‘गोबर गणेश’ के इस प्राचीन मंदिर में लोग बनाते हैं उल्टा स्‍वास्‍त‍िक

शास्त्रों अनुसार हिन्दू धर्म में भगवान गणेश प्रथम पूज्‍य देवता हैं, जिसके चलते किसी भी शुभ व मंगल कार्य में सबसे पहले उनकी पूजा-आराधना करने का विधान है। दुनियाभर में भी आपको भगवान गणेश के कई अनोखे व प्राचीन मंदिर मिल जाएंगे जहाँ जाकर भक्‍त पुण्‍य प्राप्ति के लिए उनकी पूजा व दर्शन करते हैं। 

मध्‍य प्रदेश के महेश्‍वर का गोबर गणेश मंदिर 

आज आपको कई ऐसे मंदिर मिल जाएंगे जहाँ गणपत‍ि से जुड़ा कोई न कोई दंत कथा उनकी मह‍िमा का वर्णन करती प्रतीत होगी। इन्ही मंदिरों में से ही मध्‍य प्रदेश के महेश्‍वर में स्‍थ‍ित एक गणपति का मंदिर भी दुनियाभर में विख्यात है। इस मंदिर की सबसे अनोखी बात जो इसे दूसरे सभी मंदिरों से अलग करती है वो है यहाँ मौजूद गोबर और म‍िट्टी से बनी गणेश जी की दुर्लभ मूर्ति, जो आज दुनियाभर के गणेश जी के भक्‍तों की आस्‍था का मुख्य केन्‍द्र है। इस मंदिर में गणपत‍ि अपनी दोनों पत्नियों रिद्धि-सिद्धि के साथ व‍िराजमान हैं।

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मंदिर का क्या है आध्‍यात्‍म‍िक महत्व?

इस मंदिर को लेकर बताया जाता है क‍ि ये प्रत‍िमा पौराणिक काल से यहाँ मौजूद है और हजारों साल पुरानी है। जिसके दर्शन भर से ही भक्तों के सारे कष्‍ट-रोग दूर हो जाते हैं। अगर गणपति की इस अनोखी प्रतिमा के पीछे का कारण समझें तो गोबर और म‍िट्टी का पारंपर‍िक पहलू यह है क‍ि इनमें पंचतत्वों का वास माना जाता है। हिन्दू धर्म में खासतौर पर गोबर में मां लक्ष्‍मी का वास माना जाता है। इसलिए गोबर से बनी अनोखी गणपति की इस प्रतिमा का आध्‍यात्‍म‍िक महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। 

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यहाँ लोग बनाते हैं उल्‍टा स्‍वास्‍त‍िक

भक्तों का मानना है कि यहाँ गणपति के इस रूप में दर्शन करने से उन्हें भगवान गणेश की कृपा के साथ-साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी  प्राप्त होता है। प्रतिमा की भव्यता की बात करें तो देखने में यह मूर्ति प्राचीन होने के साथ ही बेहद भव्‍य है जहाँ गणपत‍ि माथे पर मुकुट, गले में हार, और खूबसूरत श्रृंगार में व‍िराजमान हैं। यहाँ आने वाले लोग गणपत‍ि का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा के दौरान मनोकामना मांगते हुए यहाँ परंपरा अनुसार उल्‍टा स्‍वास्‍त‍िक बनाते हैं। माना जाता है कि सच्‍चे मन से मांगी गई मुराद यहाँ के गोबर गणपत‍ि पूरी करते हैं। हालांकि मनोकामना पूरी होने के बाद यहां आकर आपको सीधा स्‍वास्‍त‍िक बनाकर गणपत‍ि का धन्‍यवाद भी देना होगा। 

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दिवाली पर लगता है भक्तों का तांता 

विशेषतौर पर गणेश उत्‍सव और द‍िवाली के मौके पर यहां दुनियाभर से भक्त आते हैं। इस दौरान भक्तों की खासी भीड़ देखने को म‍िलती है। वैसे यहां आने वालों को मंद‍िर की बनावट और गोबर गणेश की भव्य प्रतिमा हैरान करती है।

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