24 जून से बुधादित्य योग- राजाओं जैसा जीवन जीने के लिए तैयार रहें इन 3 राशियों के जातक!

इस धरती पर सूर्य को ऊर्जा का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत माना गया है। यह पृथ्वी पर जीवन का कारक है। यह शक्ति, सहनशक्ति, बल, सरकार, पिता, अधिकार का कारक होता है। दूसरी और बात करें बुध ग्रह की तो यह बहन, संचार, बुद्धि, भाषण, का कारक है। ऐसे में जब इन दोनों अद्भुत ग्रहों की आपस में युति होती है तो ज्योतिष में इसे बुधादित्य योग के नाम से जाना जाता है। 

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अगर आप बुधादित्य योग या उसका अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानना चाहते हैं तो विद्वान ज्योतिषियों से बात करें

ज्योतिष के अनुसार बुधादित्य योग के लाभों का जातक को सबसे अच्छा परिणाम तब प्राप्त होता है जब यह योग अनुकूल भावों में स्थित होता है। हालांकि इस योग का शुभ होना आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर ही निर्भर करता है। शुक्र या गुरु के साथ सूर्य और बुध व्यक्ति को आध्यात्मिक बनाते हैं। बुध जहां हमारे विचार को दर्शाता है वहीं शुक्र मोक्ष और एकांत की प्राप्ति के जीवन में उच्च लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विचारों को शांत करता है। बात करें शनि, राहु या केतु जैसे ग्रह जब सूर्य और बुध के साथ होते हैं तो इस योग के अच्छे प्रभावों के परिणाम में कमी देखने को मिलती है। बुधादित्य योग को ज्योतिष में राजयोग की श्रेणी में रखा गया है और यह सूर्य या बुध की महादशा के दौरान अपना फल प्रदान करता है। यहां जानने वाली बात यह भी है कि बुध और सूर्य जब दोनों ही छठे, आठवें, या बारहवें भाव के स्वामी नहीं होने चाहिए।

बुधादित्य योग के लाभ 

  • बुधादित्य योग के प्रभाव से व्यक्ति व्यापार या संचार से संबंधित व्यवसाय के माध्यम से उच्च ज्ञान प्राप्त करता है और अपने जीवन में नाम, धन, प्रसिद्धि, सफलता, और भौतिक लाभ भी अर्जित करता है। 
  • व्यवसाय, मीडिया, संचार के इलेक्ट्रॉनिक माध्यम, पत्रकारिता, कलाकार, कुछ ऐसे क्षेत्रों हैं जिनमें  जातकों को सफलता मिलती है। 
  • जिन जातकों के जीवन में इस योग का प्रभाव होता है वो महान अभिनेता, प्रसिद्ध लेखक, भी बन सकते हैं। साथ ही व्यवसाय या मार्केटिंग के ऑनलाइन तरीकों से प्रसिद्धि प्राप्त कर सकते हैं। 
  • यह योग उत्तम शिक्षा और आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान करता है। जिन जातकों के जीवन पर इस योग का प्रभाव होता है ऐसे व्यक्ति हमेशा विपरीत लिंग के बीच लोकप्रिय रहते हैं। 
  • यह योग व्यक्ति को उत्कृष्ट वकील और न्यायाधीश बनने में भी मददगार साबित होता है। विशेष तौर पर योग का प्रभाव तब मिलता है जब योग छठे भाव में अनुकूल राशि में बन रहा होता है। 
  • बुधादित्य योग अगर सप्तम भाव या सप्तम भाव के स्वामी के साथ संबंध बनाता है तो ऐसी स्थिति में जातक का विवाह संपन्न परिवार में होता है। ऐसे जातकों का जीवन साथी प्यार और देखभाल करने वाला होता है और साथ ही बेहद ही बुद्धिमान होता है और कलात्मक और भी होते हैं और दिखने में सुंदर होते हैं। 
  • यह योग जातक के जीवन में चमत्कारिक ढंग से उन्नति प्रदान कर सकता है। साथ ही जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में सफलता दिलाता है। 
  • बुधादित्य योग के प्रभाव से जातक भाग्यशाली होते हैं, उनका अध्यात्म की तरफ अलग ही रुझान होता है। ये योग नवम भाव से संबंध बनाता है तो जातकों को पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है। ऐसे व्यक्तियों के पास उत्कृष्ट व्यवसायिक योग्यता देखने को मिलती है। 
  • यह योग दशम भाव से संबंध बनाता है तो ऐसे जातक विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी सफलता प्राप्त करते हैं। 
  • ऐसे जातकों को सरकारी अधिकारियों से लाभ मिलता है और यह खुद एक सरकारी पद प्राप्त करते हैं। 
  • ऐसे जातक प्रबुद्ध हो सकते हैं और ज्योतिष, अंक ज्योतिष, आदि गुप्त विज्ञान में प्रसिद्धि प्राप्त कर सकते हैं और विश्व स्तर के आध्यात्मिक गुरु भी बन सकते हैं।

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कब बनता है बुधादित्य योग

  • लग्न भाव में सूर्य और बुध दोनों ही लाभकारी ग्रह के रूप में स्थित होने की स्थिति में बुधादित्य योग का निर्माण होता है। 
  • सूर्य और बुध दोनों को नक्षत्र और उनकी व्यक्तिगत डिग्री के संदर्भ में शुभ स्थिति में होना चाहिए। 
  • सूर्य और बुध पर शनि, राहु या केतु जैसे पापी ग्रहों की दृष्टि या इनके साथ युति नहीं होनी चाहिए। 
  • बुधादित्य योग त्रिक भावों जैसे छठे, आठवें, और बारहवें, भाव में नहीं बनना चाहिए। 
  • युति 3 डिग्री से अधिक निकट और 10 डिग्री से अधिक अलग नहीं होना चाहिए।

अब जान लेते हैं किन तीन राशि के जातकों के लिए यह बुधादित्य योग वरदान साबित होने वाला है।

बुधादित्य योग से इन 3 राशियों को होगा महा-लाभ 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य के साथ-साथ बुध भी एक लाभकारी ग्रह माना गया है। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय करियर के लिहाज से शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपके पदोन्नति होने के आसार हैं। साथ ही आपको कार्यक्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण पद या जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती है जो सफलता में आपके लिए सहायक साबित होंगे। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें दूसरे भाव और पंचम भाव के स्वामी बुध और चतुर्थ भाव के स्वामी सूर्य के दूसरे भाव में एक साथ आने से उन्हें लाभ मिलने के आसार हैं। चौथे भाव का स्वामी दूसरे घर में दूसरे भाव के स्वामी के साथ यह स्थिति बेहद ही शुभ स्थिति को दर्शाता है।

बुध और सूर्य की युति आपको बुद्धिमानी से लेकर उपयुक्त निर्णय लेकर जोखिम उठाने में मदद करेगी। दूसरे भाव में बनने वाला बुधादित्य योग वृषभ राशि के जातकों को धन लाभ कराएगा। दूसरा भाव कमाई का भाव कहा जाता है। व्यवसाय के स्वामी अपनी योग्यता और संचार कौशल का उपयोग करने में इस समय अवधि में सक्षम होंगे और अपने व्यवसाय में भारी लाभ प्राप्त करेंगे। इसके अलावा इस राशि के कॉर्पोरेट कर्मचारी भी उचित पदोन्नति प्राप्त करने में कामयाब होंगे और अपने लिए नौकरी के अच्छे अवसर हासिल करेंगे। साथ ही इस समय अवधि में आप आर्थिक वित्तीय प्रचुरता का भी आनंद उठाएंगे।

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मिथुन राशि

बुध प्रथम और चतुर्थ भाव का स्वामी है और सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होता है। मिथुन राशि के जातकों के लिए यह बुधादित्य योग लग्न भाव में बनने जा रहा है। बुध और सूर्य की युति मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद ही शुभ मानी जाती है इसीलिए यह योग निश्चित रूप से आपको विदेश के माध्यम से भारी लाभ कराने में मददगार साबित होगा।

इस समय अवधि में मिथुन राशि के जातकों को शानदार व्यक्तित्व और उच्च बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होगा। यह योग इस राशि के जातकों को अच्छे वित्तीय लाभ और ज्ञान का आशीर्वाद भी प्रदान करेगा। मिथुन राशि के जातक अपने प्रयासों से अपनी आजीविका अर्जित करेंगे। यह योग मुख्य तौर पर मिथुन राशि के जातकों को एक आसान और खुशहाल जीवन जीने में मददगार साबित होगा। आप इस दौरान समृद्ध और खुशहाल जीवन व्यतीत करेंगे। साथ ही इस राशि के कार्यक्षेत्र से जुड़े जातक किसी संगठन या फर्म में प्रशासक भी बन सकते हैं। आप अपनी उत्कृष्ट संचार कौशल से संपन्न होकर एक कामयाब व्यवसाई बनने के लिए आवश्यक कदम उठाते भी नजर आएंगे।

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्न भाव का स्वामी है और बुध आपके दूसरे और एकादश भाव का स्वामी है। बुधादित्य योग आपके ग्यारहवें भाव में बनने जा रहा है। ऐसे में सिंह राशि के जातकों के लिए इस दौरान धन योग और महालक्ष्मी योग भी बन रहा है। सिंह राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनके लिए यह समय बेहद ही शानदार रहेगा। आपको इस दौरान विलासिता वित्तीय प्रचुरता और शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होने वाला है। 

इस राशि के जो जातक किसी निजी फर्म या प्रशासनिक पद पर काम करते हैं उनके लिए भी यह समय अवधि बेहद अनुकूल होगी क्योंकि आपको इस दौरान लाभ मिलने वाला है। आप करियर में नई ऊंचाइयों को छू लेंगे। साथ ही सिंह राशि के जातकों को वित्तीय लाभ मिलने की भी प्रबल संभावना बन रही है। इस दौरान इस राशि के कुछ जातकों को उम्मीद से बड़ा प्रमोशन और जिम्मेदारियां मिल सकती हैं जिससे समाज में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ने वाली है और आपकी आर्थिक स्थिति पहले से अधिक मजबूत बनेगी।

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बुधादित्य योग के प्रभावशाली उपाय 

हालांकि यदि ऊपर दी गई राशि में आपकी राशि नहीं है तो भी दिल छोटा करने की आवश्यकता नहीं है। आप नीचे दिए गए उपायों को करके अपने जीवन में बुधादित्य योग का शुभ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। बुधादित्य योग का शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए, 

  • बुध ग्रह का हवन करें। 
  • रोज सूर्य की पूजा करें और तांबे के बर्तन में जल और उसमें कुछ गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। 
  • अपने पिता और अपने बड़ों का सम्मान करें। 
  • पक्षियों के लिए दाना डालें और गरीब लोगों को भोजन कराएं।

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