प्रेम विवाह को असफल बनाने के पीछे इन ग्रहों का होता है हाथ, तुरंत कर लें ये उपाय

हर कोई अपनी शादीशुदा जिंदगी को खूबसूरत बनाना चाहता है, विशेष रूप से जो लव मैरिज करते हैं उनके लिए शादी जैसे मुकाम तक पहुंचना बहुत बड़ी बात होती है। तमाम तरह की समस्याओं का सामना करके वे इस मुकाम तक पहुंचते हैं और उन्हें लगता है कि उनका सपना पूरा हो गया है, लेकिन कई बार समस्या शादी के बाद शुरू होने लगती है। कपल की मैरिज होने के बाद उनकी शादीशुदा जीवन में तनाव बढ़ने लगता है। ये समस्याएं इतनी बढ़ जाती हैं कि बात अलगाव यानी तक पहुंच जाती है। 

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लव मैरिज को असफल बनाने और समस्या पैदा करने के लिए चार ग्रहों का विशेष हाथ होता है। वह चार ग्रह है- शुक्र, गुरु, बुध और राहु जिम्मेदार होते हैं। यदि कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति अनुकूल न हो तो जातक को लव मैरिज में धीरे-धीरे परेशानियां शुरू हो जाती हैं। ऐसे में ज्योतिष के कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाने से आप लव मैरिज में आ रही समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं प्रेम विवाह को मधुर बनाए रखने के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए।

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प्रेम विवाह को असफल बनाने के पीछे ये चार ग्रह जिम्मेदार

प्रेम विवाह को असफल बनाने के पीछे चार ग्रह जिम्मेदार माने जाते हैं। ये चार ग्रह है- शुक्र, गुरु, बुध और राहु हैं। ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक ग्रह शुक्र के कमजोर होने से जोड़ों के बीच आकर्षण कम होने लगता है। सौंदर्य के प्रति उसकी दिलचस्पी घट जाती है। वहीं यदि कुंडली कर्म, धर्म, दर्शन, ज्ञान और संतान के कारक ग्रह देव गुरु बृहस्पति के कमजोर होने पर व्यक्ति में भोग की लालसा नहीं रह जाती। ऐसे में प्रेम जीवन में रोमांस और प्यार कम होने लगता है, जिसके चलते कपल में लड़ाइयां और नोंकझोंक शुरू हो जाता है।

रोमांस खत्म हो जाता है। बुध वाणी, त्वचा आदि के कारक हैं। कुंडली में इनकी स्थिति कमजोर होने पर जातक की वाणी कठोर हो जाती है और उसका मन पार्टनर से हटने लगता है। ऐसे में, धोखा देने व फरेब मिलने की आशंका बढ़ जाती है। जबकि, राहु की अशुभ स्थिति के परिणामस्वरूप वैवाहिक जीवन में कल्पना और भ्रम की स्थितियां बनने लगती हैं। पार्टनर एक-दूसरे पर शक करने लगते हैं और इस वजह से झगड़े व विवाद बढ़ जाता है। जो कहीं से भी उचित नहीं, ऐसा प्यार टिकता नहीं है। इसी के साथ कुंडली में पांचवें और सातवें भाव के कमजोर होने पर भी लव मैरिज के असफल होने का खतरा बढ़ जाता है और बाद तलाक तक पहुंच जाती है।

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इन उपायों से वैवाहिक जीवन में रहेगी मधुरता

तीन माह तक करें ये काम

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार,यदि आपके प्रेम विवाह में कोई समस्या चल रही है या गुरु ग्रह की स्थिति कमजोर हैं और आपको दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है तो कम से कम तीन माह तक प्रत्येक गुरुवार को बृहस्पति भगवान या शिव मंदिर में पीला वस्त्र, चने की दाल, पीले रंग का दूध का पेड़ा आदि पीली वस्तुएं प्रसाद के रूप में चढ़ाएं। साथ ही, गुरुवार के दिन मंदिर जाते समय यदि संभव हो तो पीला वस्त्र धारण करें या पीले रंग का रुमाल अपने साथ रखें। ऐसा करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है और वैवाहिक जीवन अनुकूल बना रहेगा।

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केले के वृक्ष की पूजा करें

यदि आपकी लव मैरिज हुई है और विवाह के बाद आपको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो प्रत्येक गुरुवार को केले के वृक्ष का पूजन अवश्य करें। साथ ही बृहस्पति भगवान की कथा सुनें और पाठ करें। इसके बाद हल्दी या केसर का तिलक गुरुवार के दिन अवश्य लगाएं। ऐसा करने से आपकी प्रेम विवाह अच्छा चलने लगेगा और जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याओं से आपको छुटकारा मिलेगा। साथ ही, पति पत्नी के बीच आपसी प्रेम बना रहेगा।

सिलोनी गोमेद करें धारण

यदि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह, चंद्र, सप्तमेश या लग्नेश को राहु पीड़ित कर रहा है, तो आपको राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए उपाय करना चाहिए। साथ ही, बुधवार को सिलोनी गोमेद चांदी में जड़वाकर पूरे विधि-विधान से धारण करना चाहिए लेकिन इसके लिए आपको ज्योतिष की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता मिलेगी और लव मैरिज में प्रेम भी बना रहेगा और आपके रिश्ता पहले से अधिक मजबूत होगा।

दुर्गा चालीसा का पाठ करें

यदि आपके प्रेम विवाह में परेशानियां चल रही हैं तो रोजाना दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए और मां दुर्गा के 108 नामों का जाप दो टाइम करना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा, साथ ही आप नहा धोकर साफ वस्त्र धारण करके सुंदरकांड का पाठ भी कर सकते हैं। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में अटूट प्रेम बना रहेगा।

सूर्यदेव को जल चढ़ाएं

लव मैरिज में जीवन भर आपसी प्रेम बना रहे इसके लिए रोजाना सुबह सूर्यदेव को जल चढ़ाएं और इस दौरान गायत्री मंत्र का जप करें। साथ ही, बृहस्पतिवार और पूर्णिमा का व्रत रखें और शुक्रवार को छोटी कन्याओं को खीर का भोग लगाकर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से लव मैरिज में आपसी विश्वास बना रहेगा और जिंदगी में कभी किसी चीज की कमी नहीं होगी।

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शुक्रवार को करें ये उपाय

जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि लव मैरिज में आ रही समस्या के लिए शुक्र ग्रह जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में, शुक्रवार के दिन एक मिट्टी का दीपक लेकर उसमें दो कपूर के टुकड़े रख कर चलाएं। इसके बाद पूरे घर में इसका धुंआ करने के बाद इसे बाहर कर दें। इससे दांपत्य जीवन में लगी बुरी नजर दूर होगी और रिश्ते में मधुरता बनी रहेगी।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. शुक्र ग्रह किसके कारक हैं?

उत्तर 1. शुक्रभौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला आदि के कारक हैं। 

प्रश्न 2. शुक्र ग्रह का स्वामी कौन है?

उत्तर 2. शुक्र ग्रह तुला राशि व वृषभ राशि के स्वामी हैं

प्रश्न 3. बृहस्पति ग्रह कमजोर हो तो क्या करना चाहिए?

उत्तर 3. जिनकी कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो, उन्हें गुरुवार का व्रत रखना चाहिए।

प्रश्न 4. बुध अच्छा हो तो क्या होता है?

उत्तर 4. बुध मजबूत हो तो यह सभी का ध्यान आकर्षित करता है।

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