आसमान में होगा चमत्कार! शनि-शुक्र समेत इन ग्रहों के मिलन के बन सकेंगे आप साक्षी

एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको अप्रैल के महीने में होने वाली विशेष खगोलीय घटना के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। यह सभी घटनाएं अपने आप में बेहद ख़ास होंगी क्योंकि इस दौरान आप उन ग्रहों को अपनी सामान्य आँखों से देख सकेंगे जिन्हें देखना बहुत ही मुश्किल होता है। तो आइये आगे बढ़ते हैं और आपको उन ग्रहों से रूबरू करवाते हैं जिनको आप अप्रैल 2023 में आकाश में देख सकेंगे।     

Varta Astrologers

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

यह हम सभी जानते हैं कि ग्रहों की कुल संख्या नौ है और इन ग्रहों का खगोलीय के साथ-साथ अपना ज्योतिषीय महत्व भी है। सभी 9 ग्रह सौरमंडल के राजा कहे जाने जाने वाले सूर्य की परिक्रमा करते हैं जिनसे समस्त ग्रहों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इसके अलावा, सूर्य को अत्यंत शक्तिशाली माना गया है जो कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

कभी न कभी आपके मन में भी ये ख्याल जरूर आया होगा कि वास्तव में यह ग्रह दिखते कैसे हैं? यदि आप हमेशा से इस बात को लेकर उत्सुक रहे हैं, तो आपको बता दें कि अप्रैल 2023 का महीना आपके लिए ये अवसर लेकर आ रहा है क्योंकि इस महीने आसमान में 5 ग्रहों की युति बनने जा रही है जिसे आप सामान्य आंखों से देख सकेंगे। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं। 

 यह भी पढ़ें:  राशिफल 2023

शनि-शुक्र समेत आसमान में नज़र आंएगे ये ग्रह 

सूर्य अस्त के बाद दिखाई देंगे बुध: नवग्रहों में सबसे तेज़ गति से चलने वाला ग्रह बुध  11 अप्रैल 2023 को एक दुर्लभ संयोग का निर्माण करेगा। सामान्य रूप से बुध सूर्य के सबसे निकट स्थित होता है लेकिन 11 अप्रैल को बुध अपने परिक्रमा मार्ग में रहते हुए सूर्य से सबसे अधिक दूरी पर स्थित होगा। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य के अस्त होने के लगभग 35-40 मिनट बाद आप बुध को आसमान में सामान्य आंखों से देख सकेंगे जो कि अमूमन सूर्य की तेज़ रोशनी में दृश्य नहीं होता है। 

शनि और चंद्रमा आएंगे साथ: 15 और 16 अप्रैल को चंद्रमा शनि ग्रह के बेहद करीब आ जाएगा और यह अद्भुत दृश्य सूर्योदय से कुछ घंटे पहले दक्षिण-पूर्वी आकाश में दिखाई देगा। सिर्फ इतना ही नहीं, इस दिन शनि ग्रह के वलय (छल्ले) भी आप देख सकेंगे। लेकिन इस दृश्य को देखने के लिए आपके पास टेलिस्कोप होना चाहिए जिससे आप इसके 16 इंच चौड़े और मोटी परत वाले 7 वलयों (छल्ले) के समूह को देख पाएं। इसके अलावा, अप्रैल महीने के दूसरे भाग में यानी कि 30 अप्रैल को आप शनि ग्रह के बारह चंद्रमाओं में से एक चंद्रमा टाइटन को भी आकाश में चमकता हुआ देख सकते हैं।      

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

संकर सूर्य ग्रहण: वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगेगा और इसका आरंभ सुबह 07 बजकर 05 मिनट 05 होगा जबकि इसका अंत दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।     संकर सूर्य ग्रहण को अत्यंत दुर्लभ माना जाता है जिसे “निंगालू” या “हाइब्रिड” सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है। यह ग्रहण दशक में एक बार पड़ता है और इससे पहले संकर सूर्य ग्रहण 2013 में लगा था। आपको बता दें कि संकर सूर्य ग्रहण वह होता है जो आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार का मिश्रण होता है और तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। ऐसे में, कुछ सेकंड के लिए इस सूर्य ग्रहण में एक वलय (रिंग) जैसी आकृति बनती है जिसे “अग्नि का वलय” या फिर “रिंग ऑफ़ फायर” कहा जाता है। साल का यह पहला सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण और पूर्व एशिया, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में दिखाई देगा, लेकिन भारत में इसकी दृश्यता नहीं होगी। 

शुक्र और चंद्रमा होंगे करीब: 22 और 23 अप्रैल की शाम को चंद्रमा और शुक्र एक साथ आएंगे। इस दिन सूर्योदय के बाद अर्ध चंद्रमा शुक्र ग्रह से 5 डिग्री ऊपर स्थित होगा और इसके बाद, चंद्रमा शुक्र से अलग होते हुए मंगल के समीप चले जाएंगे। ऐसे में, लाल ग्रह के नाम से मशहूर मंगल चंद्रमा के नीचे स्थित होगा जिसे रात के अंधेरे में देखा जा सकेगा। मंगल और चंद्रमा का होगा मिलन: 24 अप्रैल की शाम से लेकर 25 अप्रैल की सुबह तक मंगल ग्रह चंद्रमा के निकट स्थित होगा जिसे आसमान में देखा जा सकेगा। पश्चिम की तरफ चंद्रमा ऊपर 51 डिग्री पर, तो वहीं मंगल चंद्रमा के बाई तरफ 3 डिग्री पर स्थित होगा। साथ ही, हम मिथुन नक्षत्र को मंगल और चंद्रमा के ऊपर देख सकते हैं।

प्रश्न 1. क्या 2023 में भारत में कोई ग्रहण लगेगा?

उत्तर. हाँ, भारत में वर्ष 2023 में ग्रहण लगेगा।

प्रश्न 2. खगोलीय घटना क्या होती है?

उत्तर. ग्रहों की गति, स्थिति और चाल में होने वाले परिवर्तन को खगोलीय घटना कहते हैं।   

प्रश्न 3. 2023 में ग्रहण कब लगेगा?

उत्तर. साल का पहला ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगेगा जो कि सूर्य ग्रहण होगा। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।  

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.