चतुर्ग्रही योग को ज्योतिष शास्त्र में कई मायनों में शुभ माना जाता है। आज के दिन भी चार ग्रह लगभग शाम के 4 बजे तक एक ही राशि में रहेंगे और चतुर्ग्रही योग बनाएंगे। इस राज योग के दौरान जन्मे जातकों में कैसे गुण पाए जाते हैं और इसका असर आम जनजीवन पर कैसे पड़ेगा इसके बारे में हम आज आपको अपने इस लेख में बताएंगे।
सूर्य-चंद्रमा-शुक्र-बुध बना रहे हैं चतुर्ग्रही योग
वायु तत्व की कुंभ राशि में चार ग्रह सूर्य, चंद्रमा, बुध और शुक्र आज लगभग शाम के चार बजे तक विराजमान रहेंगे। यह चतुर्ग्रही योग 12 मार्च से ही बना हुआ है। यह योग वायु तत्व की राशि में बना है इसलिए लोगों के अंदर इस योग के दौरान भावनात्मक उफान देखा जा सकता है, क्योंकि चंद्रमा भी इन चार ग्रहों की युति में शामिल है।
मौसम में इस दौरान अचानक परिवर्तन देखने को मिल सकता है। व्यापारियों के लिए यह समय अच्छा रहेगा उनको लाभ होने की पूरी संभावना है। वाणी के कारक ग्रह बुध के इस युति में शामिल होने के कारण, कई लोग सामाजिक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं।
विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं सटीक समाधान
किन राशियों पर होगा इस योग का सबसे अधिक प्रभाव
इस योग का प्रभाव मुख्य रूप से कुंभ और सिंह राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा। वहीं वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या और तुला राशि के जातक भी इस योग से आंशिक रूप से प्रभावित होंगे।
कुंभ और सिंह राशि वालों पर प्रभाव
कुंभ राशि के जातकों के जीवन में इस योग के कारण कुछ परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। आपके व्यवहार में आक्रामकता इस दौरान दिखेगी। आप जल्दबाजी में इस दौरान कोई फैसला न लें तो अच्छा रहेगा। इस राशि के कारोबारियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय अच्छा साबित हो सकता है। वहीं सिंह राशि के जातक इस योग के दौरा स्पष्टवादिता पर जोर देंगे। आप अपने अटके कामों को इस दौरान पूरा कर सकते हैं। आपकी वाणी में इस समय तेज देखा जा सकता है। वैवाहिक जीवन को लेकर आपको सतर्क रहने की जरूरत है।
वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या और तुला राशि के जातकों पर प्रभाव
वृषभ राशि के लोग इस समय सुख सुविधाओं पर खर्च कर सकते हैं, माता के साथ आपको संबंध सुधारने का मौका मिलेगा। मिथुन राशि के विद्यार्थियों को इस योग के दौरान एकाग्रता की कमी महसूस हो सकती है। इसलिए उन्हें योग ध्यान करना चाहिए। कर्क राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य का पर ध्यान देने की जरूरत है। कन्या राशि के लोगों को अपने प्रतिद्वंदियों से डर होगा लेकिन आप उनपर विजय पाने में कामयाब होंगे। तुला राशि के लोग रचनात्मक कार्यों में इस दौरान रुचि लेंगे और उन्हें इससे लाभ की प्राप्ति भी होगी।
आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी राजयोग रिपोर्ट से
कैसे होंगे इस योग में जन्मे जातक
सूर्य-चंद्रमा-बुध-शुक्र चतुरग्रही योग के दौरान पैदा हुए जातक धार्मिक और दानी प्रवृति के होते हैं। ऐसे जातक सामाजिक उत्थान के लिए विश्राम घरों का निर्माण कर सकते हैं। ऐसे लोग महत्वकांक्षी होते हैं और अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। इन लोगों का रवैया सभी लोगों के साथ मैत्रीपूर्ण होता है। अपने अच्छे स्वभाव के कारण ऐसे लोग समाज में अच्छी पहचान बनाते हैं।
हम आशा करते हैं कि, आपको यह लेख पसंद आया होगा। अब तक एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।