3 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा, जानें कपाट खुलने की तारीख और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया।

भारत में चार धाम की यात्रा का अपना एक विशेष महत्व होता है। हिन्दू धर्म के अनुयायियों को हर वर्ष इस पावन यात्रा का इंतज़ार रहता है। अब सरकार और प्रशासन द्वारा इन्हीं चार धामों के कपाटों के खुलने की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। 

पिछले 2 वर्ष से कोरोना संक्रमण को देखते हुए चार धाम यात्रा का संचालन नहीं किया गया था, परंतु 2 वर्ष के बाद अब पुनः इस यात्रा की तैयारी पूरे जोरों-शोरों के साथ शुरू हो गई है। आइये जानें आखिर किस-किस तारीख को खुलेंगे किस धाम के कपाट। 

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अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर खुले 2 धाम के कपाट 

उत्तराखंड प्रशासन के अनुसार हिन्दू पंचांग की अक्षय तृतीया के शुभ अवसर यानी 3 मई , मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोल दिए गए हैं। जिसके साथ ही इस दिन से इन दोनों धामों के लिए यात्रा का शुभारंभ हो गई है। इस वर्ष की चार धाम यात्रा में प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद की जा रही है। इसलिए कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को चारधाम यात्रा के लिए आरटी पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लाना अनिवार्य होगा।

सरकार और प्रशासन स्वयं भी इस यात्रा को लेकर खासा उत्सुक दिखाई दे रहा है। इसके लिए उनकी तरफ से श्रद्धालुओं को असुविधा से बचाने हेतु उपयुक्त व्यवस्था जारी है। 

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चार धाम यात्रा के लिए कपाट खुलने की तारीख 

धामकपाट खुलने की तारीख
गंगोत्री धाम :3 मई, 2022 
यमुनोत्री धाम :3 मई, 2022
केदारनाथ धाम :6 मई, 2022
बदरीनाथ धाम :8 मई, 2022

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हर यात्री के लिए जारी किया जाएगा यूनिक QR कोड

ऐसा पहली बार होगा जब चारधाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। इसमें हर यात्री को रजिस्ट्रेशन के दौरान एक यूनिक क्यूआर (QR कोड) कोड दिया जाएगा, जो यात्री को दिए गए रिस्ट बैंड में होगा।

इस QR कोड को हर धाम में प्रशासन द्वारा स्कैन किया जाएगा और इसकी मदद से बाद में पर्यटन विभाग को हर एक यात्री से संबंधित समस्त जानकारी, जैसे : पंजीकरण यात्री ने कब किस धाम के दर्शन किये इस जानकारी के साथ-साथ तीर्थयात्रियों व उनके वाहनों को भी आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। 

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रजिस्ट्रेशन संबंधी जानकारी 

पूर्व में चार धाम यात्रा को सही तरह से संचालन करने में प्रशासन को काफी मशक्क्त करनी करनी पड़ती थी। लेकिन इस बार कोरोना के बढ़ते मामले और यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद के चलते सरकार ने संचालन के लिए टेक्नोलॉजी की मदद लेने का फैसला किया है। 

  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से श्रद्धालुओं के लिए वेबसाइट जारी की गई है: https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/
  • आकड़ों की मानें तो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एक मार्च से खुल गया था, जहाँ अभी तक लगभग 2 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। 
  • यात्रा में आने वाले यात्रियों को उत्तराखंड सरकारी की ओर से ऑफलाइन पंजीकरण की भी सुविधा दी जा रही है। 
  • हर एक तीर्थयात्री का डाटा संबंधित जिलों के DM दफ्तर के साथ साझा किया जाएगा, ताकि ज़रूरत पड़ने पर यात्री को किसी भी प्रकार की मदद तुरंत मिल सके। 

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