गुरु का वृषभ राशि में गोचर: जानें विश्व समेत सभी राशियों पर प्रभाव!

एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग “बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर” को हम विशेष रूप से अपने पाठकों के लिए लेकर आये हैं जिसके माध्यम से आपको गुरु गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय और प्रभाव आदि। वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को गुरु के नाम से जाना जाता है और इनकी चाल, स्थिति और दशा में बदलाव लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखती है। ऐसे में, अब यह जल्दी ही वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं जिसका असर सभी राशियों, देश-दुनिया के साथ-साथ शेयर बाजार पर भी पड़ेगा। गुरु ग्रह का यह गोचर 01 मई 2024 को होने जा रहा है और इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि यह परिवर्तन दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा। 

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बृहस्पति ग्रह को सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। ज्योतिष की दुनिया में भी इनकी गणना प्रमुख ग्रहों में होती है। सभी नौ ग्रहों में गुरु ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और इन्हें देव गुरु बृहस्पति भी कहा जाता है। यह सबसे शुभ एवं लाभकारी ग्रह माने गए हैं। 

अक्सर, ऐसा कहा जाता है कि अगर व्यक्ति की कुंडली में ज्यादातर ग्रहों की स्थिति अच्छी न हो, लेकिन बृहस्पति महाराज किसी राशि में अच्छी स्थिति में हो, तो वह इंसान जीवन में आसानी से आगे बढ़ना में सक्षम होता है। साथ ही, यदि गुरु ग्रह की शुभ दृष्टि किसी भाव या किसी ग्रह पर पड़ रही होती है, तो यह उस भाव या ग्रह के अशुभ प्रभावों को समाप्त कर देती है। हालांकि, गुरु ग्रह हर 13 महीने में अपनी राशि में बदलाव करते हैं इसलिए इनके गोचर को ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह एक साल से अधिक समय तक एक राशि में रहते हैं और एक शुभ एवं लाभकारी ग्रह होने के नाते मनुष्य जीवन को अत्यधिक प्रभावित करते हैं।         

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गुरु का वृषभ राशि में गोचर: समय 

बता दें कि बृहस्पति देव का वृषभ राशि में गोचर 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर होने जा रहा है और इस गोचर के दो दिन बाद यानी कि 03 मई 2024 की रात 10 बजकर 08 मिनट पर गुरु ग्रह अस्त हो जाएंगे। सामान्य शब्दों में, गुरु के अस्त होने को “बृहस्पति तारा डूबना” के नाम से जाना जाता है और इसके एक महीने के बाद, 03 जून 2024 की देर रात 03 बजकर 21 मिनट पर यह उदित हो जाएंगे। जब बृहस्पति अपनी अस्त अवस्था में होते हैं, उस समय विवाह जैसे शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं और इनके उदित होने पर मांगलिक कार्यों का पुनः शुभारंभ होता है।    

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गुरु का वृषभ राशि में प्रभाव

बृहस्पति देव जब वृषभ राशि में विराजमान होते हैं, तो वह व्यक्ति को धन कमाने और ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे में, व्यक्ति बिना किसी तनाव में आए अच्छे से काम करने में भी सक्षम होता हैं और इन्हें ज्यादा डाटा रखने की भी जरूरत नहीं होती है। वृषभ राशि में स्थित गुरु ग्रह आपको दृढ़ और ईमानदार बनाए रखते हुए सफलता की राह में आपका मार्गदर्शन करते हैं। साथ ही, यह व्यक्ति को अपना शहर छोड़कर कहीं दूसरी जगह जाने का भी अवसर देते हैं। धन-समृद्धि कमाने और अपने परिवार के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए यह आपको अपना कंफर्ट जोन छोड़कर बाहर जाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह आपको हर प्रोजेक्ट एक विशिष्ट उद्देश्य के साथ देते हैं।

यह जातकों की वाणी को प्रभावशाली बनाते हैं जिसके चलते वह एक मज़बूत सामाजिक दायरे का निर्माण करने में सक्षम होते हैं। यह आपको आर्थिक जीवन में लाभ प्रदान करते हैं और इन लोगों की कुकिंग स्किल्स शानदार होती है। इसके अलावा, बृहस्पति देव की इस स्थिति की वजह से इंटीरियर  डिजाइनिंग में इनकी नज़र बेहद उत्तम होती है और यह काफ़ी रचनात्मक होते हैं। बता दें कि गुरु ग्रह का संबंध उच्च पारिवारिक मूल्यों से भी होता है। 

बृहस्पति की यह स्थिति पेशेवर जीवन में उन्नति देती है और रिश्तों में आपको परिपक्व बनाने का काम करती है। वहीं, मनुष्य को जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। वृषभ राशि में अपनी स्थिति के अनुसार, यह जातको को प्रत्येक क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने का सामर्थ्य देते हैं और फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट में व्यक्ति के उच्च पद पाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस राशि में बैठे गुरु महाराज समाज के कल्याण के लिए फ़ूड और फाइनेंसियल मैनेजमेंट के क्षेत्र में परिवर्तन लेकर आते हैं।

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गुरु का वृषभ राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव 

आध्यात्मिक एवं धार्मिक कार्य

  • भारत में धार्मिक कार्यों से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होगी क्योंकि गुरु का वृषभ राशि में गोचर लोगों को अध्यात्म और शांति के पथ पर लेकर जाएगा।
  • गुरु गोचर के दौरान धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन और ज्योतिष जैसे गूढ़ विज्ञान के कोर्स में दाखिला लेकर खुद को जानने-समझने और तलाशने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
  • तेल, घी, एरोमेटिक ऑयल आदि की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है और  ऐसे में,  लोगों को कुछ राहत मिलने की संभावना है।
  • अध्यात्म और धार्मिक कार्यों में इस्तेमाल होने वाले एरोमेटिक प्रोडक्ट्स जैसे कि परफ्यूम या इत्र, आदि और फूल से बनने वाले ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के निर्यात की मांग में उछाल आ सकता है।

सरकार और न्यायपालिका 

  • देश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मंत्री और सरकार में उच्च पदों पर आसीन अधिकारी कुछ नई नीतियां या नए नियम का निर्माण करते हुए दिखाई देंगे।
  • इस अवधि में न्यायपालिका अच्छे से काम करेंगी और ऐसे में, वह देश और लोगों की भलाई के लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है।
  • बृहस्पति गोचर की अवधि दुनिया के उन देशों के लिए राहत लेकर आएगी जिन्हें युद्ध का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि इन देशों को सही न्याय मिलने से अब युद्ध समाप्त हो सकते हैं। 
  • हमारे देश के मंत्री और सरकारी अधिकारी बयान देते समय बेहद सावधान रहेंगे। ऐसे में, यह जो भी बोलेंगे, बहुत सोच-समझकर बोलेंगे। 

शिक्षा व इससे जुड़े अन्य क्षेत्र

  • जो लोग काउंसलर, टीचर, इंस्ट्रक्टर, प्रोफेसर आदि के रूप में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें इस गोचर की अवधि में लाभ प्राप्त होगा। लेकिन, इन्हें कार्यक्षेत्र पर अनिश्चितताओं या फिर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
  • बृहस्पति के वृषभ राशि में गोचर के दौरान लेखक और फिलोसोफर अपनी रिसर्च, कहानियों और पब्लिशिंग से जुड़े कामों को दोबारा करते हुए दिखाई देंगे। 
  • दुनियाभर के रिसर्चर, सरकार के लिए कार्यरत सलाहकारों, वैज्ञानिकों आदि के लिए यह गोचर फलदायी साबित होगा और ऐसे में, आप अनेक समस्याओं के समाधान ढूंढ़ने के साथ-साथ चीज़ों को एक अलग नज़रिये से देखने में सक्षम होंगे। 
  • गुरु महाराज के इस गोचर की वजह से मेडिकल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेंगे।

गुरु का वृषभ राशि में गोचर: शेयर बाज़ार भविष्यवाणी

बृहस्पति के गोचर को सबसे महत्वपूर्ण गोचरों में से एक माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप, यह राशि परिवर्तन शेयर बाजार पर भी वैसा ही असर डालेगा जैसा कि देश-दुनिया समेत अन्य पहलुओं पर डालेगा। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं शेयर बाजार की भविष्यवाणी से।

  • यह गोचर पब्लिक सेक्टर, सीमेंट, ऊनी मिलों, लोहा, स्टील और आवास आदि से जुड़े क्षेत्रों में विकास लेकर आएगा।
  • फार्मा सेक्टर, ऑटोमोबाइल, ट्रैक्टर, फ़र्टिलाइज़र, बीमा, कॉस्मेटिक, परिवहन, कॉटन मिल, फिल्म इंडस्ट्री, प्रिंटिंग आदि क्षेत्र प्रगति के राह पर आगे बढ़ेंगे।
  • मेडिकल और लीगल कंपनियों को भी अच्छा पैसा कमाने के अवसर मिलेंगे। 

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गुरु का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए गुरु महाराज आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इन लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और ऐसे में, आप पर्याप्त मात्रा में पैसा कमाने में सक्षम होंगे। इस अवधि में लोग आपकी बातें सुनना पसंद करेंगे और आपकी हर बात एवं सलाह को समझेंगे।

यह गोचर आपको परिवार के सदस्यों के साथ संपर्क में रखने का काम करेगा। अगर आपका संबंध फैमिली बिज़नेस से हैं, तो काम के सिलसिले में की गई यात्रा आपको मनचाहा लाभ प्रदान करेगी। वहीं, दूसरे भाव में बैठकर बृहस्पति देव आपके परिवार को कोई शुभ समाचार सुनाने का काम करेंगे। संभव है कि परिवार के विवाह योग्य सदस्य का विवाह पक्का हो जाए या फिर घर में संतान का जन्म हो सकता है जिससे घर-परिवार का माहौल ख़ुशियों से भरा रहेगा।

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए गुरु का वृषभ राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। बता दें कि आपके लिए बृहस्पति एक महत्वपूर्ण ग्रह है क्योंकि यह आपके छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके भाग्य भाव के भी स्वामी है। कुंडली में नौवें भाव को भाग्य भाव कहते हैं और ऐसे में, नौवें भाव के स्वामी का ग्यारहवें भाव में जाना आपके भाग्य को मज़बूत करेगा।

यह गोचर आपके रास्ते में उत्पन्न समस्याओं को दूर करने का काम करेगा। इन लोगों की व्यापार से जुड़ी योजनाएं सफल रहेंगी। अगर आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपके मार्ग से सभी बाधाएं दूर होंगी और इसके परिणामस्वरूप, आपको शिक्षा हासिल करने के बेहतरीन मौके मिलेंगे। गुरु ग्रह आपको जीवन के विभिन्न आयामों में उत्तम परिणाम प्रदान करेंगे और साथ ही, आपकी आय में भी वृद्धि होगी। 

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सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए गुरु देव आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके दसवें भाव में गोचर कर रहे हैं। इस दौरान नौकरी में स्थानांतरण होने या फिर नौकरी में बदलाव होने के योग बनेंगे। हालांकि, इस तरह के बदलाव आपके लिए सकारात्मक साबित होंगे। बृहस्पति देव का यह गोचर आपको अज्ञात धन, पैतृक संपत्ति या अप्रत्याशित रूप से धन लाभ करवाने का काम करेगा। सिंह राशि के जातक घर-परिवार के जरूरी मामलों में अपना योगदान देंगे और ऐसे में, लोगों की नज़रें आप पर बनी रहेंगी।

हालांकि, दसवें भाव में बैठकर यह आपके चौथे भाव को देखेंगे जिसके प्रभाव से आपका पारिवारिक जीवन सुखद बना रहेगा। घर-परिवार में शांतिपूर्ण वातावरण रहेगा और साथ ही, आपकी माता जिन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रही थी, अब वह दूर होंगी। ऐसे में, उनकी सेहत में सुधार देखने को मिलेगा और गुरु देव उन्हें हर समस्या से लड़ने का साहस प्रदान करेंगे। इन जातकों के संपत्ति खरीदने के योग प्रबल होंगे। हालांकि, यह संपत्ति पुरानी हो सकती है, लेकिन आपके काम आएगी।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए गुरु महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सातवें भाव में गोचर करने वाले हैं और इस भाव में बृहस्पति का प्रवेश केंद्र-त्रिकोण राजयोग का निर्माण करेगा। सातवें भाव में गुरु ग्रह की स्थिति आपके व्यापार में तरक्की लेकर आएगी।

अगर आपकी कंपनी पहले से ही परेशानियों से जूझ रही है, तो इस समय उसमें कमी आने की संभावना है और अब वह स्थिरता की तरफ आगे बढ़ेगी। स्थिर होने से आप दृढ़ महसूस करेंगे। वहीं, व्यापार करने वाले जातक अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा बिज़नेस में लगा सकते हैं जिससे आपके व्यापार को सही दिशा मिल सकेगी। हालांकि, अपनी बुद्धि का उपयोग करके आप व्यापार को बढ़ाने में सक्षम होंगे। इन जातकों के प्रेम विवाह के योग बनेंगे। 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों की कुंडली में गुरु ग्रह को दूसरे और ग्यारहवें भाव पर आधिपत्य प्राप्त हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, आपकी रुचि घर को सजाने-संवारने और  घर की जरूरतों को पूरा करने में होगी। साथ ही, आप अपने कामों को करने के साथ-साथ अपनी माता के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखेंगे।

गुरु का वृषभ राशि में गोचर 2024 के अनुसार, आठवें भाव पर गुरु ग्रह की दृष्टि का शुभ प्रभाव होने की वजह से आपको पैतृक संपत्ति की प्राप्ति होगी। साथ ही, अप्रत्याशित रूप से भी धन मिलने की संभावना है जिसके चलते आप प्रसन्न रहेंगे। धर्म-कर्म के कार्यों को करने से आप लोकप्रियता हासिल करेंगे और ऐसे में, लोगों के बीच आपकी एक अलग पहचान बनेगी। इस दौरान आप आर्थिक रूप से मज़बूत होंगे, लेकिन आपको करियर पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।

गुरु का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों को करेंगे नकारात्मक रूप से प्रभावित

धनु राशि 

धनु राशि वालों को बृहस्पति महाराज के इस गोचर के दौरान अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा क्योंकि आपके बीमार पड़ने की आशंका हैं। धनु राशि के स्वामी ग्रह गुरु का छठे भाव में गोचर आपको कानूनी मामलों में उलझाने का काम कर सकता है। यदि आप पहले से किसी विवाद में फंसे हैं, तो इस समय आपको इस मामले में ध्यान देने की सलाह दी जाती है। ऐसे में, आपको काफ़ी धन खर्च भी करना पड़ सकता है।

अगर आप बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो अब आपको इसमें सफलता प्राप्त हो सकती हैं। लेकिन, आप प्रतिद्वंदियों की वजह से परेशान नज़र आ सकते हैं और ऐसे में, आपको उनसे दो कदम आगे रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। धनु राशि के छठे भाव में बैठकर बृहस्पति देव आपके दसवें भाव, बारहवें भाव और दूसरे भाव को देख रहे होंगे। बृहस्पति गोचर 2024 इन जातकों को सलाह दे रहा है कि कड़ी मेहनत ही आपको सफलता के मार्ग पर लेकर जाएगी। लेकिन, गुरु ग्रह के गोचर की अवधि को संपत्ति खरीदने के लिए अनुकूल नहीं कहा जाएगा इसलिए इस दौरान ऐसा करने से बचें।

गुरु का वृषभ राशि में गोचर: सरल एवं अचूक उपाय

  •  प्रतिदिन 108 बार गुरु ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
  • श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना करें और उन्हें पीली मिठाई का प्रसाद रूप में भोग लगाएं।
  • संभव हो, तो ज्यादा से ज्यादा पीला रंग के कपड़े पहनें। साथ ही, किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद अपनी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति के आधार पर पुखराज धारण करें।
  • गुरुवार के दिन व्रत रखें। 
  • गुरु यंत्र की स्थापना करें और उसका पूजन करें। 

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