गणतंत्र दिवस 2020 विशेष: भारत की कुंडली से खुलेंगे कई राज

वर्ष 2020 भारतीय गणतंत्र दिवस के 71वें उत्सव को दर्शाता है, जिसे आज, यानि 26 जनवरी, शनिवार को मनाया जा रहा है। इस उत्सव को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन दुनिया भर के भारतीयों के दिल और दिमाग में देशभक्ति की भावना पैदा करता है। इस दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ लोग शानदार परेड, कलाबाज़ी की घटनाओं, झांकी और नृत्य की प्रस्तुति देखकर बहुत खुश होते हैं। बता दें इस साल ब्राजील के राष्ट्रपति, जेयर बोल्सोनारो को इस आयोजन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

आइए आगे बढ़ते हैं और इस घटना के बारे में कुछ विशेष तथ्यों को जानते हैं। साथ ही जानते हैं कि वैदिक ज्योतिष ने 2020 में भारत के भविष्य के बारे में क्या भूमिका निभाई है।

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गणतंत्र दिवस 2020: इस साल क्या है खास

भारत ने 2020 में अपना 71वां गणतंत्र दिवस मनाने के साथ, विकास क्षेत्र में कई नए प्रयास किए हैं जो किसी भी भारतीय को गौरवान्वित करने के लिए पर्याप्त हैं।

  • कप्तान तानिया शेरगिल को 2020 गणतंत्र दिवस परेड के लिए पहली महिला परेड एडजुटेंट घोषित किया गया है।
  • 56 झांकी प्रस्तावों में से कुल 22 प्रस्तावों (16 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों और 6 मंत्रालयों / विभागों) में आज परेड का प्रदर्शन किया जा रहा है।
  • इस परेड में भारतीय वायु सेना के कुल 45 विमान हिस्सा लेंगे। जिसमें 16 फाइटर जेट, 10 परिवहन विमान और 19 हेलीकॉप्टर हैं।
  • इस परेड में अपाचे एटैक चॉपर और चिनूक हेवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी शामिल होंगे।
  • सिख लाइट इन्फ़ेण्ट्री, ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट, कुमाऊं रेजिमेंट, पैराशूट रेजिमेंट और सेना के सिग्नल कोर 26 जनवरी परेड में भाग लेने जा रहे हैं।

ज्योतिषीय दृष्टि से भारत 2020 

साल 2020 में गणतंत्र भारत के लिए की गई भविष्यवाणियां इसके राजनीतिक, वित्तीय, धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्यों के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। आइये पढ़ते हैं कि सितारों और ग्रहों की स्थिति देश की राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक परिदृश्य को कैसे प्रभावित करती है। इस भविष्यवाणी को अच्छी तरह से समझने के लिए स्वतंत्र भारत की कुंडली नीचे दी गई है:

indepedance

Independent India

(15-8-1947, 0:0:1, New Delhi)

स्वतंत्र भारत की कुंडली इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि इस पर वृषभ राशि का लग्न और कर्क राशि का चंद्रमा है। बृहस्पति आठवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और छठे घर में स्थित है, जबकि नवम और दशम भाव का अधिपति होते हुए तीसरे भाव में प्रबल योग कारक ग्रह शनि स्थित है। आइये जानते हैं कि कुंडली और वर्तमान ग्रहों की स्थिति भारत के भविष्य को कैसे जोड़ती है:

2020 में भारत का राजनीतिक परिदृश्य

शनि की स्थिति 2020 में देश के राजनीति को अत्यधिक प्रभावित करेगी और अनुकूलता से जोड़ेगी। दिसंबर 2019 से जुलाई 2021 तक, चंद्रमा की महादशा के दौरान शनि अपनी अंतरदशा से गुजरेंगे। सरकार को बड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा और साथ ही सत्ता पक्ष के सदस्यों के भीतर टकराव पैदा हो सकते हैं। इसलिए यह समय सत्तारुढ़ दल के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि कुछ सहयोगी दल भी संघ से वॉकआउट कर सकते हैं।

शनि न्याय का कारक है और 24 जनवरी को मकर राशि में गोचर कर चुका है, जो देश को प्रमुख न्यायिक परिवर्तन की ओर ले जा सकता है। इसलिए जनता को अदालत या कानूनी मामलों में किसी भी देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों का लाभ उठा पाएंगे। इन सभी कृतियों से सत्तारुढ़ सरकार की छवि को सुधारने में मदद मिलेगी, हालांकि उन्हें कदम बढ़ाने और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था

भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान में कई उतार-चढ़ावों के दौर से गुजर रही है, वैश्विक चार्ट में वृद्धि करते हुए 2020 प्रगति करने के लिए एक महत्वपूर्ण साल है। जब 5 नवंबर 2019 को धनु राशि ने बृहस्पति में गोचर किया तो हमें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन 24 जनवरी 2020 को मकर राशि का शनि में गोचर हमारी आर्थिक समस्याओं के लिए एक वरदान साबित हुआ। साथ ही 29 मार्च 2020 को बृहस्पति मकर राशि में प्रवेश करेगा, जिससे वित्तीय विकास तीव्र गति से होने की संभावना बताई जा रही है। इस समय देश के बजट की घोषणा की जाएगी, जहां रक्षा बजट में वृद्धि देखी जा सकती है। साथ ही स्वास्थ्य के मुद्दों और सार्वजनिक जीवन के बारे में योजनाएं भी बनाई जाएंगी। भारत का विदेशी व्यापार बढ़ेगा, जिससे अच्छा घरेलू लाभ होगा। कर चोरी के किसी भी मामले से बचने के लिए भारतीय कर प्रणाली में और अधिक पारदर्शिता लाई जाएगी।

2020 में भारत और धर्म 

2020 धार्मिक और सांस्कृतिक प्रगति का साल साबित हो सकता है क्योंकि धार्मिक गतिविधियों का सूचक बृहस्पति अपने स्वयं के स्वामी ग्रह धनु में स्थित है और 29 मार्च 2020 को वह अगली राशि मकर में गोचर करेंगे। हालांकि, देश में सांप्रदायिक संघर्ष की संभावनाएं हैं। ऐसे में सरकार को सचेत रहने की जरूरत है। इस अवधि के दौरान, भारत की रक्षा गतिविधियाँ बढ़ेंगी।

गणतंत्र दिवस 2020 समारोह

गणतंत्र दिवस को भारत में एक राष्ट्रीय, राजपत्रित अवकाश माना जाता है और दुनिया भर में भारतीयों द्वारा इसे अत्यधिक सम्मान के साथ मनाया जाता है। रक्षा मंत्रालय द्वारा दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड मुख्य आकर्षण का केंद्र होती है। यह परेड राष्ट्रपति भवन, रायसीना हिल, राजपथ से इंडिया गेट और जनपथ तक मार्च करते हुए शुरू होती है और इसमें राष्ट्रपति द्वारा सलामी ली जाती है। विभिन्न अर्धसैनिक और पुलिस बल भी परेड में हिस्सा लेकर अपने मातृ प्रेम का प्रदर्शन करते हैं।

विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों के लिए झांकी प्रदर्शन भी इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण माना जाता है। इसके बाद ऊंट और घोड़े का मार्च भी किया जाता है, साथ ही सीएसएस (CSS )और सशस्त्र बल इकाइयों द्वारा मोटरसाइकिल प्रदर्शन और भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों और जेट विमानों द्वारा फ्लाईपास्ट किया जाता है। इसके अलावा इस परेड में स्कूली छात्र भी हिस्सा लेते हैं जिनके द्वारा कई सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे क्षेत्रीय नृत्य किए जाते हैं।

यह एक वार्षिक कार्यक्रम है जो भारतीय संविधान के लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। एस्ट्रोसेज की तरफ से आपको गणतंत्र दिवस 2020 की बहुत बहुत शुभकामनाएँ!

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