जानें कैसे मनाया जाता है लाभ पंचमी का त्यौहार और क्या है इसका महत्व

लाभ पंचमी का त्यौहार 1 नवंबर 2019 को यानि आज है। लाभ पंचंमी या सौभाग्य पंचमी के दिन लोग माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं। माना जाता है कि इस दिन श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना करने से जातकों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और व्यवसायियों को  व्यवसाय में लाभ प्राप्त होता है। इस त्यौहार को मुख्य रुप से गुजरात में मनाया जाता है। गुजरात में लाभ पंचमी के दिन ही दीपावली उत्सव का समापन भी होता है और यही वजह है कि गुजरात में लोग इस दिन को बहुत शुभ मानते हैं।

कब मनाया जाता है लाभ पंचमी का त्यौहार 

हिंदू पंचांग के अनुसार लाभ पंचमी का त्योहार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस त्योहार को ज्ञान पंचमी, सौभाग्य पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। साल  2019 में लाभ पंचमी का त्योहार 1 नवंबर को है। पंचमी तिथि 31 अक्टूबर से शुरु हो जाएगी और 3 नवंबर तक चलेगी। लाभ पंचमी के दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 06:42 मिनट से शुरु होकर सुबह 10:21 मिनट तक रहेगा। 

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लाभ पंचमी का महत्व

इस दिन लोगों द्वारा भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लोग प्रार्थना करते हैं कि उनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे। इसके साथ ही व्यवसायियों के लिये भी यह दिन बहुत खास होता है। इस दिन बिजनेस करने वाले लोग नया बहीखाता शुरु करते हैं। इसके साथ ही जैन धर्म को मानने वाले लोग भी इस दिन को खास मानते हैं। जैन समुदाय के लोग इस दिन पुस्तक की पूजा अर्चना करते हैं और कामना करते हैं कि उनके ज्ञान में वृद्धि हो।

कैसे मनाया जाता है लाभ पंचमी का त्यौहार 

  • इस दिन लोग सुख-समृद्धि और ज्ञान वृद्धि की कामना के लिये लक्ष्मी-गणेश पूजन करते हैं। 
  • भगवान की अराधना करने के बाद लोग परिवार के बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं। 
  • व्यवसायी लोग इस दिन लाभ और सौभाग्य की कामना के लिये दान भी देते हैं। 
  • इस दिन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं और उन्हें उपहार और मिठाईयां देते हैं। 
  • ऐसा माना जाता है कि मानव जीवन मिलना ही अपने आप में बहुत बड़ा लाभ है इसलिये इस दिन आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले लोग आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिये योग इत्यादि करते हैं।
  • इस दिन लोग अपने परिवार के साथ मिलकर घूमने या पिकनिक मनाने भी जाते हैं।

भारत के अन्य राज्यों की तरह गुजरात में दीपावली का त्योहार धनतेरस से ही शुरु होता है लेकिन अन्य राज्यों की तरह भाई दूज पर यह त्योहार खत्म नहीं होता, गुजरात में लाभ पंचमी के दिन दीपावली का त्योहार समाप्त होता है। वैसे तो सिर्फ  गुजरात में ही लाभ पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे भारत के अन्य राज्यों के लोग भी इस त्योहार की महत्ता को समझने लगे हैं और इस मनाने लगे हैं। यदि आप व्यवसायी है और अपने व्यवसाय में लाभ प्राप्त करना चाहते हैं इस दिन आपको श्रद्धापूर्वक भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करनी चाहिये। 

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