सनातन धर्म में शंख का बड़ा महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन में हुई थी और इसकी गिनती समुद्र मंथन से उत्पन्न हुए 14 रत्नों में की जाती है। सनातन धर्म में लगभग हर शुभ व मांगलिक कार्य में शंख बजाने का प्रावधान है। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में ये बताने वाले हैं कि शंख को घर में रखने के क्या फायदे होते हैं और किस तरह शंख आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक साबित हो सकता है।
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शंख को घर में रखने के पांच फायदे
आर्थिक स्थिति में आता है सुधार
पौराणिक कथाओं के अनुसार चूंकि शंख और माता लक्ष्मी दोनों की ही उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी इसलिए शंख रिश्ते में माता लक्ष्मी के भाई जैसे हैं। इसके अलावा शंख को माता लक्ष्मी और भगवान श्री हरि विष्णु दोनों ही धारण करते हैं। ऐसे में यह मान्यता है कि जिस घर में शंख रखा जाता है वहां माता लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और भाग्य प्रबल होता है।
स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद
शंख बजाना एक तरह से फेफड़ों की कसरत करने जैसा है। मान्यता है कि शंख को बजाने से सांस से जुड़ी बीमारियाँ दूर हो जाती है। इसके अलावा वे जातक जो प्रतिदिन शंख बजाते हैं उन्हें हृदय संबंधी बीमारी नहीं होती है। हालांकि वे जातक जिनको पहले से ही हृदय संबंधी बीमारी है उन्हें चिकित्सीय परामर्श के बाद ही शंख बजाने की सलाह दी जाती है। यही नहीं, शंख में रखे पानी को पीने से हड्डी मजबूत होती है और दांतों के लिए भी इसका पानी बड़ा लाभदायक माना गया है।
सकारात्मक ऊर्जा का होता है संचार
शंख से ‘ओंकार’ की ध्वनि निकलती है। ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार शंख को बजाना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि शंख की ध्वनि जहां तक जाती है वहां तक के वातावरण में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। घर में शंख का जल छिड़कने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। वैसे घर जहां अक्सर कलह होता रहता है, वहां ये उपाय अवश्य अपनाना चाहिए।
वास्तु दोष को करता है दूर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक शंख वास्तु दोष दूर करने में भी काफी सहायक है। जिस भी घर में वास्तु दोष यदि उस घर के ईशान कोण में प्रतिदिन शंखनाद किया जाये तो उस घर का वास्तु दोष दूर हो जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
शंख जल से मिलता है पुण्य फल
सनातन धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र माना गया है। शंख में हमेशा पानी भर का रखा जाना चाहिए। मान्यता है कि’ शंख के जल से यदि भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शंकर आदि देवताओं का अभिषेक किया जाये तो पुण्य फल प्राप्त होते हैं। शंख को सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य और धन का प्रतीक भी माना जाता है। आपको बता दें कि घर में हमेशा दो शंख रखने चाहिए। एक जिससे आप भगवान का अभिषेक करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और दूसरा शंख वो जिसे बजाया जाता है। जिस शंख से भगवान का अभिषेक करें, उसे कभी बजाना नहीं चाहिए अन्यथा नकारात्मक फल मिलता है।
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