गुरु गोचर 2024 कन्या सहित कई राशियों के लिए खड़ी करेगा मुश्किलें, अपना लें ये ख़ास उपाय!

अच्छी-बुरी यादों के साथ लोगों ने आखिरकार साल 2023 को अलविदा कहने की तैयारी कर ली है और नई उम्मीदों के साथ नए साल के स्वागत में जुट गए हैं। नए साल की शुरुआत के साथ ही हमारे जीवन में नए अवसर और नई खुशियों का भी आगमन होता है। हर कोई नए संकल्प के साथ नए साल का स्वागत करता है। हर किसी के मन में नए साल को लेकर यह जानने की इच्छा रहती है कि आने वाला साल उनके लिए कैसे रहेगा? किस प्रकार के उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे आदि। तो बता दें कि साल 2024 में गुरु गोचर करने जा रहे हैं और गुरु के गोचर का प्रभाव कई राशियों पर देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं, जिन्हें इस दौरान कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं जिन्हें गुरु गोचर 2024 में प्रतिकूल परिणाम उठाने पड़ सकते हैं।

हालांकि घबराने की आवश्यकता नहीं है हम आपको इस ब्लॉग में उन उपायों की भी जानकारी देंगे जिन्हें अपनाकर आप अपने 2024 को और भी ज्यादा खुशगवार और यादगार बना सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं, सभी जानकारी के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

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गुरु गोचर 2024: इन राशियों को रहना होगा विशेष सावधान !

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का गोचर 2024 कई उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। इस दौरान आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि के लिए अष्टम भाव और एकादश भाव के स्वामी और इसके परिणामस्वरूप आपके स्वास्थ्य के लिए अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इस दौरान आपको उदर रोग और चयापचय (मेटाबोलिस्म) से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यहां स्थित देव गुरु बृहस्पति आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे, जहां पर केतु विराजमान हैं। गुरु गोचर 2024 के दौरान अत्यधिक पूजा करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है इसलिए नियम बद्ध हो कर आराम से पूजा करके अपने इष्ट देव को मनाने से आपको सफलता मिलेगी। 3 मई से 3 जून के बीच जब बृहस्पति अस्त अवस्था में होंगे तो इस दौरान स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति विशेष सावधानी बरतनी होगी क्योंकि आप बीमार पड़ सकते हैं। वर्ष के अंतिम महीनों में जब 9 अक्टूबर से बृहस्पति वक्री अवस्था में आ जाएंगे, तब आपको अपने वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। 

उपाय: गुरुवार के दिन से शुरू करके गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम: का नियमित जाप करना चाहिए।

कन्या राशि

गुरु गोचर 2024 कई मामलों में आपके लिए बहुत अनुकूल रहेगा और कुछ मामलों में आपको कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। 09 अक्टूबर से बृहस्पति महाराज वक्री अवस्था में आएंगे, जो वर्ष के अंत तक भी जारी रहेगी। इस दशा में आपको अपने कामों को करने में बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी इसलिए यदि आप कोई भी शुभ कार्य करने का विचार बना रहे हैं तो इस अवधि इस योजना को स्थगित कर दें, हालांकि इसके बाद का समय आपके लिए अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान देने की जरूरत हो सकती है।

उपाय: गुरुवार के दिन से शुरू करके श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का नियमित पाठ करना चाहिए।

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तुला राशि

बृहस्पति आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। आठवें भाव में उपस्थित होकर देव गुरु बृहस्पति आपको भाई बहनों से संबंधों में निराशा दे सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके सहकर्मियों से आपका विवाद हो सकता है। उनसे कही हुई बातें आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। आप भले ही कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस दौरान कर्ज बढ़ने की संभावना रहेगी। कोशिश यही करें कि किसी भी तरह का नया कर्ज ना लें, अन्यथा आपको उसे लंबे समय तक चुकाना पड़ सकता है। आर्थिक रूप से यह गोचर कुछ कमजोर रह सकता है और आपको आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। खर्चों में अधिकता रहेगी।

उपाय: बृहस्पतिवार के दिन कच्चा आलू, चने की दाल, देसी घी, कपूर और हल्दी का दान किसी गौशाला में करना चाहिए। 

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