गुरु का मेष राशि में उदय: मेष सहित इन 5 राशियों का साथ देगा भाग्य!

गुरु का मेष राशि में उदय: बृहस्पति ग्रह सौरमंडल में सबसे विशाल ग्रह है। वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को बहुत अधिक महत्व दिया गया है और इन्हें नवग्रहों में ‘गुरु’ की उपाधि दी गई है। बृहस्पति को सभी ग्रहों में सबसे अधिक लाभकारी ग्रह माना जाता है। यदि कुंडली में बृहस्पति शुभ स्थान पर हैं, तो यह जातक को अपार समृद्धि, ज्ञान व सफलता प्रदान करते हैं और ऐसे व्यक्ति पर बृहस्पति देव की सदैव कृपा बनी रहती है। बता दें कि देव गुरु बृहस्पति 27 अप्रैल 2023 को 2 बजकर 7 मिनट पर मेष राशि में उदित होंगे। ऐसे में सभी 12 राशि जातकों के जीवन में कई बदलाव देखने को मिलेंगे लेकिन 5 राशियों के लिए गुरु का उदय होना अत्यंत शुभ साबित होगा। अब चलिए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि गुरु के मेष राशि में उदित होने के दौरान किन राशियों को अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।

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गुरु का मेष राशि में उदय: इन 5 राशियों को मिलेगी समस्याओं से मुक्ति

मेष राशि

बृहस्पति आपकी राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पहले भाव में उदित होंगे। इस दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक रहेगा। कार्यक्षेत्र पर आपके सहकर्मी व वरिष्ठ अधिकारी आपका पूरा सहयोग करेंगे जिसके चलते आपको पदोन्नति मिल सकती है। इस दौरान आप नए प्रोजेक्ट पर भी काम करेंगे। काम के सिलसिले से आपको लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है। बृहस्पति की स्थिति के आधार पर कुछ लोगों के लिए नौकरी में बदलाव या स्थानांतरण होने के भी संकेत मिल रहे हैं।

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मिथुन राशि

देव गुरु बृहस्पति मिथुन राशि के दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके ग्यारहवें भाव में उदित होंगे। इस दौरान आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे, पदोन्नति के योग बनेंगे या कोई अन्य लाभ भी मिल सकता है। साथ ही, कुछ जातकों को विदेश यात्रा करने या विदेश में बसने का अवसर मिल सकता है। इस अवधि में आपका करियर अच्छी गति से आगे बढ़ेगा और आप अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त करने में सक्षम होंगे। आप अपने कार्यस्थल पर मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे और अपने नेटवर्क सर्कल में ही मजबूत कनेक्शन बनाने में सक्षम होंगे। यदि आपका ख़ुद का व्यवसाय है तो आप दूसरों की तुलना में कम समय में अधिक धन लाभ अर्जित करने में सफल होंगे।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए देव गुरु बृहस्पति छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दसवें भाव में उदित होंगे। यह अवधि प्राइवेट व सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के लिए शानदार रहेगी। आप अपने मूल्य और सिद्धांतों के प्रति काफी अडिग रहेंगे। नौवें भाव के स्वामी के रूप में बृहस्पति आपके दसवें भाव में उदित हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और पदोन्नति के योग बनेंगे। साथ ही नौकरी में बेहतर अवसर प्राप्त होंगे और आपकी मेहनत के लिए लोग आपकी सराहना करेंगे जिससे आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी।

कुंडली में बृहस्पति की स्थिति के आधार पर कुछ जातकों को काम के अधिक दबाव के कारण असंतुष्टि महसूस हो सकती है जिसके चलते नौकरी में बदलाव या जबरदस्ती तबादला होने की भी आशंका है, विशेषकर जो लोग सरकारी क्षेत्र से जुड़े हैं। यदि आपका खुद का व्यापार है तो इस दौरान आपको औसत लाभ मिलने की संभावना है।

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सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए देव गुरु बृहस्पति पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके नौवें भाव में उदित होंगे। करियर के लिहाज़ से यह अवधि आपके लिए सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के परिणाम लेकर आएगा। कार्यस्थल पर पदोन्नति के योग बनेंगे। काम के सिलसिले से यात्रा करनी पड़ सकती है, जो आपके लिए फलदायी साबित होगी और अपने वरिष्ठों से आपको सराहना मिलेगी। इसके अलावा इस दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक रहेगा। आप बेहतर अवसरों के लिए नौकरी में बदलाव करने का विचार बना सकते हैं।

अगर आप बिज़नेस करते हैं तो, आपको इस वक्त में धन लाभ और हानि दोनों का अनुभव हो सकता है। संभव है कि व्यापार में कम लाभ मिलने की वजह से संतुष्टि न हो और साथ ही प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी टक्कर मिले। बिज़नेस में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। साथ ही, रचनात्मक और आधुनिक तरीकों को अपनाने की जरूरत पड़ सकती है।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए देव गुरु बृहस्पति पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पांचवें भाव में उदित होंगे। इस वक्त में आप खुद को बेहतर बनाने में सक्षम होंगे और आपको अपने बच्चों का सहयोग प्राप्त होगा। आपको नौकरी में पदोन्नति मिलने के प्रबल योग बनेंगे और आपके काम को प्रशंसा मिलेगी जिससे आपको संतुष्टि महसूस होगी। इसके अलावा नौकरी के नए अवसरों की प्राप्ति भी हो सकती है। व्यापार कर रहे लोगों को अच्छा लाभ कमाने का मौका मिल सकता है। अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए नए आइडिया और नए स्किल्स को अपनाने की आवश्यकता होगी। आप बड़ी आसानी से अपने प्रतिद्वंदियों को टक्कर देने में और उनसे आगे निकलने में सफल होंगे। इसके अलावा बिज़नेस में कई नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं।

गुरु का मेष राशि में उदय : प्रभावशाली उपाय

  • प्रतिदिन बृहस्पति के बीज मंत्र का 108 बार जप करें। मंत्र- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
  • भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीली मिठाई का भोग लगाएं।
  • अधिक से अधिक पीले रंग के वस्त्र पहनें और अपनी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति के आधार पर पीला नीलम धारण करें।
  • गुरुवार का व्रत रखें।
  • बृहस्पति यंत्र की स्थापना करें और विधि-विधान से पूजा करें।

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