यदि आपकी कुंडली में शुक्र है कमज़ोर तो करें ये 17 अचूक उपाय!

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, एक मनुष्य के जीवन पर सौरमंडल में मौजूद सभी ग्रहों का प्रभाव होता है। कुंडली में प्रत्येक ग्रह की स्थिति जातक के जीवन को सकारात्मक व नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। जब किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है तो वह रंक से राजा बन सकता है। वहीं दूसरी ओर, जब किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल होती है तो उसे कई विषम परिस्थितियों से गुज़रना पड़ सकता है।

वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को विलासिता और भौतिक सुखों कारक माना जाता है। यदि आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत है तो आपको भौतिक सुखों के साथ-साथ अपार मात्रा में धन और वैभव प्राप्त होगा, आपका वैवाहिक जीवन बेहद सुखद रहेगा। वहीं यदि आपकी कुंडली में शुक्र कमज़ोर अवस्था में विराजमान है तो आपको अपने जीवन में काफ़ी संघर्ष करना पड़ सकता है। साथ ही मधुमेह, आर्थिक समस्या और वैवाहिक जीवन में क्लेश जैसी समस्याओं से भी गुज़रना पड़ सकता है।

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ऐसे में आपके लिए यह जानना बेहद ज़रूरी होगा कि कुंडली में मजबूत और कमज़ोर शुक्र के लक्षण क्या होते हैं और कुंडली में शुक्र ग्रह को कैसे मजबूत किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन अचूक ज्योतिषीय उपायों के बारे में, जिन्हें अपनाकर आप अपनी कुंडली में शुक्र को मजबूत कर सकते हैं, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि कुंडली में मजबूत और कमज़ोर शुक्र के क्या लक्षण होते हैं।

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कुंडली में मजबूत शुक्र के लक्षण

ज्योतिष के अनुसार, शुक्र वृषभ और तुला राशियों का स्वामी होता है। साथ ही इसे धन और संतुष्टि का कारक माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में शुक्र उच्च का होता है, उसे कभी भी शारीरिक और भावनात्मक दुःख का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही ऐसे लोग हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं। कुंडली में मजबूत शुक्र वाले लोग ढेर सारे धन, कार, आभूषण, संपत्ति और महंगे व अच्छे कपड़े आदि से सम्पन्न होते हैं।

इसके अलावा ये लोग जब फ़िल्म जगत में डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, डांसर, सिंगर, म्यूजिशियन आदि के रूप में काम करते हैं तो बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इनकी ज़िंदगी बेहद लग्ज़री होती है अर्थात ये लोग सुंदर घरों में रहते हैं और इन्हें सुंदर पार्टनर भी मिलता है। स्वभाव की बात करें तो ये लोग बहुत खुशमिज़ाज होते हैं। इन्हें लिखना-पढ़ना भी बहुत अच्छा लगता है और इसीलिए इन लोगों के लिए कवि बनना भी काफ़ी आसान होता है। 

पेशेवर रूप से देखा जाए तो ये लोग अपने प्रोफेशन में हमेशा उच्च पदों पर होते हैं, जैसे कि मंत्री। इन्हें शुभ, मांगलिक व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होना भी काफ़ी पसंद होता है। साथ ही इनकी कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छी होती है।

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कुंडली में पीड़ित या कमज़ोर शुक्र के लक्षण

कुंडली में कमज़ोर शुक्र वाले लोगों की बात करें तो ऐसे लोगों को अक्सर स्वास्थ्य और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि कुंडली में कमज़ोर शुक्र के अन्य क्या-क्या लक्षण होते हैं।

  • जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कमज़ोर है, उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि पीलिया, रक्त संबंधी बीमारी, आंखों में समस्या, पेशाब से संबंधित रोग, नपुंसकता, गुप्तांगों में सूजन और कमर दर्द आदि का सामना करना पड़ सकता है।
  • पीड़ित शुक्र के प्रभाव से चेहरे की चमक फीकी पड़ सकती है।
  • ऐसे व्यक्ति को आर्थिक समस्याएं घेर लेती हैं और वह एक सामान्य जीवन नहीं जी पाते हैं।
  • सिंगल लोगों की शादी में दिक्कत आ सकती है। वहीं शादीशुदा लोगों के दांपत्य जीवन में संतुष्टि की कमी हो सकती है।
  • ऐसे लोगों में अक्सर रात को सोने से पहले मीठा खाने की इच्छा जागृत होती है।
  • कुंडली में शुक्र कमज़ोर होने से जातक के चरित्र में बदलाव आता है। इसके अलावा उसके संबंध दोस्तों के साथ ख़राब होते हैं।

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कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के 17 अचूक ज्योतिषीय उपाय

ऊपर दिए गए लक्षणों को पढ़कर, यदि आपको ऐसा महसूस होता है कि आपकी कुंडली में शुक्र की अवस्था प्रतिकूल है तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बताए गए कारगर उपायों की मदद से आप अपनी कुंडली में शुक्र को मजबूत कर सकते हैं। आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि कुंडली में शुक्र को कैसे मजबूत किया जा सकता है। 

  1. किसी कन्या को सफेद रंग की वस्तुएं जैसे कि चंदन, चावल, कपड़े, फूल, चांदी, घी, दही, चीनी आदि दान करें।
  2. गुरुवार की रात में गूलर की जड़ का छोटा सा टुकड़ा अपने घर लाकर, उसे कच्चे दूध और गंगाजल से अच्छी तरह साफ कर लें और फिर कुमकुम और चावल से इसकी पूजा करें। फिर इसे भगवान के मंदिर में रख दें। अगले दिन यानी कि शुक्रवार के दिन सुबह नहाने के बाद 108 बार “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें। मंत्र उच्चारण करने बाद, उस जड़ का एक छोटा सा टुकड़ा चांदी के लॉकेट में भरकर, चांदी की चेन में धारण कर लें। इससे पीड़ित शुक्र के प्रभाव के कारण आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
  3. आप घर के आस-पास या अंदर सफेद फूल वाले पौधे भी लगा सकते हैं।
  4. शुक्रवार के दिन धूप, दीप और नैवेद्य से माता लक्ष्मी की पूजा करें।
  5. अपने शयनकक्ष यानी कि सोने वाले कमरे में चांदी के कटोरे में सफेद चंदन और सफेद पत्थर के कुछ टुकड़े रखें। साथ में आप सुगंधित अगरबत्ती भी जला सकते हैं।
  6. शुक्र के सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाएं।
  7. चांदी से ढके क्रीम रंग के कपड़े पर शुक्र यंत्र बनाएं और इसे हमेशा अपने साथ रखें।
  8. शुक्रवार के दिन माँ दुर्गा और पांच कन्याओं की पूजा करें। इसके बाद कन्याओं को सफेद मिठाई जैसे कि खीर और अन्य मिठाइयां खिलाएं और फिर उन्हें सफेद रंग की वस्तुएं दान करें।
  9. सफ़ेद पत्थर पर चंदन लगाकर इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। 
  10. शुक्रवार के दिन एक चांदी के टुकड़े पर शुक्र यंत्र बनाकर, रेशमी (सिल्क) कपड़े में लपेटकर नीम के पेड़ के नीचे गाड़ दें।
  11. अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में हीरा धारण करें। यदि आप हीरा धारण करने में असमर्थ हैं तो आप अमेरिकन डायमंड या जरकन भी पहन सकते हैं।
  12. ज़रूरतमंदों को रोटी और सूखी सब्जी दान करें। साथ ही अपनी सामर्थ्य के अनुसार धन भी दें। इसके अलावा विधवा औरतों को धन दान करें। 
  13. किसी पूजा स्थल पर दूध, दही, घी, कपूर, सफेद फूल और सफेद मोती आदि का दान करें।
  14. सफेद गाय को हरी घास खिलाएं और  उसकी सेवा करें।
  15. अपने भोजन में से कुछ हिस्सा गाय को खिलाएं।
  16. 40 दिनों में 16,000 बार शुक्र के मूल मंत्र का जाप करें।
  17. शुक्र बीज मंत्र का जाप करें- ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।

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