भूमिपुत्र मंगल का कन्या में गोचर-इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, हर तरफ से मिलेगा लाभ!

ज्योतिष में ऊर्जा साहस का कारक ग्रह मंगल 18 अगस्त को कन्या राशि में गोचर करने वाला है। मंगल के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर का कुछ प्रभाव पड़ेगा और इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए राशि अनुसार क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं इन सभी बातों की जानकारी आपको हमारे इस खास ब्लॉग के माध्यम से प्रदान की जा रही है।

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मंगल ग्रह की बात करें तो इस ग्रह के नाम का अर्थ ही होता है ‘शुभ’। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को भूमि पुत्र के रूप में जाना जाता है और यह एक बेहद ही उग्र ग्रह माना गया है। इसके अलावा सनातन धर्म में मंगल ग्रह को अलग-अलग देशों में अलग-अलग देवी-देवताओं से संबंधित भी माना जाता है। जैसे दक्षिण भारत में इन्हें भगवान कार्तिकेय के साथ जोड़कर देखा जाता है तो वहीं उत्तर भारत में इनका संबंध भगवान हनुमान से बताया जाता है। इसके अलावा महाराष्ट्र में मंगल को भगवान गणेश से संबंधित ग्रह माना गया है। 

बात करें मंगल ग्रह के गोचर की तो मंगल ग्रह के गोचर से अक्सर व्यक्ति अत्यधिक आलोचनात्मक, आवेगी इत्यादि हो सकता है। हालांकि अगर सकारात्मक प्रभाव की बात करें तो इससे व्यक्ति के अंदर ऊर्जा और प्रेरणा, उत्तम शारीरिक स्वास्थ्य, जोश और रोमांस में वृद्धि, नेतृत्व और समस्या समाधान कौशल में वृद्धि देखने को मिलती है। नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो अक्सर मंगल गोचर से व्यक्ति के अंदर आक्रामकता और आवेश, तनाव, दुर्घटनाएं होने की आशंका, और थकावट की आशंका बढ़ने लगती है।

कुंडली में मंगल ग्रह का शुभ और मजबूत स्थिति में होना बेहद आवश्यक होता है क्योंकि जिन जातकों का मंगल प्रभावी होता है ऐसे जातक अपने जीवन में साहसी होते हैं और उन्हें आगे बढ़ना अच्छा लगता है। साथ ही ऐसे जातकों का शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है। आपकी कुंडली में मंगल की क्या स्थिति है यह जानने के लिए अभी विद्वान ज्योतिषियों से बात करें। इसके अलावा यहां यह भी जानना बेहद आवश्यक है कि जब कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में होता है तो किस तरह के संकेत देता है और उससे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। इस बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यह लेख अंत तक पढ़ें।

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मंगल का कन्या राशि में प्रभाव 

मंगल कन्या राशि में होते हैं तो ऐसे जातक आत्मविश्वासी, उदार स्वभाव के, उत्साहजनक, करिश्माई व्यक्तित्व के, और दृढ़ संकल्प वाले होते हैं। जहां मंगल एक उग्र ग्रह और उत्साह और जोश को दर्शाने वाला ग्रह है वहीं कन्या राशि धैर्य, शांति और पोषण की राशि मानी गई है। ऐसे में इन दोनों का एक साथ होना जातक को मिश्रित परिणाम देता है। 

मंगल के कन्या राशि में गोचर से व्यक्ति को बौद्धिक बल प्राप्त होता है। साथ ही ऐसे व्यक्ति उच्च जोश के साथ अपने जीवन में सभी काम करने के लिए तत्पर नजर आते हैं। कन्या राशि छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने वाली राशि मानी गई है। ऐसे में जब राशि में मंगल का गोचर होता है तो इससे जातक के जीवन में सुरक्षा प्राप्त होती है। ऐसे जातक लोगों के बीच लोकप्रिय होते हैं और उनकी परोपकारिता और उदारता बढ़ती है। 

कन्या राशि में मंगल के गोचर के प्रभाव स्वरूप जातकों के अंदर विनम्रता और धैर्य देखने को मिलता है। ऐसे जातक मधुर भाषी बनते हैं और जल्दबाजी में कार्य करने से बचते हैं। साथ ही ऐसे जातक कर्मठ स्वभाव के होते हैं, अपनी इच्छाओं के बारे में आश्वस्त होते हैं, और कोई भी फैसला बेहद ही सोच समझ कर लेते हैं।

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कमजोर मंगल के संकेत और उपाय 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर या पीड़ित अवस्था में होता है तो ऐसे जातकों को वैवाहिक जीवन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों का विवाह होते होते रुक जाता है, टूट जाता है, या किन्हीं कारणों से अटक जाता है। कुल मिलाकर विवाह में उन्हें देरी का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक अपने शत्रुओं से पराजित होते रहते हैं, जमीन संबंधी विवाद में फंसे रहते हैं, जीवन में तमाम स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ बनी रहती हैं। 

ऐसे में अगर आपके जीवन में भी इस तरह के संकेत देखने को मिल रहे हैं तो मुमकिन है कि आपकी कुंडली में मंगल अशुभ या फिर कमजोर स्थिति में है। तो आइए इससे बचने के उपायों की जानकारी भी जान लेते हैं। 

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कमजोर मंगल के दुष्प्रभाव से बचाएंगे यह उपाय 

  • मंगलवार के दिन नीम के पेड़ पर जल चढ़ाएं। 
  • मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें। 
  • इसके साथ ही मुमकिन हो तो महीने में दो से तीन बार हनुमान जी को सिंदूर का चोला भी अवश्य चढ़ाएँ। 
  • मांसाहार का सेवन बिल्कुल भी ना करें। 
  • मंगलवार के दिन लाल मसूर की दाल, लाल मिठाई, लाल फल का जरूरतमंद लोगों को दान दें। 
  • मुमकिन हो तो मंगलवार का व्रत प्रारंभ कर दें। 

इन सभी उपायों को करने से आपको जल्द ही मंगल से संबंधित शुभ परिणाम प्राप्त होने लगेंगे। अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं मंगल के कन्या राशि में गोचर का सभी राशियों के जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

मंगल का कन्या में गोचर 

मेष राशि 

मेष राशि वालों के लिए मंगल आपके लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके छठे भाव यानी कि शत्रु,….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल आपके बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके पांचवें भाव यानी कि….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके चौथे भाव यानी कि घर, माता,….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल एक योगकारक ग्रह हैं क्योंकि यह आपके केंद्र और त्रिकोण भाव यानी कि पांचवें और दसवें भाव के….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए मंगल नौवें और चौथे भाव के स्वामी हैं और यह आपके लिए एक योगकारक ग्रह हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

कन्या राशि 

कन्या राशि वालों के लिए मंगल आपके तीसरे भाव यानी कि भाई- बहनों के भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं। आठवां भाव अचानक होने….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए मंगल दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके बारहवें भाव यानी कि विदेशी भूमि,….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव यानी कि लाभ….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए मंगल पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके दसवें भाव में होगा। पांचवें और….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

मकर राशि 

मकर राशि वालों के लिए मंगल चौथे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके पिता, गुरु, भाग्य के नौवें भाव….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि के गोचर आपके आठवें भाव यानी कि दीर्घायु,….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का कन्या राशि में गोचर आपके जीवनसाथी, बिज़नेस पार्टनरशिप के….(विस्तार से पढ़ें अपना गोचरफल और उपाय)

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