19 नवंबर को साल के अंतिम चंद्रग्रहण का राशिनुसार प्रभाव

चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है जो लगभग हर वर्ष संपन्न होती है लेकिन यह सदैव ही मानव के लिए कौतूहल का विषय रही है क्योंकि चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण दो ऐसी खगोलीय घटनाएं हैं, जिन पर सभी लोग निगाह रखते हैं। वर्ष 2021 का अंतिम चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने वाला है।

 

चंद्रमा का हमारे जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है क्योंकि चन्द्रमा जल तत्व का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह है और हमारे शरीर में 70% से अधिक जल की मात्रा होती है। इस प्रकार हमारे जीवन में चंद्रमा का बहुत महत्व है। जिस प्रकार चंद्रमा ज्वार भाटे का कारण बनता है, उसी प्रकार हमारे जीवन में भी भावुकता को बढ़ाने में और जल तत्व को नियंत्रित करने में चंद्रमा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यदि आपके मन में भी अपने जीवन को लेकर किसी भी तरह का कोई सवाल है तो अभी हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों से आप उससे जुड़े प्रश्न पूछ सकते हैं।

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19 नवंबर को लगेगा साल का अंतिम चंद्रग्रहण

यह चंद्र ग्रहण शुक्रवार के दिन होगा और हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन यानी कि 19 नवंबर 2021 को यह चंद्रग्रहण होगा। कार्तिक मास को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और कार्तिक पूर्णिमा को हिंदू धर्म में विशेष मान्यता दी गई है। ऐसे में इस दिन चंद्र ग्रहण होना भी अपने आप में एक विशेष बात है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण ना होकर आंशिक चंद्रग्रहण या खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा और कुछ जगहों पर उपच्छाया चंद्र ग्रहण के रूप में भी दिखाई देगा। 

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कहां कहां देखा जाएगा 19 नवंबर 2021 का चंद्र ग्रहण

यदि हिंदू पंचांग की बात करें तो उसके अनुसार यह खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा जो कि शुक्रवार के दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होगा। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में होंगे। वृषभ राशि चंद्रमा की उच्च राशि मानी जाती है क्योंकि यहां पर चंद्रमा पूर्ण प्रबल होता है। इसके साथ ही यह चंद्रग्रहण कृतिका नक्षत्र में भी आकार लेगा जिसके स्वामी सूर्य महाराज हैं और वे चंद्र देव के मित्र हैं तथा वृषभ राशि के स्वामी शुक्र देव हैं। 

यह खंडग्रास चंद्रग्रहण पश्चिमी यूरोप, पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, इंडोनेशिया, थाईलैंड, रूस, चीन में पूर्ण रूप से दिखाई देगा और एशिया के कुछ भागों में भी दृश्य मान होगा। इसके अलावा पेसिफिक और अटलांटिक महासागर से भी इसे देखा जा सकता है। यदि भारत देश की बात करें तो भारत के अत्यंत पूर्वी सीमांत क्षेत्रों जैसे कि अरुणाचल प्रदेश का पूर्वी सीमांत क्षेत्र तेजू, चांगबिनती, आदि में यह ग्रहण देखा जा सकता है। भारत के पूर्वी सीमांत क्षेत्रों में यह चंद्रग्रहण उस समय दिखाई देगा, जब यह समाप्त होने वाला होगा और कुछ अन्य क्षेत्रों से यह उपच्छाया चंद्रग्रहण के रूप में आकार लेगा और खाली आंखों से दिखाई नहीं देगा। 

चंद्र ग्रहण का समय

वर्ष 2021 का अंतिम चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को भारतीय समय के अनुसार दोपहर 11:32 से सायंकाल 17:33 तक देखा जा सकता है। पूर्ण समय अवधि की बात करें तो खंडग्रास चंद्रग्रहण की कुल अवधि लगभग साढे 3 घंटे की और उपच्छाया की अवधि लगभग 6 घंटे की होगी। इस प्रकार यह चंद्र ग्रहण अपनी उच्च राशि वृषभ में चंद्रमा के गोचर के दौरान घटित होगा।

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क्या है खग्रास, खंडग्रास और उपच्छाया चंद्र ग्रहण?

यदि खगोल के आधार पर बात करें तो पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है लेकिन कई बार ऐसी स्थिति बनती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक ही सीधी रेखा में आ जाते हैं यानी कि चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाने के कारण चंद्रमा पर सूर्य का प्रकाश प्रत्यक्ष रूप से नहीं पहुंच पाता है और कुछ या अधिकांश भाग को पृथ्वी रोक लेती है जिससे सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता और चंद्रमा पूर्ण रूप से चमकदार ना होगा कहीं कहीं से काला या धुंधला नजर आने लगता है। ऐसी स्थिति को चंद्रग्रहण कहते हैं।

जब पृथ्वी द्वारा सूर्य की रोशनी का पूरा हिस्सा ढक लिया जाता है और चंद्रमा पर बिल्कुल भी प्रकाश नहीं पहुंचता तो चंद्रमा पूर्ण रूप से अस्त नजर आता है और काले घेरे में नजर आता है। यह पूर्ण चंद्रग्रहण या खग्रास चंद्र ग्रहण की स्थिति होती है।  

यदि पृथ्वी चंद्रमा के पूर्ण भाग को ग्रसित नहीं कर पाती है और उसका कुछ भाग ही अस्त होता है और कुछ भाग प्रकाशमान रहता है तो इसे आंशिक या खंडग्रास चंद्रग्रहण के नाम से जाना जाता है।  19 नवंबर 2021 को होने वाला चंद्रग्रहण भी खंडग्रास चंद्रग्रहण है। 

उपरोक्त स्थितियों के अलावा एक स्थिति यह भी होती है कि चंद्रमा पृथ्वी की छाया में प्रवेश तो कर जाता है और वहीं से वह बाहर की ओर निकल जाता है यानी कि पृथ्वी की वास्तविक छाया से दूर ही रह जाता है। तो ऐसे में चंद्रमा की सतह धुंधली सी प्रतीत होती है और वह इतनी धुंधली होती है कि उसे खाली आंखों से आसानी से देखा भी नहीं जा सकता लेकिन इस स्थिति में चंद्रमा का कोई भी भाग ग्रस्त नहीं होता, केवल धुंधला हो जाता है। इसी को उपच्छाया चंद्रग्रहण कहा जाता है। 

उपच्छाया चंद्र ग्रहण और सूतक काल

किसी भी ग्रहण से पहले एक विशेष समय होता है, जिसे सूतक काल कहते हैं कि सूतक काल में कुछ कार्य करना वर्जित माना जाता है। चंद्र ग्रहण से पूर्व लगभग 9 घंटे पूर्व का समय सूतक काल के रूप में शुरू होता है और यह चंद्र ग्रहण की समाप्ति के बाद ही समाप्त माना जाता है। ग्रहण का एक नियम होता है कि ग्रहण जहां पर नग्न आंखों से दृश्य मान होता है, केवल वहीं पर उसका सूतक काल माना जाता है। 

इस प्रकार जिन क्षेत्रों में खंडग्रास चंद्रग्रहण दिखाई देगा, वहां पर इसका सूतक काल मान्य होगा और वह  खंडग्रास चंद्रग्रहण के लगभग 9 घंटे पूर्व से शुरू होकर ग्रहण की समाप्ति तक चलेगा जबकि जिन क्षेत्रों में केवल उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा वहां पर वास्तव में ग्रहण ना होने के कारण कोई भी सूतक काल मान्य नहीं होगा और ना ही कोई ग्रहण माना जाएगा। धार्मिक ग्रंथों की बात करें तो जब केवल पूर्ण चंद्रग्रहण या आंशिक चंद्रग्रहण होता है तभी उसको ग्रहण की श्रेणी में रखा जाता है और उसका सूतक में होता है जबकि उपच्छाया चंद्रग्रहण को एक ग्रहण के रूप में नहीं माना जाता और इसका कोई भी सूतक नहीं होता है। 

आप इस दिन कार्तिक पूर्णिमा से संबंधित सभी प्रकार के दान, जाप, अनुष्ठान तथा स्नान, दान, पुण्य कर्म आसानी से किए जा सकते हैं। यदि आप ग्रहों की स्थिति के अनुसार अपने बारे में विस्तृत जानकारी और व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं, तो एस्ट्रोसेज बृहत् कुंडली आपके लिए मददगार विकल्प साबित हो सकती है।

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19 नवंबर 2021 के खंडग्रास चंद्र ग्रहण का  कालचक्र की विभिन्न राशियों पर प्रभाव

ग्रहण काल में चंद्रमा प्रभावित होगा और यह ग्रहण वृषभ राशि में घटित होगा तथा कृतिका नक्षत्र में आकार लेगा। इसका तात्पर्य है कि वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों को विशेष रूप से इस ग्रहण का प्रभाव मिलेगा तथा अन्य राशियों के लोगों को भी चंद्रमा की स्थिति के अनुसार शुभाशुभ परिणाम प्राप्त होंगे। आइए जानते हैं आपकी राशि के लिए क्या होगा चंद्र ग्रहण का प्रभाव:

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मेष राशि

आपको अपने धन को लेकर उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक संबंधों में भी असर पड़ेगा। आप अपने संबंधों में थोड़े ठंडे पड़ सकते हैं जिसकी वजह से लोगों को लगेगा कि आप उनकी कद्र नहीं करते हैं। मानसिक तनाव में बढ़ोतरी हो सकती है। खर्चों की थोड़ी अधिकता रहेगी। अच्छे खानपान पर ध्यान देना बेहद जरूरी होगा। भरपूर मात्रा में जल का सेवन करने से समस्या से बच सकते हैं। मौसम में बदलाव से समस्या हो सकती है। 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के अंतर्गत यह खंडग्रास चंद्रग्रहण घटित होने के कारण आपके ऊपर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। मानसिक तनाव के साथ-साथ जल जनित समस्याएं, कफ प्रकृति के रोग आपको परेशान कर सकते हैं। मानसिक स्थिति में भी उतार-चढ़ाव देखने को रहेगा और मानसिक व्याकुलता रहेगी। कार्यों में व्यवधान आ सकते हैं और शारीरिक समस्याएं या वाहन चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। किसी भी बात को लेकर ज्यादा जुनूनी होना आपके लिए अनुकूल नहीं रहेगा।

मिथुन राशि

यह खंडग्रास चंद्रग्रहण आपकी आर्थिक स्थिति के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी और स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। आप के कुछ महत्वपूर्ण कार्य कुछ समय के लिए अटक सकते हैं और मानसिक तनाव के कारण आप उनको सही समय पर पूर्ण नहीं कर पाएंगे। इस दौरान स्वास्थ्य समस्याएं आपकी परेशानी बन सकती हैं जिसका असर आपके काम पर भी पड़ सकता है। अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें और अपनी दिनचर्या को सुधारें तो लाभ होगा। 

कर्क राशि 

आपके लिए यह समय अनुकूलता लेकर आएगा। कार्य में सफलता मिलेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आपकी योजनाएं पूर्ण होंगी जिनके पूर्ण होने से आपको मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी और आपकी आमदनी में इजाफा होने के योग बनेंगे। मित्रों से अच्छे संपर्क बनेंगे लेकिन हल्का मानसिक तनाव बना रह सकता है। 

सिंह राशि 

आप अपने कार्यक्षेत्र को लेकर काफी व्यस्त नजर आएंगे आपके काम में बढ़ोतरी होगी और आपको कोई नया पदभार सौंपा जा सकता है। धन की आमदनी होगी जिससे मन में प्रसन्नता का भाव रहेगा। घर परिवार में भी सुख शांति रहने की संभावना है। मन से खुश रहेंगे। माता की ओर से कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उनका स्वास्थ्य पीड़ित होने से आपको उनकी चिंता रहेगी। कामों में थोड़ा प्रयास करने से अच्छी सफलता मिल सकती है। 

कन्या राशि 

लंबी दूरी की यात्राएं करना तनावपूर्ण रहेगा। मानसिक रूप से खुद को कमजोर महसूस करेंगे। मन में शांति महसूस नहीं होगी। लंबी दूरी की यात्राओं से बच कर रहना ज्यादा जरूरी होगा। आपका मानसिक तनाव बढ़ सकता है और खर्चे अधिक पिता से संबंधों पर असर पड़ सकता है तथा आर्थिक रूप से यह समय थोड़ा कमजोर रहने की संभावना रहेगी।

तुला राशि 

यह समय थोड़ा कमजोर रहेगा। आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं और मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ सकता है। बेवजह की यात्राओं से मन परेशान रहेगा और खर्चों में भी अधिकता है। ससुराल पक्ष से संबंध उतार-चढ़ाव के बीच गुजरेंगे। अचानक से धन हानि होने और उसके बाद धन लाभ होने की संभावना बन सकती है। मन में खुशी का भाव कम होगा और किसी गलतफहमी के कारण रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। स्वयं के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। 

वृश्चिक राशि 

आपके लिए यह समय मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। दांपत्य जीवन में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आप और आपके जीवनसाथी के मध्य मानसिक इस तरह की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। एक दूसरे को समझने में कुछ कमी आएगी। भावुकता में कुछ गलत निर्णय ले सकते हैं। व्यापार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा और व्यवसाय में कुछ बाधाएं आ सकती हैं। व्यवसायिक साझेदार से रिश्तों पर असर पड़ सकता है और सामाजिक छवि प्रभावित हो सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आवश्यक होगा। 

धनु राशि

यह समय आपके लिए उन्नति लेकर आएगा। नौकरी में आपको सफलता मिलेगी। कार्यों में प्रसन्नता होगी। जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी विरोधियों पर आप भारी पड़ेंगे। कर्ज चुकाने में सफलता मिलेगी। कोई बीमारी चली आ रही है तो उसमें आराम मिलेगा और राहत की सांस लेंगे। इस दौरान थोड़े से खर्चे जरूर बढ़ सकते हैं। 

मकर राशि

संतान पक्ष की चिंता रहेगी और संतान से मतभेद हो सकते हैं या उनकी बात समझ पाने में आप अ-सक्षम रहेंगे जिससे कुछ चुनौतियां सामने आएंगी। यदि आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा में एकाग्रता की कमी के चलते उत्तम परिणाम मिलने में कठिनाई होगी। यदि किसी से प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है और एक दूसरे को समझने में कठिनाई होने के कारण रिश्ते पर उसका बुरा असर पड़ सकता है। आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए बहुत ज्यादा प्रयास करने पड़ेंगे। 

कुंभ राशि 

भौतिक सुखों में कुछ कमी हो सकती है। मन में माता के प्रति अथाह प्रेम नजर आएगा और लेकिन उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं मानसिक रूप से तनाव देंगी, फिर भी उनके प्रति स्नेह की भावना रहेगी। पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। कार्यक्षेत्र में दबदबा मजबूत होगा। मानसिक तनाव बढ़ने से कार्य में रुकावट आ सकती है। 

मीन राशि

आपके लिए यह समय अनुकूल रहेगा। अपने निजी प्रयासों से आप अपने कार्य में सफलता अर्जित करेंगे। भाग्य की बढ़ोतरी होगी और खर्च में कमी आते हुए आमदनी में बढ़ोतरी के संकेत मिलेंगे। आपकी कार्यकुशलता और दृढ़ निश्चय आपको हर जगह विजय दिलाएंगे। साहस और पराक्रम की बढ़ोतरी होगी। अपने छोटे भाई बहनों के सहयोग से आपसी संबंधों में मधुरता आएगी और कोई छोटी दूरी की यात्रा भी इस दौरान कर सकते हैं। 

आचार्य मृगांक शर्मा से फोन/चैट पर जुड़ें

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