अपनी राशि में मंगल इन जातकों के जीवन में मचाएंगे भारी उथल-पुथल: जान लें बचने के उपाय!

मंगल ग्रह को ज्योतिष में बेहद ही महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त है और यह महत्वपूर्ण ग्रह जल्दी ही यानी 27 जून को मेष राशि में गोचर करने जा रहा है। मंगल के इस गोचर से जहां कुछ जातकों के जीवन में भारी उथल-पुथल मचने की आशंका है वहीं कुछ जातकों के जीवन में इस गोचर के परिणाम स्वरूप शुभ संकेत भी मिले नज़र आ रहे हैं। 

कौन सी है वो राशियाँ जिन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता पड़ेगी और किन राशियों के जीवन में इस गोचर से सब कुछ मंगल होने वाला है। यह जानने के लिए पढ़ें हमारा यह विशेष ब्लॉग।

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मंगल गोचर का समय और तिथि

भूमि, सेना, पराक्रम, ऊर्जा, का कारक ग्रह मंगल 27 जून, 2022 सोमवार को 5 बज कर 39 मिनट पर मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर जाएगा। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि क्योंकि मेष  मंगल के आधिपत्य वाली राशि है और साथ ही अग्नि तत्व की राशि है और मंगल स्वयं भी एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है इसीलिए कई मायनों में मेष राशि में मंगल का यह गोचर बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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मेष राशि में मंगल का प्रभाव

अब बात करें मेष राशि में मंगल के प्रभाव की तो ऐसे जातक आम तौर पर बोलने से ज्यादा कर्म करने में विश्वास रखते हैं, इन्हें गुस्सा बहुत जल्दी आता है, और बहुत जल्दी इनका गुस्सा शांत भी हो जाता है। इन्हें अतीत की गलतियों पर पश्चाताप नहीं होता है बल्कि यह भविष्य में उन गलतियों को ना दोहराने में विश्वास रखते हैं। 

ऐसे जातक जल्दी कोई निर्णय नहीं लेते हैं, कोई भी फैसला यह बहुत सोच समझ कर लेते हैं। साथ ही ऐसे जातक अपने मन की बात हमेशा दूसरों से छुपा कर रखते हैं और कभी-कभी इनकी वाणी और उनके शब्द बेहद कटु भी हो जाते हैं जिससे लोगों को चोट पहुंच सकती है।

शुभ-अशुभ मंगल के प्रभाव और उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को सभी ग्रहों में सेनापति का दर्जा दिया गया है। कहा जाता है कि मंगल यदि किसी जातक के जीवन पर मेहरबान हो तो ऐसे लोगों को चौतरफा मंगल ही मंगल परिणाम प्राप्त होते हैं। हालांकि वहीं कमजोर, दुर्बल या अशुभ मंगल से व्यक्ति को जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकार व्यक्ति को मंगल के अशुभ प्रभाव को दूर करने के ज्योतिषीय उपाय करने की सलाह देते हैं। क्या कुछ हैं वो ज्योतिषीय उपाय आइए जान लेते हैं: 

  • मंगलवार के दिन एक तिकोना और नारंगी रंग का ध्वज हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। 
  • मंगलवार का उपवास रखें और इस दिन नमक खाने से परहेज करें। 
  • सुंदरकांड का पाठ करें। 
  • रोज सुबह स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें। 
  • हर मंगलवार को कार्तिकेय जी की उपासना करें।

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मंगल का स्वराशि में गोचर: जानें प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मंगल ग्रह मेष राशि के प्रथम यानी लग्न भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके अष्टम भाव के स्वामी भी होते है। अब मंगल देव इस गोचर के दौरान ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के लिए मंगल ग्रह उनके सातवें तथा बारहवें भाव के स्वामी होते हैं। कुंडली में सातवां भाव जातक की दीर्घकालीन साझेदारियों, व्यापार, आयात-निर्यात अर्थात इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, सामाजिक छवि, विवाह और ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल देव एकादश भाव तथा छठे भाव के स्वामी होते हैं। अब इस गोचर के दौरान ये आपकी राशि से एकादश भाव में ही संचरण करेंगे। कुंडली का छठा भाव विभिन्न प्रकार….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

कर्क राशि 

मंगल ग्रह कर्क राशि के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण ग्रह होता है। क्योंकि यह उन्हें केंद्र और त्रिकोण भाव के स्वामी होने के कारण योग कारक होते हैं अर्थात आपको राजयोग देने में सक्षम हैं। इसके अलावा ये ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल नवम अर्थात भाग्य भाव जो कि एक त्रिकोण भाव भी है तथा केंद्र भाव अर्थात चतुर्थ भाव के स्वामी होने से योगकारक ग्रह हैं। कुंडली के चतुर्थ भाव से हमारे ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

कन्या राशि 

मंगल ग्रह आपकी राशि के लिए तीसरे और आठवें भाव के स्वामी है। वैदिक ज्योतिष में यह दोनों ही भाव थोड़े कष्टदायक माने जाते हैं। क्योंकि जहाँ अष्टम भाव जीवन में होने वाली अनिश्चितता और….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

 तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं। कुंडली का दूसरा भाव धन भाव होने के साथ-साथ हमारे कुटुंब, हमारी वाणी, हमारा खान-पान का भाव भी माना जाता है। इसके अतिरिक्त….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

वृश्चिक राशि 

मंगल ग्रह का कोई भी गोचर आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि ये आपकी राशि के स्वामी हैं और राशि के स्वामी की गोचरीय स्थिति हर जातक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। यह आपके ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

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धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल आपके पाँचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और मंगल का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में ही होगा। कुंडली के पंचम भाव से हम संतान, उच्च शिक्षा, रोमांस, नए अवसर….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

मकर राशि 

आपकी राशि के लिए मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और अब मंगल ग्रह का ये गोचर मेष राशि में होने से आपके चतुर्थ भाव में ही होगा। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के चौथे….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल उनके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब मंगल देव अब आपके तीसरे भाव में ही गोचर करेंगे। कुंडली में तीसरा भाव पराक्रम, इच्छा शक्ति,….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल आपके दूसरे और नवें भाव के स्वामी होते हैं तथा अपने इस गोचरकाल में वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। कुंडली का दूसरा भाव धन भाव ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)

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