर: समय

ज्योतिष में मंगल ग्रह को सेनापति का दर्जा प्राप्त है और अब यह शनिदेव की राशि मकर में 05 फरवरी 2024 की रात 09 बजकर 07 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं। जैसे कि मंगल और शनि को एक-दूसरे के मित्र नहीं माना गया है, लेकिन मंगल ग्रह इस राशि में उच्च के हो जाते हैं। अब बिना देर किये आपको बताते हैं कि मंगल का यह गोचर आपकी राशि, देश और दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा। 

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मंगल का मकर राशि में गोचर: प्रभाव

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल देव मकर राशि में उपस्थित होते हैं, तो वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इस स्थिति को शुभ माना गया है। मंगल एक मजबूत और ताकतवर ग्रह है जो जातकों  को दृढ़ता और अच्छी इच्छाशक्ति का आशीर्वाद देते हैं। जब मंगल मकर राशि में मौजूद होते हैं, उस समय व्यक्ति को निश्चित रूप से धैर्य और लंबे समय तक मिलने वाला लाभ प्रदान करते हैं। मकर राशि में बैठकर मंगल लोगों को नए-नए आइडियाज देने और आत्मनिर्भर बनाने का काम करते हैं। साथ ही, इन लोगों को मंगल देव की कृपा से नाम, प्रसिद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

वैदिक ज्योतिष में मकर राशि को जन्म कुंडली के दसवें भाव पर आधिपत्य प्राप्त है। कुंडली में दसवें भाव करियर, मान-सम्मान व पद आदि का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, जीवन में प्राप्त होने वाली उपलब्धियां और लक्ष्यों को दर्शाता है। इसके अलावा, दसवें भाव कर्म का भाव भी माना गया है इसलिए ज्योतिष शास्त्र में इस भाव को कर्म भाव के नाम से भी जाना जाता है जो कि व्यक्ति द्वारा किये जा रहे कार्यों, कर्मों और जिम्मेदारियों को भी दर्शाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल और मकर दोनों की स्थिति मजबूत होती है, तो इन दोनों की युति से आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। ऐसे में, मंगल और मकर राशि से अच्छे परिणाम पाने के लिए कुंडली में इन दोनों की स्थिति का विश्लेषण अवश्य करना चाहिए।

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मंगल का मकर राशि में गोचर: इन राशियों के होंगे अच्छे दिन शुरू

मेष राशि

मेष राशि के जातकों की कुंडली में मंगल देव को पहले और आठवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है जो अब आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में पहला भाव स्वयं और आठवां भाव अचानक से होने वाले लाभ व हानि का होता है जबकि दसवां भाव नाम, प्रसिद्धि और पहचान आदि का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल का मकर राशि में गोचर होने से मेष राशि के जातकों में अनुशासन, कड़ी मेहनत, योजनाओं के निर्माण और नेतृत्व क्षमता के गुण आदि में वृद्धि देखने को मिलेगी। 

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं इसलिए इस राशि के दसवें भाव में इन्हें दिगबल प्राप्त होता है। ऐसे में, पेशेवर जीवन में आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सफलता मिलेगी। साथ ही, अपनी मेहनत के द्वारा सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे जिसके चलते आप कार्यक्षेत्र में पहचान और प्रसिद्धि पाने में सक्षम होंगे। हालांकि, यह जातक करियर के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना डटकर करेंगे और ऐसे में, आपके जीवन में सफलता और तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा। कुल मिलाकर, यह अवधि करियर में प्रगति की दृष्टि से अच्छा रहेगा।

वृषभ राशि

वृषभ राशि की कुंडली में मंगल महाराज आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि कुंडली में सातवां भाव संतान व व्यापार का होता है जबकि बारहवां भाव खर्चों एवं विदेश का होता है। वहीं, नौवे भाव का संबंध धर्म, लंबी दूरी की यात्राओं, जीवन मूल्यों और भाग्य आदि से है। मंगल गोचर की अवधि में समाज में आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी और पेशेवर जीवन में अच्छी सफलता की प्राप्ति होगी। ऐसे में, इन लोगों का व्यापार बुलंदियां हासिल करता हुआ नज़र आएगा।

करियर की बात करें, तो मंगल का मकर राशि में गोचर आपके लिए लंबी दूरी की यात्राएं लेकर आ सकता है और यह यात्राएं आपको पेशेवर जीवन के साथ-साथ आर्थिक जीवन में भी सफलता प्रदान करेगी। हालांकि, इन जातकों को कुंडली में मंगल की स्थिति के आधार पर कुछ उतार-चढ़ावों का सामना भी करना पड़ सकता है। मंगल का यह गोचर जीवन के लक्ष्यों को पाने के प्रति आपको दृढ़ बनाएगा और आप इस राह में आने वाली समस्याओं को नियंत्रित कर सकेंगे। ऐसे में, आप आसानी से अपने लक्ष पूरे करने में सक्षम होंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों की कुंडली में मंगल ग्रह को आपके चौथे और नौवें भाव पर स्वामित्व प्राप्त हैं जो अब आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली में चौथा भाव घर, सुख-सुविधाओं व खुशियों और नौवां भाव धर्म और लंबी दूरी की यात्रा आदि का होता है जबकि छठा भाव शत्रु, रोग और कर्ज़ को दर्शाता है। ऐसे में, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके छठे भाव में होगा जिसके चलते आपको करियर में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप पेशेवर जीवन में पूरे मन और समर्पण से प्रयास करेंगे, तब इस अवधि में आप सफलता प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, इन लोगों का करियर सही दिशा में आगे बढ़ेगा। सिंह राशि वालों द्वारा की गई मेहनत बेकार नहीं जाएगी और आपको वरिष्ठों से सराहना मिलेगी। मंगल गोचर के दौरान आप कार्यक्षेत्र में शत्रुओं को पराजित करते हुए उन पर जीत हासिल करने में सक्षम होंगे जिसके चलते आप तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। 

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके पहले और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में गोचर कर जाएंगे। कुंडली में पहला भाव स्वयं, चरित्र व व्यक्तित्व और छठा भाव शत्रु, रोग और कर्ज़ आदि का होता है। वहीं, तीसरा भाव छोटी यात्राएं, भाई-बहनों और पड़ोसियों का प्रतीक माना गया है। इसके परिणामस्वरूप, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके करियर में उन्नति लेकर आएगा फिर चाहे आप आप नौकरी करते हों या व्यापारी। पेशेवर जीवन में पूरे दिल से किये गए प्रयास आपको सफलता दिलाने का काम करेंगे। लेकिन, इस दौरान आपको जोश में आकर कोई भी फैसला लेने से बचना होगा, अन्यथा आपको बाद में पछताना पड़ सकता है क्योंकि ऐसा करने से आपके करियर की रफ़्तार थम सकती है। वृश्चिक राशि के जातकों को इस दौरान बार-बार छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं जिसका लाभ आपको करियर में मिलेगा।

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके पांचवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि कुंडली में पांचवां भाव प्रेम, रोमांस व संतान और बारहवां भाव खर्च, विदेश और अस्पताल में भर्ती होने आदि को दर्शाता है जबकि मंगल का मकर राशि में गोचर आपके परिवार, समृद्धि और वाणी के भाव यानी कि दूसरे भाव में होगा। इसके फलस्वरूप, मंगल गोचर का प्रभाव आपके करियर पर दिखाई देगा। हालांकि, यह सकारात्मक रूप से आपके पेशेवर जीवन को प्रभावित करेंगे। आपका करियर सही दिशा में आगे बढ़ेगा और ऐसे में, विदेश या फिर एमएनसी कंपनियों के माध्यम से आप लाभ कमाने में सक्षम होंगे।    

लेकिन, आपको यह समझना होगा कि इस अवधि में आपको सहकर्मियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखने और शांत रहने की सलाह दी जाती है। पेशेवर जीवन में आपको तार्किक दृष्टिकोण के साथ काम लेना होगा जिससे आप किसी भी तरह की गलतफहमी से बच सकें, वरना यह आपकी शांति भंग कर सकता है।

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों की कुंडली में मंगल देव को तीसरे और दसवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि, कुंडली में तीसरे भाव छोटी दूरी की यात्राओं, भाई-बहनों एवं बातचीत आदि का भाव कहा गया है जबकि दसवां भाव नाम और प्रसिद्धि को दर्शाता है। साथ ही, बारहवें भाव का संबंध खर्च, स्वास्थ्य, विदेशों के साथ रिश्ते और अध्यात्म आदि से है। करियर की बात करें, तो इन जातकों को अपने पेशेवर जीवन में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि कार्यक्षेत्र पर सहकर्मियों या वरिष्ठों का रवैया आपके प्रति बदल सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, कुंभ राशि वालों के सीनियर्स आपके साथ सख्ती बरत सकते हैं।’

मंगल का मकर राशि में गोचर के दौरान आपको करियर में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ प्रयास करने होंगे, तब ही आपको सफलता की प्राप्ति होगी। जो जातक नौकरी में बदलाव या ट्रांसफर करने के बारे में सोच रहे हैं, तो अभी इस विचार को कुछ समय के लिए टाल दें क्योंकि ऐसा करने के लिए यह अवधि श्रेष्ठ नहीं कही जाएगी। इसके विपरीत, आपका सारा ध्यान पेशेवर जीवन में आने वाली समस्याओं से पार पाने पर होना चाहिए। 

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मंगल का मकर राशि में गोचर: इन राशियों को रहना होगा सावधान

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली में छठा भाव कर्ज़, रोग व शत्रु को दर्शाता है, तो वहीं, ग्यारहवां भाव लाभ और इच्छाओं का भाव कहलाता है। ऐसे में, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होने से पेशेवर जीवन में चुनौतियां लेकर आ सकता है। साथ ही, आपको निजी जीवन में भी उतार-चढ़ावों से दो-चार होना पड़ सकता है। मंगल गोचर के दौरान इन जातकों को अपने जीवन में अचानक से होने वाले बदलावों का सामना करना पड़ सकता है और इसके लिए आपको मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। यह बदलाव आपको लाभ और हानि दोनों करवा सकते हैं। इन सभी परेशानियों के बाद भी आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर बनी रहेगी। लेकिन, फिर भी आपको अपने करियर को लेकर सावधान रहना होगा क्योंकि यह अवधि आपके लिए कठिन रह सकती है। इन सभी समस्याओं का सामना करने के लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मज़बूत होना होगा।

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए मंगल आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके विवाह और पार्टनरशिप के भाव यानी कि सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि, कुंडली में पांचवां भाव प्रेम, रोमांस व संतान का होता है और दसवां भाव करियर, नाम और लोकप्रियता आदि को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप, मंगल का मकर राशि में गोचर आपके पेशेवर जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है और ऐसे में, आपको सावधानीपूर्वक आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। आशंका है कि ऑफिस में आप सहकर्मियों के साथ विवाद या बहस में पड़ जाएं जिनसे आपको बचना होगा। 

इन जातकों को अपना व्यवहार विनम्र रखना होगा ताकि कार्यक्षेत्र में आपके संबंध सबके साथ मधुर बने रहें। मंगल का यह गोचर करियर को लेकर आपको अनुशासित और महत्वाकांक्षी बनाने का काम कर सकता है। हालांकि, कर्क राशि वाले अपने पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर चुनौतियों से निपटते हुए दिखाई देंगे।

मंगल का मकर राशि में गोचर: सरल एवं अचूक उपाय 

  • हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें। 
  • आप घर में किसी पवित्र स्थान पर मंगल यंत्र की स्थापना करें और उसका पूजन करें। 
  • आप दाहिने हाथ में लाल मूंगा धारण करें। लेकिन, ऐसा तभी करें जब यह आपकी कुंडली के अनुसार आपके लिए उपयुक्त हो। 
  • गरीबों को लाल मूंग की दाल, तांबे के बर्तन, कपड़े आदि दान करें। 
  • छोटे बच्चों को बेसन से बनी मिठाई या लड्डू खिलाएं।

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मंगल का मकर राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव

सरकार और राजनीति

  • मंगल का यह गोचर अपनी उच्च राशि में होने की वजह से सरकार और उनके द्वारा उठाये गए कदमों का समर्थन करेगा। हालांकि , इस दौरान सरकार का रुख थोड़ा आक्रामक रह सकता है। 
  • भारत सरकार के बड़े पदों पर आसीन राजनेता और प्रवक्ता गहन सोच-विचार करने के बाद योजनाओं का निर्माण करेंगे और कोई कदम उठाएंगे।
  • इस अवधि में सरकारी अधिकारी जिस भी काम को करेंगे वह बहुत गहन विश्लेषण करने के बाद ही करेंगे। लेकिन, इस समय आप चालाकी के साथ आगे बढ़ेंगे।
  • मंगल के मकर राशि में प्रवेश के दौरान सरकार भविष्य को लेकर कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं का निर्माण करेगी।
  • सरकार द्वारा बनाई गई नीतियां और योजनाएं जनता को पसंद आएगी।
  • अब सरकार गंभीरता के साथ उन योजनाओं को लागू करेगी जो विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि मेडिसिन, मैकेनिक्स  आदि के माध्यम से देश की आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए सहायक साबित होगी।
  • देश के नेता सोच-विचार करते हुए बुद्धिमानी से कदम आगे बढ़ाएंगे। 

इंजीनियरिंग एवं रिसर्च

  • मंगल का मकर राशि में गोचर इंजीनियरिंग और भारी मशीनरी से जुड़े कामों का समर्थन करेगा जिसमें श्रमिक वर्ग की आवश्यकता होती है। यह अवधि इंजीनियरों और एमएनसी में काम करने वालों के लिए फलदायी रहेगी।
  • यह गोचर रिसर्च और डेवलपमेंट सेक्टर से जुड़े क्षेत्रों के लिए लाभदायी रहेगा क्योंकि इस क्षेत्र में काम करने वाले ज्यादातर लोग दृढ़ होते हैं। रिसर्चर और वैज्ञानिकों के लिए भी मंगल गोचर का समय उत्तम रहेगा। 

मेडिकल एवं अन्य क्षेत्र

  • यह गोचर मेडिकल के क्षेत्र में काम करने वालों के लिए शानदार रहेगा। 
  • चिकित्सा और नर्सिंग सेक्टर में भी प्रगति देखने को मिलेगी और इसका फायदा जनता को प्राप्त होगा।
  • मंगल का मकर राशि में गोचर आईटी के साथ-साथ सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के लिए भी शुभ रहेगा।
  • यह समय योग ट्रेनर और फिजिकल कोच आदि के लिए उत्तम रहेगा।

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मंगल का मकर राशि में गोचर: शेयर बाज़ार भविष्यवाणी

मंगल महाराज अब जल्द ही शनि देव की राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। अब हम आगे बढ़ते हैं और शेयर बाजार भविष्यवाणी के माध्यम से जानते हैं कि मंगल का मकर राशि में गोचर शेयर बाजार को कैसे प्रभावित करेगा। 

  • इस अवधि में केमिकल फ़र्टिलाइज़र, चाय, कॉफ़ी, स्टील और ऊन से जुड़े क्षेत्रों में तेज़ी आने की संभावना है।
  • मंगल के इस गोचर के दौरान फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज वृद्धि करती हुई दिखाई देगी।
  • सर्जरी से संबंधित उपकरणों का निर्माण और उनका व्यापार करने वालों के लिए यह समय अच्छा रहेगा।
  • रिलायंस, परफ्यूम, कॉस्मेटिक, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आदि उद्योगों में महीने के अंत तक मंदी का दौर जारी रहने की आशंका है।

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