6 महीनों तक इन राशियों के जीवन में गुरु चांडाल योग मचाएगा भारी उथल-पुथल!

ज्योतिष में जितना महत्व ग्रहों का बताया गया है उतना ही इन ग्रहों से बनने वाली युति का भी। युति का अर्थ होता है जब कुंडली के एक ही भाव में एक से ज्यादा ग्रह मौजूद होते हैं। ऐसा ही कुछ मेष राशि में 22 अप्रैल को हुआ जब मेष में गुरु और राहु की युति हुई। 

ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जब राहु और गुरु की युति होती है तो इससे चांडाल योग का निर्माण होता है। चांडाल योग को ज्योतिष में शुभ योग नहीं माना गया है। ऐसे में स्वाभाविक है कि इस युति से हलचल तो अवश्य मचेगी और सभी राशियों के जीवन में भारी उथल-पुथल के संकेत भी मिल रहे हैं।

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तो आइए अपने इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं कि किन राशियों पर इस चांडाल योग का सबसे अधिक  प्रभाव पड़ेगा और इस योग से जुड़ी कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण बातें।

चांडाल योग से 5 राशियों पर टूटेगा कहर

मेष राशि: यह बेहद ही अशुभ योग गुरु चांडाल योग मेष राशि में ही बन रहा है। ऐसे में अगले 6 महीने तक मेष राशि के जातकों के जीवन में आर्थिक परेशानियां, निवेश से संबंधित दिक्कतें, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां और व्यवसाय के संदर्भ में प्रतिकूल परिणाम मिलने के संकेत मिल रहे हैं। राहु के चलते व्यापार में घाटा भी हो सकता है या इस अवधि में यदि आप निवेश करते हैं तो उसमें भी आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में सोच समझकर निवेश करें और मुमकिन हो तो अभी निवेश से बचें ही रहें। सेहत का विशेष ख्याल रखें।

मिथुन राशि: इसके अलावा मिथुन राशि के जातकों को भी अगले 6 महीने बेहद ही फूंक-फूंक कर कदम रखने की सलाह दी जाती है। व्यापार या निवेश से जुड़े फैसलों में जल्दबाजी ना दिखाएं अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। व्यवसाय या नौकरी कर रहे हैं तो भी धैर्य के साथ काम लेंअन्यथा आपको कोई बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वाणी पर ध्यान रखें अन्यथा आपके रिश्ते बिगड़ सकते हैं। साथ ही आर्थिक नुकसान के प्रबल योग भी बन रहे हैं।

कन्या राशि: इसके बाद तीसरी जिस राशि पर गुरु चांडाल योग का प्रकोप देखने को मिलेगा वह है कन्या राशि। अगले 6 महीनों तक आपकी आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर रहने वाली है, साथ ही आपकी फिजूलखर्ची भी बढ़ सकती है। मुमकिन है कि इस अवधि में आपको लोन लेना पड़े जिसे बाद में चुकाने में भी आपको परेशानी उठानी पड़ सकती हैं। काम अटक सकते हैं, स्वास्थ्य खराब है सकता है, और साथ ही पारिवारिक क्लेश भी होने के संकेत मिल रहे हैं।

धनु राशि: चौथी जिस राशि के लिए गुरु चांडाल योग परेशानी की वजह बन सकता है वह है धनु राशि। इस वक्त नौकरीपेशा जातकों का उनका उनके बॉस के साथ वाद विवाद हो सकता है। साथ ही व्यापारी जातकों को भी व्यापार में हानि का सामना करना पड़ सकता है। यह समय निवेश के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है। आपकी आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो सकती है। इसके अलावा वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें अन्यथा दुर्घटना होने के संकेत मिल रहे हैं।

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मकर राशि: पांचवी और आखिरी जिस राशि के लिए गुरु चांडाल योग बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण रहने वाला है वह है मकर राशि। इस दौरान आपका पारिवारिक जीवन अनुकूल नहीं रहेगा, घर में बेवजह के बाद विवाद की स्थिति खड़ी हो सकती है, वैवाहिक जीवन भी नकारात्मक रूप से प्रभावित नजर आएगा, आर्थिक स्थिति नाजुक रहने वाली है, करियर में आपको निराशा और रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही फिजूलखर्ची भी आपका मानसिक तनाव बढ़ा सकती है।

यह भी जान लें: 22 अप्रैल से मेष राशि में गुरु चांडाल योग बन रहा है क्योंकि इस समय मेष राशि में देव गुरु और राहु साथ में मौजूद हैं और युति कर रहे हैं। यह युति अगले छह महीनों तक रहने वाली है। इसके बाद 30 अक्टूबर को जब राहु मेंष से निकल कर मीन में चले जाएंगे तब यह युति समाप्त हो जाएगी और गुरु चांडाल योग और इसका राशियों पर प्रभाव प्रभाव bhi समाप्त हो जाएगा। यानि कि 22 अप्रैल से लेकर 30 अक्टूबर तक गुरु चांडाल योग का प्रभाव सभी राशियों पर रहने वाला है।

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ये उपाय दिलाएंगे गुरु चांडाल योग के प्रभाव से राहत

ज्योतिष शास्त्र में गुरु चांडाल योग को बेहद कष्टकारी योग बताया गया है। जैसा कि हमनें पहले भी बताया कि यह योग पापी ग्रह राहु और बुद्धि के देवता गुरु की युति से बनता है। ऐसे में जब भी यह नकारात्मक योग बनता है तो ऐसे जातकों के जीवन में भारी उलटफेर देखने को मिलती है। 

नीचे हम आपको ज्योतिषियों द्वारा सुझाए गए कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन से गुरु चांडाल योग के दुष्प्रभाव को दूर या कम कर सकते हैं। 

  • रोजाना माथे पर पीला तिलक लगाएं। 
  • प्रतिदिन भगवान सूर्य की पूजा करें और उन्हें अर्घ्य अर्पित करें।
  • भगवान शिव की पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें। 
  • अपने बड़े, बूढ़े, माता-पिता, और गुरुओं की सेवा करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। 
  • भगवान हनुमान की पूजा करें। 
  • हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान अष्टक का पाठ करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न: गुरु चांडाल योग कब तक रहने वाला है?

उत्तर: 22 अप्रैल से मेष राशि में बन रहा यह अशुभ योग 30 अक्टूबर तक रहेगा।

प्रश्न: गुरु चांडाल योग का क्या प्रभाव होता है?

उत्तर: गुरु चांडाल योग से व्यक्ति का आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है साथ ही ढेरों स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां भी आने लगती हैं। 

प्रश्न: चांडाल योग की शांति के लिए क्या करें?

उत्तर: इसके लिए भगवान विष्णु की पूजा करें। ऐसे करने से दोष कम होता है।

प्रश्न: गुरु चांडाल योग के दुष्प्रभाव किस रत्न से दूर होते हैं?

उत्तर: नीलम। हालांकि कोई भी रत्न विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श लेकर ही धारण करें।

प्रश्न: चांडाल योग कैसे बनता है?

उत्तर: कुंडली में राहु-गुरु की युति या दृष्टि से इस योग का निर्माण होता है। 

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