कब ख़रीद पाएंगे अपना घर? जानें कैसे होता है कुंडली में मकान योग का निर्माण!

रोटी, कपड़ा और मकान। जीवनयापन के लिए यह तीन चीज़ें बेसिक ज़रूरतें मानी जाती हैं। हम अपनी कमाई से रोटी की व्यवस्था कर लेते हैं, कपड़ों की व्यवस्था कर लेते हैं, लेकिन मकान बनाने में सभी की हालत ख़राब हो जाती है क्योंकि भवन निर्माण की लागत बहुत अधिक होती है। ख़ैर आज के समय में होम लोन जैसी सुविधाओं के ज़रिए मकान बनाना या मकान ख़रीदना फिर भी आसान हो गया है। मगर क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष के अनुसार, आपकी कुंडली में कुछ ऐसे योग बनते हैं, जब आप मकान बनाने में सक्षम होते हैं? आज हम आपको बताएंगे कि आपकी कुंडली में गृह योग यानी कि मकान योग कब बनता है, तो आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि अपना मकान बनाने का सपना कब पूरा हो सकता है।

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कुंडली में भवन निर्माण योग

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब कुंडली का चौथा भाव, चौथे भाव के स्वामी, मंगल देव और शनि देव प्रबल और शुभ ग्रहों के प्रभाव में होते हैं, तब भवन निर्माण और भवन ख़रीदने के योग बनते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कुंडली में भवन निर्माण और भवन खरीद योग के बारे में-

  • जब कुंडली के चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि होती है या फिर चौथे भाव में किसी शुभ ग्रह की स्थिति होती है, तब मकान योग बनता है।
  • यदि कुंडली में चौथे और ग्यारहवें भाव के बीच कोई विशेष संबंध बनता है तो एक से अधिक मकान होने की संभावना बनती है। साथ ही ऐसे व्यक्ति प्रॉपर्टी डीलर भी बन सकते हैं।
  • जब कुंडली में चौथे, आठवें और ग्यारहवें भाव के बीच कोई विशेष संबंध होता है तो विरासत या ससुराल पक्ष की ओर से मकान मिलने के योग बनते हैं।
  • जब चौथे भाव के स्वामी का विशेष संबंध बारहवें भाव से होता है तो इस बात की प्रबल संभावना रहती है कि व्यक्ति अपने मूल निवास से दूर या विदेश में घर बना सकता है।
  • जब चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी पर बुध महाराज का अनुकूल प्रभाव होता है तो मार्केट के बीच मकान बनने के योग बनते हैं। ऐसे में व्यक्ति घर में ही कोई बिज़नेस शुरू कर सकता है।
  • जब कुंडली में चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी का संबंध नौवें भाव या नौवें भाव के स्वामी के साथ होता है तो पिता के सहयोग से मकान बनने के योग बनते हैं।
  • कुंडली के चौथे भाव पर शुक्र देव की कृपा होने से व्यक्ति के घर में सुख-सुविधाओं का आगमन होता है।
  • जब किसी जातक की कुंडली में चौथे भाव का स्वामी चौथे भाव में स्थित होता है और इस पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो उत्तम मकान के योग बनते हैं लेकिन शर्त यह है कि वह शुभ ग्रह लग्न भाव के स्वामी का मित्र ग्रह होना चाहिए।
  • कुंडली के चौथे भाव पर जब मंगल देव की उच्च दृष्टि होती है और शनि देव अपनी ही राशि पर दृष्टि डालते हैं तब अच्छी जगह पर मकान बनने के योग बनते हैं। ज्योतिष के अनुसार, अक्सर ऐसे योग तुला लग्न में ज़्यादा बनते हैं।

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  • सरकारी आवास की बात करें तो जब चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी पर सूर्य देव का विशेष प्रभाव होता है और कुंडली में शनि देव दुर्बल अवस्था में होते हैं तब सरकारी आवास मिलने की संभावना अधिक रहती है।
  • जब लग्न भाव के स्वामी चौथे भाव में और चौथे भाव के स्वामी लग्न भाव में विराजमान होते हैं तो चौथे भाव के स्वामी की महादशा, अंतर्दशा या प्रत्यंतर दशा में भव्य मकान जैसे कि कोठी-बंगला आदि मिलने के योग बनते हैं।
  • जब चौथे पर कोई भी ग्रह उच्च का होता है तो उसकी महादशा से व्यक्ति को ख़ुद के मकान का सुख प्राप्त होता है।
  • जब चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी पर शनि देव का विशेष प्रभाव होता है तो किसी एकांत जगह पर मकान बनने के योग बनते हैं अर्थात ऐसी जगह जहां दूर-दूर तक बस्तियां नहीं होती। हालांकि जब चौथे भाव, चौथे भाव के स्वामी और शनि देव पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि पड़ती है तो यह दोष ख़त्म हो जाता है यानी कि इस स्थिति में घर के आसपास अन्य लोगों का निवास शुरू हो जाता है।
  • जब शनि देव चौथे भाव के स्वामी के रूप में चौथे भाव पर दृष्टि डालते हैं और उन पर किसी शुभ ग्रह का प्रभाव नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में घर तो बन जाता है मगर घर में सुख-शांति का आगमन नहीं होता है यानी कि ऐसे घर में जातकों को दुःखों की प्राप्ति हो सकती है।
  • जब चौथे भाव या चौथे भाव के स्वामी पर राहु का विशेष प्रभाव होता है तो ऐसी स्थिति में अचानक से घर बनने के योग बनते हैं। ज्योतिष के अनुसार, ऐसे घरों में अक्सर तोड़-फोड़ लगी रहती है। जो जातक ऐसे किसी मकान में रहते हैं और जीवन में तरक्की करना चाहते हैं तो उनके लिए ज्योतिषीय उपाय यह है कि जातक उस घर की ऊपरी मंज़िल में रहना शुरू कर दे।

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2023 में घर ख़रीदने के योग 

हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ कार्य शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि शुभ मुहूर्त पर किया गया कार्य फलदायी सिद्ध होता है। जब कोई कार्य बिना मुहूर्त देखे ही किया जाता है या यूं कहें कि अशुभ मुहूर्त पर किया जाता है तो उसमें बाधाएं और समस्याएं आने की संभावना ज़्यादा रहती है। यही वजह कि सभी प्रकार के बड़े और महत्वपूर्ण कार्य शुभ मुहूर्त पर ही किए जाते हैं।

यदि आप आने वाले नए साल में ख़ुद का घर ख़रीदने की योजना बना रहे हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं घर ख़रीदने के शुभ योग 2023। इसमें आप जानेंगे कि साल 2023 में किन राशियों के लिए घर ख़रीदने के योग बन रहे हैं यानी कि 2023 में कौन सी राशियां अपना घर ख़रीदने में सक्षम होंगी।

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इसके अलावा, जो लोग अपना घर ख़रीद चुके हैं और नए साल 2023 में गृह प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए एस्ट्रोसेज लेकर आया है गृह प्रवेश मुहूर्त 2023। इसकी मदद से आप साल 2023 में पड़ने वाली गृह प्रवेश मुहूर्त की शुभ तिथियों के बारे में जान सकते हैं और गृह प्रवेश समारोह का आयोजन कर सकते हैं। एस्ट्रोसेज का गृह प्रवेश मुहूर्त 2023 उन लोगों के लिए भी उपयुक्त साबित होगा, जो 2023 में घर ख़रीदने वाले हैं और उसी साल गृह प्रवेश भी करेंगे।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह ब्लॉग भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

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