बुध मेष राशि में वक्री: बदल जाएगी इन 5 राशि वालों की ज़िंदगी!

बुध मेष राशि में वक्री 2023: एस्ट्रोसेज हमेशा ही अपने रीडर्स के लिए कुछ न कुछ ख़ास लेकर आता है। एक बार फिर हम हाज़िर हैं इस ब्लॉग के साथ जिसमें हम आपको बुध मेष राशि में वक्री के बारे में अहम जानकारी प्रदान करेंगे जैसे कि तिथि और समय आदि। साथ ही, हम उन 5 भाग्यशाली राशियों के बारे में भी जानेंगे जिनके लिए बुध की वक्री अवस्था बेहद लाभकारी साबित होने की संभावना है।

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बुध बेहद तेज़ गति से चलने वाला ग्रह है और दूसरे ग्रहों की तुलना में यह काफ़ी जल्दी राशि परिवर्तन करता है। हालांकि, बुध का वक्री होना आमतौर पर राशियों के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं रहता है। 21 अप्रैल 2023 को दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर बुध मेष राशि में वक्री हो रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप 5 राशियों के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं जिसके बारे में हम आगे विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे। 

बुध मेष राशि में वक्री: इन 5 राशियों की खुलेगी किस्मत

मेष- आपकी कुंडली के तीसरे और छठे भाव पर बुध का शासन है और यह आपके पहले भाव में वक्री होंगे। पहला भाव स्वयं का और हमारे व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। इस अवधि में मेष राशि के जातकों को अपने करियर में अच्छी प्रगति मिलेगी और आपको नौकरी के नए प्रस्ताव भी मिलेंगे जो आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे। इसके अलावा, आपको विदेश जाने का अवसर मिलने की प्रबल संभावना है। वहीं, दूसरी ओर अगर आप व्यापार करते हैं तो आप अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर देने में सफल रहेंगे और विजेता बनकर उभरेंगे। कुल मिलाकर आप आसानी से बड़ा धन लाभ अर्जित कर पाएंगे।

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मिथुन-बुध आपकी कुंडली के पहले और चौथे भाव पर शासन करते हैं और अब यह ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। कुंडली का ग्यारहवां भाव उपछाया भाव होता है जो कि लाभ, सामाजिक मेलजोल और दोस्तों का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का वक्री होना आपके जीवन में कई तरह के सकारात्मक बदलाव लेकर आ सकता है। इस दौरान आप करियर में तरक्की करेंगे, विदेश की यात्रा करेंगे और अपनी तमाम इच्छाओं की पूर्ति करने में सफल होंगे। मिथुन राशि के जातक पूरी लगन और मेहनत के साथ काम करेंगे और इसके परिणामस्वरूप आपको प्रमोशन मिलने के प्रबल योग हैं। साथ ही, आपको कोई ख़ास जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। व्यवसाय करने वाले जातक अपनी जान-पहचान के बल पर नए अवसर प्राप्त करने में सफल होंगे और अपने कार्य में कामयाब भी होंगे।

सिंह- बुध आपकी कुंडली के दो महत्वपूर्ण भावों पर शासन करते हैं और अब यह नौवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। यह भाव पिता, गुरु, धर्म और भाग्य को दर्शाता है। सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का इस भाव में वक्री होना बेहद भाग्यशाली साबित होने की संभावना है। आपको अपने पिता और घर के अन्य बुजुर्गों का भरपूर समर्थन प्राप्त होगा। इसके अलावा, आप अपनी क्षमताओं, तेज़ बुद्धि और अपने सालों के अनुभव के दम पर कामयाबी हासिल करने में सफल होंगे। आपकी कार्य दक्षता इस अवधि में अच्छी रहेगी और इसके परिणामस्वरूप आपको करियर में कुछ बेहतरीन अवसर मिलेंगे। बिज़नेस करने वाले जातकों के लिए बुध का वक्री होना एक स्वर्णिम अवसर साबित होगा और आप बड़े लेवल पर धन लाभ कमाने में सफल होंगे। कुल मिलाकर आपको भाग्य का भरपूर साथ प्राप्त होगा।

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कुंभ- बुध आपकी कुंडली के पांचवें और आठवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह तीसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। करियर के लिहाज़ से आपके लिए बुध का मेष राशि में वक्री होना एक वरदान साबित होगा। कुंडली का तीसरा भाव उन कार्यों को दर्शाता है जिसमें हाथों का उपयोग ज्यादा किया जाता है, उदाहरण के तौर पर शिल्पकला, मिट्टी के बर्तन बनाना और ऐसे दूसरे कार्य आदि। अगर आप इन कार्यों में लगे हैं तो इस अवधि में आप उत्तम परिणाम हासिल करने में सक्षम होंगे। इतना ही नहीं आप अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए कामयाबी हासिल करेंगे।

मीन- बुध आपकी कुंडली के चौथे और सातवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। दूसरा भाव कमाई और परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। अगर आप ऐसे प्रोफेशन में हैं जिसमें संवाद कौशल और बातचीत का विशेष महत्व है जैसे कि पत्रकारिता। आपको बता दें कि यह अवधि आपके लिए उत्तम परिणाम लेकर आएगी। इसके अलावा, अगर आप पारिवारिक व्यवसाय का हिस्सा हैं तो आपके लिए भी बुध का वक्री होना फलदायी साबित होगा और इस दौरान आप तरक्की हासिल करने में सक्षम होंगे और नए अवसर भी  प्राप्त करेंगे।  आपको करियर और बिज़नेस में अपने जीवनसाथी का भी भरपूर साथ मिलेगा। 

वक्री बुध के हानिकारक प्रभावों से बचने के आसान उपाय

  • बुध के बीज मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ का रोज़ाना 108 बार जाप करें।
  • किन्नरों को नीले रंग के कपड़े दान करें।
  • भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें और उन्हें दूर्वा घास चढ़ाएं।
  • घर और कार्यस्थल पर बुध यंत्र स्थापित करें और उसकी पूजा करें।
  • पक्षियों को भीगे हुए मूंग खिलाएं।

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