सूर्य गोचर के कुछ ही घंटों में बुध भी करेंगे कर्क में गोचर: देश-दुनिया और आपके जीवन पर कैसा रहेगा प्रभाव?

ज्योतिष में ग्रहों की युति को विशेष महत्व दिया जाता है। ग्रहों की युति का अर्थ होता है जब एक ही राशि या एक ही भाव में दो या दो से अधिक ग्रह मौजूद होते हैं तो इसे युति कहा जाता है। ऐसे में जुलाई के महीने में कर्क राशि में सूर्य और बुध का मिलन होने जा रहा है। यह अद्भुत संयोग किन राशियों का भाग्योदय करवाएगा और किन राशियों को इस अवधि में ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता पड़ेगी इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ें हमारा यह विशेष लेख।

सबसे पहले बात समय की करें तो वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राजा और ग्रहों के राजकुमार का दर्जा प्राप्त इन दोनों ही ग्रहों की युति महज़ 1 दिन के अंतराल पर हो रही है। जहां 16 जुलाई को सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे वहीं इसके ठीक अगले दिन यानी 17 जुलाई को बुध भी कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में सूर्य और बुध के मिलन से बुध आदित्य योग/बुधादित्य योग का निर्माण होगा।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

ज्योतिष में जितने भी शुभ योगों का जिक्र किया जाता है उनमें से बुधादित्य योग एक बेहद ही महत्वपूर्ण योग माना गया है। बुधादित्य योग के प्रभाव से इस अवधि में कुछ राशियों पर धन की वर्षा होने की प्रबल संभावना बन रही है, कुछ राशियों को नौकरी में लाभ मिलने के योग बन रहे हैं, व्यापार में तरक्की की उम्मीद है, साथ ही कुछ नौकरी पेशा जातकों को इंक्रीमेंट भी मिल सकता है। कौन-कौन सी है वो राशियां आइए जान लेते हैं।

चंद्र देव की राशि में होने जा रही है यह अद्भुत युति

ज्योतिष के अनुसार कर्क राशि पर चंद्रमा का आधिपत्य होता है। ऐसे में इस राशि में दो महत्वपूर्ण ग्रहों की युति विशेष फल देने वाली मानी जा रही है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य बुध की युति से किन राशियों पर छप्पर फाड़ कर होगी धनवर्षा?

मेष राशि: सूर्य और बुध के कर्क राशि में होने वाले इस मिलन से मेष राशि के जातकों को अपार लाभ मिलेगा। इस दौरान आपको हर एक क्षेत्र में सफलता मिलेगी, आपका पारिवारिक जीवन और वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। साथ ही इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। इस अवधि में आपको गुप्त स्त्रोत से धन प्राप्ति भी हो सकती है।

वृषभ राशि: इसके अलावा कर्क राशि में सूर्य और बुध के मिलन से वृषभ राशि को भी लाभ मिलेगा। इस दौरान आपकी आय के स्त्रोत बढ़ सकते हैं जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी, धन संचित करने में कामयाब रहेंगे, साथ ही इस राशि के जो लोग शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए भी यह समय बेहद ही शानदार रहेगा, कार्यस्थल पर आपके काम की प्रशंसा की जाएगी और उच्च अधिकारियों की नजर में आपकी छवि अच्छी बनेगी। इस राशि के व्यापारी जातक भी अपार मुनाफा कमाएंगे।

कन्या राशि: कर्क राशि में सूर्य बुध की युति से बन रहे बुधादित्य योग का शुभ प्रभाव कन्या राशि के जातकों पर भी देखने को मिलेगा। इस समय अवधि में आपका वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा, आप जो भी कार्य करेंगे उसमें आपको निश्चित तौर पर सफलता प्राप्त होगी। कोई भी नया काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको कदम आगे बढ़ाने की सलाह दी जाती क्योंकि यह समय आपके लिए बेहद ही शुभ रहने वाला है। इसके अलावा इस दौरान आपको आपके उत्तम स्वास्थ्य का साथ मिलेगा, समाज में मान सम्मान और प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।

मकर राशि: कर्क राशि में हो रही सूर्य बुध की यह अद्भुत युति मकर राशि के जातकों का भी भाग्योदय कराएगी। आपके लिए यह समय बेहद ही शानदार रहने वाला है। इस दौरान आपके शत्रु आप से पराजित होंगे और माँ लक्ष्मी स्वयं आप पर धन की वर्षा करेंगी। इस दौरान नौकरी पेशा व्यापारी जातकों को तमाम लाभ और तरक्की मिलेगी और साथ ही आपका पारिवारिक और वैवाहिक जीवन भी सुख में व्यतीत होगा।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

बुध सूर्य युति का व्यापारिक वस्तुओं पर क्या पड़ेगा प्रभाव?

  • इस अवधि में सोने-चांदी की कीमतों में पहले उछाल और फिर गिरावट देखने को मिल सकती है।
  • तेलवाना, गेंहू, जौ, चना, उड़द, मूंग, मौठ, रुई, कपास, बिनोला, ज्वार, गुड़, शक्कर, चावल में पहले गिरावट और फिर उछाल आने की संभावना बन रही है।

बुध सूर्य युति से अधिक सावधान रहें यह 4 राशियां

बुध सूर्य की युति से जहां कुछ राशियों को अपार धन लाभ होने के योग बन रहे हैं वहीं कर्क राशि, वृश्चिक राशि, धनु राशि, और मीन राशि के जातकों को यह युति परेशान कर सकती है। ऐसे में आपको विशेष सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

कुंडली में कमजोर सूर्य-बुध को इन उपायों से बनाएँ मजबूत 

ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर अवस्था में होता है उन्हें पद-प्रतिष्ठा, मान-सम्मान में कमी झेलनी पड़ती है। ऐसे में इसके निवारण और बुध ग्रह को मजबूत बनाने के कुछ उपाय ज्योतिष में बताए गए हैं। जैसे कि, 

  • बुधवार के दिन हरी मूंग, ताज़ी हरी सब्जियाँ, हरी वस्तुओं, हरे वस्त्रों का जरूरतमंदों को दान करें।
  • नियमित रूप से बुध स्त्रोत का पाठ करें। 
  • बुधवार के दिन गणेश मंदिर जाकर विघ्नहरता को 11 मोदक का भोग लगाएँ, उनकी पूजा करें और अंत में भोग को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों में वितरित करें। 
  • घर के मुख्य द्वार पर पंचपल्लव का तोरण लगाएँ।
  • अपने घर या कार्यस्थल पर बुध यंत्र को विधि-विधान से स्थापित करें।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

अब बात करें सूर्य ग्रह के कमजोर होने की तो, कहा जाता है कि जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर हो तो ऐसे व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से घिरे रहते हैं। साथ ही इन्हें नौकरी, व्यापार, राजनीति में सफलता भी नहीं मिलती है। ऐसे में कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होना बेहद ज़रूरी होता है। इसके लिए आप कुछ ज्योतिषीय उपाय अपना सकते हैं। जैसे,

  • रविवार के दिन व्रत रखें। कम से कम 12 रविवार या फिर 30 रविवार उपवास करें। मुमकिन हो तो आप सालभर भी यह उपवास कर सकते हैं।
  • रविवार के दिन स्नान के बाद लाल रंग के वस्त्र धारण करें और सूर्य मंत्र की 3, 5, या 11 माला का जप करें।
  • मुमकिन हो तो रविवार के दिन नमक का सेवन न करें।
  • रविवार के दिन गौ सेवा, मछलियों को आटे की लोई, चींटियों को चीनी खिलाने से भी सूर्य ग्रह को मजबूत किया जा सकता है।  

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.