केशव प्रसाद मौर्य का जन्मदिन (07 मई) : स्वास्थ्य और परिवार के प्रति बरतनी होगी सावधानी

राजनीति में थोड़ी सी भी रुचि रखने वाला शायद ही कोई ऐसा शख्स हो जो उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य को ना जानता हो। श्री केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के उन नेताओं में से हैं जिनके राजनीतिक करियर ग्राफ की सुई ने कभी भी नीचे की ओर रुख नहीं किया। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि किसान परिवार में जन्मे श्री केशव ने अपने शुरुआती जीवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही तरह चाय बेचने का काम भी किया है। 

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तब के इलाहाबाद के सिराथू जनपद कौशाम्बी में जन्मे केशव प्रसाद मौर्य ने साल 2012 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की जब वे सिराथू के विधायक बने। इसके बाद साल 2014 में श्री केशव फूलपुर के सांसद बने और साल 2016 में वे उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए। इसके बाद महज एक साल के अंदर ही यानी कि साल 2017 में श्री केशव उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गए। इतने कम समय में ही इतनी तेजी से आगे बढ़ने वाले श्री केशव का राजनीतिक जीवन देखने में भले ही आठ साल का लगता हो लेकिन वे भाजपा के लिए पिछले 18 सालों से काम कर रहे थे। यही वजह है कि अब श्री केशव प्रसाद मौर्य राष्ट्रिय राजनीति का प्रमुख चेहरा बनते जा रहे हैं। 

हाल के वर्षों में उन्होंने गज़ब की लोकप्रियता जरूर हासिल की है लेकिन हाल ही में कोरोना से बिगड़े हालातों की वजह से अब किसी भी नेता के बारे में भी कुछ भी कहना अतिशयोक्ति ही होगी। ऐसे में 07 मई को श्री केशव प्रसाद मौर्य के जन्मदिन के उपलक्ष्य में हम यह ज्योतिषीय गणनाओं के माध्यम से यह जानने की कोशिश करेंगे कि आने वाला समय श्री केशव के लिए अपने अंदर क्या कुछ नया समेटे हुए है।

केशव प्रसाद मौर्य का भविष्यफल

केशव प्रसाद मौर्य के प्रश्न कुंडली के आधार पर अगर हम उनके आगामी वर्ष पर नजर डालते हैं तो हमें उनका राजनीतिक भविष्य बेहद ही उज्ज्वल नजर आता है। श्री मौर्य की प्रश्न कुंडली सिंह लग्न की बनती है और उनका लग्नेश सूर्य भाग्य स्थान पर भरणी नक्षत्र के साथ उच्च राशि का है। आप उनकी यह प्रश्न कुंडली नीचे देख सकते हैं।

श्री मौर्य की प्रश्न कुंडली में चंद्रमा ग्रह का शनि के साथ छठे भाव में युक्त होना उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि श्री मौर्य इस दौरान अपने लग्न सूर्य के अनुसार अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत बनाए रखेंगे तो वे इस स्वास्थ्य संबंधी समस्या से भी निजात पाने में सक्षम होंगे।

श्री मौर्य की प्रश्न कुंडली में शनि देवता का अपनी स्वराशि मकर में मौजूद होना उनके लिए आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला सिद्ध होगा। वहीं शनि ग्रह का अपने घर में मौजूद होने के कारण शनि देवता श्री मौर्य की किसी भी बड़ी बीमारी से रक्षा करेंगे। हालांकि चंद्रमा का छठे भाव में होने की वजह से श्री मौर्य सर्दी, जुकाम व खांसी जैसी स्वास्थ्य समस्या से अवश्य पीड़ित हो सकते हैं लेकिन बिगड़ते स्वास्थ्य से उबरने में प्रश्न कुंडली के अनुसार सिंह लग्न द्वारा प्रदान की जा रही आत्मविश्वास व इच्छाशक्ति श्री मौर्य के लिए किसी संजीवनी बूटी की तरह उनपर असर करेगा।

चूंकि राजनीतिक करियर में शुभ फल देने के लिहाज से सूर्य ग्रह को सर्वोपरि माना गया है और इसके बाद न्याय के देवता शनि का स्थान आता है और श्री मौर्य की प्रश्न कुंडली में ये दोनों ही ग्रह बेहद मजबूत स्थिति में दिखा रहे हैं। ऐसे में राजनीति के लिहाज से देखा जाये तो आने वाला वर्ष श्री मौर्य के लिए बेहतर सिद्ध होने की संभावना है।

श्री मौर्य की प्रश्न कुंडली में सूर्य देवता राजयोग के कारक हैं जिसकी वजह से श्री मौर्य को राजनीतिक क्षेत्र में एक मजबूत स्थान और समाज में उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ती नजर आ सकती है। 

वहीं न्याय के देवता शनि के अपनी स्वराशि के सप्तम भाव व छठे भाव के मालिक होकर अपने ही भाव में युक्त होने से श्री मौर्य समाज सेवा में इस वर्ष खुद को ज्यादा व्यस्त पा सकते हैं जिसकी वजह से उन्हें पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। श्री मौर्य की इस प्रश्न कुंडली में शनि श्रवण नक्षत्र से युक्त हो रहा है जबकि वहीं मंगल ग्रह की शनि ग्रह पर पूर्ण दृष्टि पड़ रही है जो यह दर्शाता है कि ऐसे समय पर व्यक्ति अपने आप को समाज सेवा में संलग्न कर देता है। ऐसे में श्री मौर्य को यह सलाह दी जाती है कि वो अपना बहुमूल्य समय अपने परिवार को भी दें अन्यथा उन्हें इसकी वजह से मानसिक तनाव का सामना क्करना पड़ सकता है।

अंत में एस्ट्रोसेज की पूरी टीम की तरफ से श्री केशव प्रसाद मौर्य को उनके जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं! 

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