होली पर विशेष योग का निर्माण, इन पांच राशियों पर पड़ेगा प्रभाव

होलिका दहन पंचांग के अनुसार 28 मार्च को किया जाएगा। इस दिन फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। फाल्गुन मास का समापन पूर्णिमा की तिथि को हो रहा है। होलिका दहन के अगले दिन 29 मार्च 2021 को रंगों से होली खेली जाएगी। इस वर्ष होली पर कुछ विशेष योग का निर्माण भी हो रहा है। होली पर इस वर्ष बनने वाले विशेष योगों के बारे में आइए जानते हैं। 

वृषभ राशि में ‘अंगारक योग’ बन रहा है

होली पर इस वृष वृषभ राशि में अंगाकर योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल और राहु की युति से इस योग का निर्माण होता है। वर्तमान समय में राहु और मंगल की युति वृषभ राशि में बनी हुई है। अंगारक योग को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ योग माना गया है।

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मकर राशि में शनि और गुरू की युति

मकर राशि में शनि और गुरू की युति बनी हुई है। मकर राशि में गुरू नीच राज योग भंग का निर्माण कर रहे हैं। शनि के साथ गुरू का सम संबंध है। मकर राशि में गुरू का प्रवेश 20 नवंबर 2020 को करीब 1 बजकर 30 मिनट पर आए थे। 6 अप्रैल 2021 को गुरू मकर राशि में अपनी यात्रा को पूर्ण कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।  मकर राशि में गुरू नीच के माने जाते हैं। शनि को मकर राशि का स्वामी माना गया है।

मकर राशि पर है शनि की साढ़ेसाती

मकर राशि पर वर्तमान समय में शनि की साढ़ेसाती चल रही है। मकर राशि के साथ साथ धनु और कुंभ राशि पर भी साढ़ेसाती बनी हुई है। इसके साथ ही मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसलिए होली पर इन 5 राशियों के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

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वृषभ राशि वाले होली पर विशेष सावधानी बरतें

होली पर वृषभ यानि वृष राशि वाले विशेष सतर्कता और सावधानी बरतें।  होली पर वृष राशि में अंगारक योग बना हुआ है। अंगारक योग में अग्नि और वाहन का प्रयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसके साथ ही क्रोध और विवाद की स्थिति से भी बचने की जरूरत है। वृषभ राशि वाले होली संयम और धैर्य बनाकर रखें।

अंगारक योग से बचने के उपाय

  • भगवान शिव के पुत्र कर्तिकेय की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।
  • मंगलवार का व्रत रखें।
  • “ऊं अं अंगारकाय नम:” मंत्र का जाप करें।
  • लाल वस्त्र और वस्तुओं का दान करेंं।
  • सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • होली के दिन घर के बड़ों का आर्शीवाद प्राप्त करें।
  • बड़े भाई की सेवा करें और उपहार प्रदान करें।
  • घर में मोर का पंख रखें।

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