गुरु गोचर 2023: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के गोचर यानी ग्रहों के स्थान परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इसका सबसे प्रमुख कारण यही है कि ग्रहों का परिवर्तन आम जनजीवन को काफी प्रभावित करता है। ऐसे में कुछ गोचर अन्य गोचरों के मुकाबले ज्यादा महत्वपूर्ण माने जाते हैं और इन्हीं में से एक होता है गुरु ग्रह का गोचर।

देव गुरु बृहस्पति का गोचर अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि अन्य सभी ग्रहों में बृहस्पति को देवताओं के गुरु का दर्जा दिया गया है। ऐसे में यह महत्वपूर्ण ग्रह यानि गुरु ग्रह जल्दी ही मेष राशि में गोचर करने जा रहा है।
इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे गुरु गोचर का समय, इसकी अवधि, और साथ ही इस बात की जानकारी भी कि यह गोचर किन जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है।
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बृहस्पति गोचर 2023 समय और अवधि
सबसे पहले बात करें बृहस्पति गोचर के समय की तो यह गोचर 22 अप्रैल, 2023 को होने वाला है।
गुरु बृहस्पति 22 अप्रैल, 2023 को प्रातः काल 3:33 पर अपनी स्वराशि मीन राशि से निकलकर अपनी मित्र राशि मेष राशि में प्रवेश करेंगे।
इसके बाद बृहस्पति का राशि परिवर्तन अगले साल ही होगा हालांकि बृहस्पति इस वर्ष कई बार अपनी स्थिति में परिवर्तन अवश्य करेंगे, जिसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं:
जब देव गुरु बृहस्पति मेष राशि में प्रवेश करेंगे, उस समय वह अपनी अस्त अवस्था में होंगे। फिर 27 अप्रैल प्रातः काल 2 बजकर 07 मिनट पर गुरु अपनी इस अस्त अवस्था से बाहर निकल आएंगे।
नोट: जब बृहस्पति का गोचर मेष राशि में होगा तो वहां पर पहले से ही मौजूद राहु ग्रह बृहस्पति ग्रह के साथ मिलकर युति करेंगे और इस युति से गुरु – चांडाल दोष का निर्माण होगा, जिसका स्वाभाविक तौर पर सभी राशियों के जीवन पर असर देखने को मिलेगा।
इसके बाद बृहस्पति ग्रह 4 सितंबर को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर वक्री अवस्था में आ जाएंगे और वर्ष के अंतिम दिन यानि 31 दिसंबर, 2023 को प्रातः काल 7 बजकर 08 मिनट पर वक्री अवस्था से बाहर आएंगे।
देव गुरु बृहस्पति का यह महत्वपूर्ण गोचर आपके जीवन को किस तरह से प्रभावित करने वाला है यह जानने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं और अपना भविष्यफल विस्तार से पढ़ सकते हैं।
अब जान लेते हैं कि देव गुरु बृहस्पति का यह अहम गोचर किन राशियों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है।
- मेष राशि: मेष राशि के लिए गुरु बृहस्पति का यह गोचर बेहद शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपको आर्थिक क्षेत्र में उन्नति मिलेगी। साथ ही नौकरी पेशा जातकों के लिए भी यह अवधि बेहद ही खास रहने वाली है। इस राशि को छात्रों को अपार सफलता मिलेगी। प्रेम में भी शुभ परिणाम मिलेंगे। साथ ही कुछ जातकों के विवाह के भी योग बनेंगे।
- सिंह राशि: गुरु बृहस्पति का यह गोचर सिंह राशि के जातकों पर भी शुभ परिणाम डालने वाला है। इस दौरान आपका भाग्योदय होगा और आर्थिक लाभ के प्रबल संकेत मिल रहे हैं। इस अवधि में यदि आप धार्मिक कार्यों में सम्मिलित होते हैं तो आपको उसके शुभ परिणाम अवश्य मिलेंगे। इसके साथ ही यदि आप कोई भी यात्रा करने वाले हैं तो उससे आपको सफलता मिलेगी।
- कर्क राशि: तीसरी जिस राशि के लिए गुरु का यह गोचर बेहद ही खास रहेगा वह है कर्क राशि। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ से लेकर नए काम में अपार सफलता सबकुछ आपके कदमों में प्राप्त होगी। इसके अलावा इस दौरान आपके जीवन में रचनात्मक परिवर्तन भी देखने को मिलेंगे जिन से आपको भविष्य में लाभ होगा।
- तुला राशि: चौथी और आखिरी जिस राशि के लिए देव गुरु बृहस्पति का गोचर बेहद ही शुभ रहने वाला है वह है तुला राशि। इस दौरान आपको व्यवसाय और नौकरी दोनों में सफलता हासिल होगी, आर्थिक लाभ मिलेगा। इसके साथ ही तुला राशि के विवाहित जातक अपने पार्टनर के साथ सुखद और क्वालिटी वक्त बताने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
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शिक्षा, वैवाहिक जीवन, नौकरी में सफलता पाने के लिए करें गुरु से संबंधित ये उपाय
- गुरुवार के दिन घी का दान करें।
- इसके अलावा गुरुवार के दिन ही हल्दी और चने दाल का दान करें और गायों को ताज़ी रोटी खिलाएं।
- पीपल के पेड़ में जल डालें।
- केले के वृक्ष की पूजा करें और पीले पदार्थ गरीबों में बांटे।
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