दिवाली 2019: जानें शगुन के जुए के मुहूर्त

दीपावली का त्यौहार भगवान श्री रामचंद्र के अयोध्या वापस लौटने के बाद नगर वासियों के द्वारा दीप जलाने से प्रारंभ हुआ, जिसका रूप आज के समय में काफी हद तक बदल गया है। आज काफी लोग इस दिन जुआ खेलना एक परंपरा मानते हैं और जमकर जुआ खेलते हैं। हमारे देश में कानूनी तौर पर जुआ खेलने को मान्यता प्राप्त नहीं है और यह एक व्यसन के तौर पर देखा जाता है। एक सभ्य और शालीन समाज में इसे बुरा कार्य ही मानते हैं, फिर भी कुछ लोग शगुन के तौर पर इस दिन जुआ खेलते हैं और आने वाले भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे शुभ मुहूर्तों के बारे में बताया है, जिनमें लक्ष्मी प्राप्ति की प्रबल संभावना होगी।

दीपावली 2019 पर जुए के शगुन के शुभ मुहूर्त

दीपावली के दिन हर कोई लक्ष्मी प्राप्ति की कामना करता है और इसी वजह से लोग इस दिन जुआ भी खेलते हैं, क्योंकि मान्यता है कि जो लोग इस दिन जुए में जीत हासिल करते हैं, उन्हें वर्ष भारत धन की कोई कमी नहीं रहती और महालक्ष्मी की कृपा उन पर बरसती है। लक्ष्मी प्राप्ति के उद्देश्य से शगुन के कुछ शुभ मुहूर्त हम आपको बता रहे हैं जो निम्नलिखित हैं:

रविवार, 27 अक्टूबर 2019

पहला मुहूर्त: 

दोपहर 1:29 से दोपहर 2:53 तक

दूसरा मुहूर्त: 

सायं काल 5:40 बजे से रात्रि 10:29 बजे तक

सोमवार, 28 अक्टूबर 2019

तीसरा मुहूर्त:

रात्रि 1:41 से प्रातः 3:17 तक

चौथा मुहूर्त:

प्रातः 4:54 बजे से प्रातः 6:30 बजे तक

दीपावली के दिन पाएँ माता महालक्ष्मी की कृपा

ऊपर दिए हुए शुभ मुहूर्त के दौरान आपको लक्ष्मी प्राप्ति की प्रबल संभावना बन सकती है। इसलिए यदि आप शगुन के तौर पर भी दीपावली के दिन लक्ष्मी प्राप्ति का कोई उपाय करना चाहें, तो इन मुहूर्तो में कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त जो लोग जुआ खेलते हैं, उन्हें इस समय का पालन करना काफी फ़ायदेमंद साबित हो सकता है।

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जुआ खेलने की पौराणिक मान्यता

जुआ खेलना सभ्य समाज का एक व्यसन माना गया है और इसे अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता, लेकिन आधुनिक समय में धन प्राप्ति की लालसा ने लोगों को इस ओर बढ़ा दिया है।  एक मान्यता के अनुसार भगवान शंकर और माता पार्वती के मध्य दीपावली के दिन चौसर का खेल हुआ था, जिसमें माता पार्वती ने विजय प्राप्त की थी और शंकर जी हार गए थे। हालांकि यह भी कहा जाता है कि वह कोई जुआ नहीं था, बल्कि मनोरंजन के उद्देश्य से खेला गया एक खेल था और इस कथा के पीछे कोई ठोस पौराणिक आधार भी नहीं है, फिर भी लोग इसी को आधार मानकर जुआ खेलना पसंद करते हैं, जो कि वास्तव में गलत है।

दीपावली के दिन लक्ष्मी आती हैं आपके द्वार

वास्तव में दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास का त्यौहार है, जिस दिन माता महालक्ष्मी से प्रार्थना की जाती है कि वे आपके घर आएं और वहां पर चिरकाल तक बस जाएं। ऐसे में जुआ खेलने की प्रथा अच्छी प्रतीत नहीं होती, लेकिन जो लोग इस दिन जुआ खेलते हैं, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि महाभारत काल में इसी जुए की भेंट चढ़कर कौरवों के समक्ष पांडवों का क्या हाल हुआ था। ऐसे में अपने स्वविवेक का इस्तेमाल अवश्य करें, ताकि दीपावली का त्यौहार एक अच्छे त्यौहार के रूप में जाना जाए।

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