चैत्र महीने के प्रमुख व्रत, पर्व, त्योहार और अन्य जरुरी जानकारी की पूरी लिस्ट

सनातन संस्कृति के अनुसार चैत्र का महीना हिंदू नव वर्ष का प्रथम माह होता है। चैत्र माह 19 मार्च 2022 चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से शुरु हो चुका है, जो 16 अप्रैल 2022 तक रहेगा। परंतु चूंकि नवसंवत्सर चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष से शुरु होता है, अतः यह विक्रम संवत 2079 यानी 02 अप्रैल से प्रारंभ होगा। मालूम हो कि चैत्र माह का नाम चित्रा नक्षत्र के नाम से पड़ा है। 

चैत्र की अमावस के बाद चंद्रमा मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र से शुरू होकर 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में समाप्त होता है। यही वजह है कि चित्रा नक्षत्र की वजह से इस माह को चैत्र मास कहा जाता है। इस महीने में न सिर्फ नव संवत्सर की शुरुआत होती है, बल्कि इसी महीने में चैत्र नवरात्रि जैसे महापर्व भी  मनाए जाने का विधान है। इसी क्रम में इस मास गणगौर, शीतला सप्तमी, श्री रामनवमी, हनुमान जयंती, महावीर जयंती जैसे प्रमुख पर्व त्योहार भी आते हैं। 

विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और अपने जीवन की हर समस्या का पाएं समाधान! 

चैत्र मास का धार्मिक महत्व 

हिंदू धर्म में चैत्र मास का खास महत्व होता है। धार्मिक प्रवृति के लोग इस महीने में मांस, मदिरा जैसी वस्तुओं का त्याग कर देते हैं। तो चलिए अब जानते हैं चैत्र मास में पड़ने वाले सभी पर्व, व्रत, त्योहार, योग एवं ग्रहों के स्थान परिवर्तन के बारे में:- 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा  

चैत्र मास में होने वाले पर्व, व्रत, त्योहार, योग एवं ग्रह परिवर्तन

19 मार्च 2022 : चैत्र कृष्ण प्रथमा, आम्रकुसुम प्राशन 

21 मार्च 2022 : चैत्र कृष्ण तृतीया, संकष्टी चतुर्थी व्रत

22 मार्च 2022 : चैत्र कृष्ण पंचमी, रंग पंचमी 

23 मार्च 2022 : चिंतामन गणेश यात्रा

24 मार्च 2022 : शीतला सप्तमी, बुध का मीन राशि में गोचर

25 मार्च 2022 : कालाष्टमी, शीतला अष्टम

28 मार्च 2022 : पापमोचनी एकादशी, पंचक प्रारंभ 

29 मार्च 2022 : भौम प्रदोष व्रत

30 मार्च 2022 : रंग त्रयोदशी 

31 मार्च 2022 : दर्श अमावस्या, शुक्र का कुंभ राशि में गोचर 

01 अप्रैल 2022 : चैत्र अमावस्या

02 अप्रैल 2022 : चैत्र नवरात्रिउगादिघटस्थापनागुड़ी पड़वा, नव संवत्सर प्रारंभ, ज्योतिष दिवस 

03 अप्रैल, 2022 : चेती चंड

04 अप्रैल 2022 : गणगौर तीज 

05 अप्रैल 2022 : विनायक चतुर्थी

07 अप्रैल 2022 : स्कंद षष्ठी, मंगल का कुम्भ राशि में गोचर

08 अप्रैल 2022 : बुध का मेष राशि में गोचर

09 अप्रैल 2022 : दुर्गाष्टमी, महाअष्टमी पूजा 

10 अप्रैल 2022 : रामनवमी

11 अप्रैल, 2022 : चैत्र नवरात्रि पारणा

12 अप्रैल 2022 : कामदा एकादशी, राहु का मेष राशि में गोचर, केतु का तुला राशि में गोचर 

13 अप्रैल 2022 : कामदा एकादशी वैष्णव, बृहस्पति का मीन राशि में गोचर

14 अप्रैल 2022 : महावीर जयंती, प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)मेष संक्रांति

16 अप्रैल 2022 : हनुमान जयंतीचैत्र पूर्णिमा व्रत

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

आपको हमारा ये लेख कैसा लगा..? हमे कमेंट कर ज़रूर बताएं। एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *