तो इसलिए सावन में महिलाएँ पहनती हैं हरी चूड़ियां, पढ़ें खास वजह!

जैसा सभी जानते है कि 17 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है। जो पूरे एक माह चलेगा और इस पूरे ही महीने भगवान शिव के भक्त उनकी पूजा अर्चना के द्वारा उन्हें प्रसन्न करने की हर मुमकिन कोशिश करते नज़र आ रहे हैं। मान्यता है कि श्रावण का महीना भोलेनाथ के लिए सबसे प्रिय होता है क्योंकि ये वहीं समय होता है जब धरती पर हर तरफ प्रकृति अपना जादू चलाती है और जहाँ तक नज़रे दौडाओं केवल हरियाली ही नजर आती है। इस दौरान भक्त अलग-अलग तरह से बाबा भोले को प्रसन्न करने व उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा करते दिखाई देते हैं। जहाँ कई लोग कांवड़ लेकर महादेव की कृपा पाते हैं तो वहीं कई भक्त हरे रंग का अत्यधिक प्रयोग कर बाबा का आर्शीवाद पाने की कोशिश करते हैं। 

ऐसे में अवश्य ही आपके मन में भी यह सवाल तो कई बार आया होगा कि आखिर क्यों सावन के महीने में महादेव के भक्त विशेष रूप से हरा रंग पहनकर उनकी पूजा करते हैं या हरे रंग का सावन के महीने से आखिर क्या कनेक्शन जुड़ा है। तो आइये इसी राज से पर्दा उठाते हुए जानते हैं कि आखिर क्यों महिलाएं शिव जी की पूजा करने के लिए हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां विशेष रूप से पहनती हैं। 

क्या है हरे रंग का धार्मिक महत्व?

बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए

ज्योतिष शास्त्र की माने तो हरे रंग को बुध ग्रह का प्रतीक माना जाता रहा है। इस कारण जो भी व्यक्ति हरा रंग पहनता है या धारण करता है तो उसकी कुंडली में बुध ग्रह न केवल मजबूत होता है बल्कि उसे बुध के शुभ फल के परिणामस्वरूप संतान सुख की प्राप्ति भी होती है। इतना ही नहीं माना जाता है कि हरा रंग पहनने से व्यक्ति को बुद्धि और समृद्धि की भी प्राप्ति होती है। 

खुशहाल शादीशुदा जीवन के लिए

शादीशुदा महिलाओं के जीवन में लाल रंग का विशेष महत्व होता है। इसी कारण जिस प्रकार लाल रंग को हर सुहागन के लिए खुशी और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। उसी प्रकार हरे रंग के कपड़ों और चूड़ियों का सावन के माह में विशेष तौर पर इस्तेमाल करने से व्यक्ति को न केवल अपने पारिवारिक जीवन में खुशहाली मिलती है बल्कि उसे अपने सुख और समृद्धि की प्राप्ति भी होती है।    

करियर के लिए भी शुभ होता है हरा रंग

वैदिक शास्त्रों अनुसार बुध ग्रह का बली या मजबूत होना जातक के करियर और व्यवसाय पर सीधा सकारात्मक प्रभाव डालता है। ऐसे में यदि कोई इस रंग को अपने शरीर पर धारण करे तो उसे अपने कार्यक्षेत्र में तो सफलता हासिल होती ही है साथ ही उस व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता में भी वृद्धि देखी जाती है। 

सौभाग्य के लिए

हिन्दू धर्म में भगवान शिव को योगी बताया गया है। इसी कारण कई पौराणिक कथाओं के अनुसार योगी होने की वजह से महादेव को प्रकृति की सुंदरता के बीच हरियाली में ध्यान लगाकर बैठना बेहद पसंद था। ऐसे में माना जाता है कि प्रकृति का रंग- हरा रंग पहनने से महादेव प्रसन्न होते हैं और इसलिए ही विशेष तौर से महिलाएं सावन के महीने में भोले बाबा को खुश करने के लिए हरे रंग की चीजें धारण करती हैं, जिसमें चूड़ियां भी शामिल होती हैं।

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