आयुर्वेद: इस काले पत्थर में छिपा है अर्थराइटिस जैसी बीमारियों का भी इलाज

आजकल भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर इंसान किसी ना किसी बीमारी से जूझ रहा है। अगर किसी को कोई बीमारी नहीं है तो आज की बदलती जीवन शैली में मानसिक तनाव से तो शायद ही कोई बच पाया हो। ऐसे में थकान और मानसिक तनाव को दूर करने का एक बेहद आसान और बेहतरीन तरीका होता है मसाज। भारत में मसाज कोई नया नहीं आया है। हमारे देश में सदियों से मसाज के तरह-तरह रूप को इस्तेमाल में लाया जाता रहा है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मसाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने शायद ही सुना हो। ये तरीका है गर्म स्टोन (पत्थर) से मसाज का।  

जी हाँ सुनने में ये जितना अजूबा लगता है मसाज का ये तरीका उतना ही कारगर भी माना जाता है। गर्म ब्लैक स्टोन (काला पत्थर) की मसाज आज की थकान भरी जीवनशैली में काफ़ी लोकप्रिय हो रही है। इस मसाज की ख़ासियत ये है कि ये अलग-अलग बीमारियों और दुखों में काफी असरदार होती है। ऐसे में तरह-तरह की तकलीफ़ में गर्म ब्लैक स्टोन का जादुई असर हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। वैसे इस ब्लैक स्टोन मसाज को नया तरीका समझने की भूल बिलकुल भी मत कीजियेगा क्योंकि स्टोन मसाज से उपचार का ये तरीका करीब तीन हजार साल पुराना है। इस मसाज में इस्तेमाल किये जाने वाला यह स्टोन बैसाल्ट लावा होता है जिसमें हीट (गर्माहट) को लंबे समय तक बरकरार रखने की क्षमता होती है।

कैसे होती है ब्लैक स्टोन से मसाज?

ब्लैक स्टोन मसाज, मसाज का एक ऐसा तरीका है जिसमें शरीर जितना सह पाए उतना गर्म कर के काले पत्थर से शरीर पर मालिश की जाती है। इसमें इस्तेमाल होने वाला ये पत्थर दरअसल चिकना बैसाल्ट लावा पत्थर होता है।  इस पत्थर की ख़ासियत होती है कि ये अपने अंदर काफी समय के लिए गर्माहट को रख सकता है और पत्थर की इसी खूबी को मालिश में इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के पत्थर से मसाज करने वाले लोग बताते हैं कि इस पत्थर को हाथों से शरीर पर चला-कर या शरीर के अलग-अलग स्थानों पर रखकर अलग-अलग बीमारियों का इलाज किया जाता है। 

बताया जाता है कि ये स्टोन एक तरह से औजार का काम करता है और इसका तापमान शरीर की तनाव वाली मांसपेशियों को आराम दिलाता है। इस पत्थर के स्पर्श से शरीर में पाया जाने वाला टॉक्सिन, त्वचा की सतह पर आ जाता है और त्वचा में नई जान फूंक देता है। जिससे हमें दर्द में आराम मिलता है।  

हालाँकि मसाज के इस कारगर तरीके से आज भी कुछ थेरेपिस्ट बचने की कोशिश करते हैं।  इसका एक प्रमुख कारण है कि जब पत्थर गर्म हो जाता है तब उसे संभालना ज़रा मुश्किल हो जाता है। ब्लैक स्टोन मसाज शुरू करने से पहले थेरेपिस्ट ब्लैक स्टोन को इलेक्ट्रिक रोस्टर में पानी के साथ गर्म करते हैं। मसाज शुरू करने से पहले इंसान के शरीर को भी उचित वार्म-अप करवाया जाता है।  

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ब्लैक स्टोन से इन बीमारियों और दर्द में पाई जाती है राहत :

ब्लैक स्टोन से मसाज विभिन्न उतकों तक खून के प्रवाह को नियमित करता है। इससे स्किन और मांसपेशियों में ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा इस मसाज का एक विकल्प ये भी है कि बहुत ठंडा मार्बल शरीर में जलन और मांसपेशियों में तनाव को काम करने में मददगार होता है। इस मसाज से शरीर की प्रति-रोधी क्षमता का भी विकास होता है। साथ ही गर्म स्टोन से मसाज कई बीमारियों जैसे, अर्थराइटिस, पीठ का दर्द, डिप्रेशन, अनिद्रा (नींद ना आना), चिंता और मानसिक दबाव को दूर करने में भी बड़ी राहत देता है।

सावधानियां भी हैं ज़रूरी:

ये मसाज शरीर को जितना आराम देता है ज़रा सी चूक में वो शरीर को उतना ही नुकसान भी दे सकता है। ऐसे में ब्लैक स्टोन मसाज करने के दौरान कुछ सावधानियां भी बरतने की ज़रूरत है। जैसे कि, मसाज करने के दौरान सबसे ज़्यादा इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि पत्थर कहीं ज़्यादा गर्म ना हो जाए क्योंकि ऐसी स्थिति में वो शरीर को जला भी सकता है। 

अगर आपको डायबिटीज़, दिल से संबंधित कोई बीमारी या फिर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आपको इस मसाज से बिलकुल बचना चाहिए क्योंकि इससे आपका खून और पतला हो सकता है।  ऐसी स्थिति में आराम देने के बजाय इस मसाज से आपको नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। 

अगर आप किसी पार्लर ,में इस मसाज को कराने जाते हैं तो यहाँ आपको सबसे पहले ये सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि मसाज के लिए इस्तेमाल में लिया जा रहा पत्थर पूरी तरह से संक्रमण मुक्त है या नहीं। ऐसी जगहों पर ध्यान ना देने से संक्रमण होने का ख़तरा काफी बढ़ जाता है।

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