17 दिसंबर 2022 है अत्यंत शुभ, आयुष्मान-सौभाग्य योग से खुलेगी किस्मत!

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुल 27 योग होते हैं जिनका निर्माण अलग-अलग दिनों पर तिथि, नक्षत्र आदि के आधार पर होता है। कुंडली में बनने वाले योग कई सारी चीजों पर आधारित होते हैं ये बात साफ है कि इन सभी योगों का प्रत्येक राशि पर अलग-अलग तरह से प्रभाव पड़ता है और इस ब्लॉग में हम ऐसे ही दो शुभ योगों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे जो जातकों के लिए लाभकारी साबित होते हैं। साल 2022 के आखिरी महीने दिसंबर में 17 तारीख को दो अत्यंत शुभ योग बनने जा रहे हैं। तो आइए इन दोनों योगों के बारे में जानते हैं।

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आयुष्मान और सौभाग्य योग में पैदा होने वाले लोग

जिन जातकों की कुंडली में आयुष्मान योग और सौभाग्य योग होता है, उन्हें जीवनभर सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा उनका झुकाव संगीत और कविता में अधिक होता है। इन जातकों को कभी आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है और जन्म से ही इनके पास पर्याप्त धन होता है। शारीरिक तौर पर भी ये जातक काफी मजबूत होते हैं और आसानी से अपने शत्रुओं को पराजित करने में सक्षम होते हैं।

इसके अलावा, जिन जातकों की कुंडली में ये योग होते हैं, उन्हें किस्मत का भरपूर साथ मिलता है। दूसरे लोगों द्वारा हमेशा ही उनके कौशल और गुप्त कलाओं की सराहना की जाती है। इसके प्रभाव से जातक आकर्षक बनता है।

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इन दोनों योगों की तिथि और समय

आयुष्मान योग

कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि यानी 17 दिसंबर 2022, शनिवार के दिन आयुष्मान योग बन रहा है।

समय: शाम 7 बजकर 32 मिनट पर

सौभाग्य योग भी उसी दिन बनने जा रहा है जिस दिन आयुष्मान योग बनेगा यानी 17 दिसंबर, 2022 शनिवार के दिन कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को।

समय: अगले दिन सुबह 6 बजकर 46 मिनट तक

आयुष्मान योग से जुड़े ज्योतिषीय तथ्य

जिन जातकों का जन्म आयुष्मान योग में होता है उन लोगों को काफी भाग्यशाली माना जाता है। जैसा कि आयुष्मान योग के नाम से ही हमें पता चल रहा है कि इस योग के लाभकारी प्रभाव से जातकों को लंबी आयु की प्राप्ति होती है। ऐसे लोग लंबे समय तक जीते हैं और सांसारिक सुखों को भोगते हैं। इसके अलावा उन्हें कभी धन की चिंता नहीं होती है।

  • जिन जातकों की कुंडली में आयुष्मान योग होता है, वो आरामदायक जीवन व्यतीत करते हैं।
  • विद्वान ज्योतिषियों के अनुसार, ये जातक जीवन में सिर्फ छोटी-मोटी चुनौतियों का सामना करते हैं। हालांकि, उन्हें अपने जीवनसाथी के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • ऐसे जातक दूसरे लोगों के प्रति अच्छे इरादे रखते हैं।
  • इन जातकों के दुश्मन कई कोशिशों के बाद भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं पाते हैं।
  • इस योग के स्वामी चंद्रमा हैं।
  • इस योग के तहत पैदा होने वाले जातक घूमने के शौकीन होते हैं और आय के स्रोतों की खोज़ में रहते हैं।

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ज्योतिष में सौभाग्य योग के फायदे

  • जातकों के जीवन में सौभाग्य योग समृद्धि और भाग्य को दर्शाता है।
  • इस योग के तहत जन्मे जातक कई प्रतिभाओं के स्वामी होते हैं।
  • जिन जातकों पर सौभाग्य योग का प्रभाव होता है, वो परफ्यूम के शौकीन होते हैं। साथ ही, भाग्यशाली और बातूनी स्वभाव के होते हैं।
  • इस योग की गणना अश्विनी नक्षत्र में चंद्रमा और सूर्य की स्थिति के आधार पर की जाती है।
  • भगवान ब्रह्मा इस योग के स्वामी हैं।

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सौभाग्य योग में विवाह करना होता है सबसे शुभ

हमने आपको सौभाग्य योग के बारे में विस्तारपूर्वक बताया लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि इसे मंगलदायक योग भी कहा जाता है। इस योग में विवाह करना काफी फायदेमंद माना जाता है। जैसे कि हम ऊपर भी चर्चा कर चुके हैं कि सौभाग्य योग काफी मंगलकारी होता है। इसलिए इस योग में किया गया विवाह अत्यंत शुभ माना जाता है।

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