बुध सिंह राशि में मार्गी: जानें किस राशि पर कैसा पड़ेगा प्रभाव व आसान उपाय!

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बहुत अधिक महत्व दिया गया है क्योंकि यह अपनी प्रत्येक अवस्था जैसे उदय, वक्री, मार्गी सभी में विशेष परिणाम प्रदान करते हैं। बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट है और इस कारण ये अस्त अवस्था में ही रहते हैं लेकिन कभी-कभी अस्त अवस्था से बाहर निकलकर उदित हो जाते हैं। बुध ग्रह वक्री यानी उल्टा चलता हुआ प्रतीत हो जाए तो कई कार्यों में समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। वहीं बुध का मार्गी होना अनुकूल परिणाम देने वाला कहा जा सकता है। हालांकि विभिन्न राशियों के लिए अलग-अलग भावों में होने से इसका अलग प्रभाव पड़ेगा।

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सितंबर के महीने में बुध मेष राशि में मार्गी हो रहे हैं। इसका प्रभाव सभी जातकों पर अलग-अलग रूपों में देखने को मिलेगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में विस्तारपूर्वक जानते हैं कि बुध सिंह राशि में मार्गी का सभी 12 राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और इसके बुरे प्रभावों से बचने के आसान ज्योतिषीय उपाय।

बुध सिंह राशि में मार्गी: तिथि और समय

बुद्धि, तर्क और मित्र के कारक बुध 16 सितंबर, 2023 की दोपहर 1 बजकर 21 मिनट पर सिंह राशि में मार्गी हो रहे हैं और इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रकार से देखने को मिलेगा।

बुध ग्रह का ज्योतिष में महत्व

ज्योतिष में बुध ग्रह का विशेष महत्व है। बुध ग्रह सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के परिणाम देते हैं। ये मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। कन्या इनकी उच्च राशि भी है जबकि मीन इनकी नीच राशि मानी जाती है। नक्षत्रों में बुध को अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है। ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, और दोस्त का कारक माना जाता है। सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह हैं जबकि चंद्रमा और मंगल से इनकी शत्रुता है। बुध का रंग हरा होता है और सप्ताह के सात दिन में बुधवार का दिन बुध ग्रह को समर्पित है।

ग्रहों में बुध का महत्व बड़ा ही व्यापक है। ज्योतिष के अनुसार, यदि कुंडली में बुध ग्रह कमज़ोर अवस्था में विराजमान हो तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है वहीं यदि कुंडली में बुध बलवान हो तो व्यक्ति को कई सारी खुशियां मिलती हैं और साथ ही जातक हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है। अगर जातक की जन्म कुंडली में बुध ग्रह किसी क्रूर और पापी ग्रहों के साथ मौजूद हो तो ये जातक को नकारात्मक परिणाम प्रदान कर सकते हैं। इसके प्रभाव से व्यक्ति कई प्रकार की परेशानियों से ग्रस्त हो सकता है। पीड़ित बुध के प्रभाव से व्यक्ति को अपने बिज़नेस में भी कई समस्याएं झेलनी पड़ सकती है।

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सिंह राशि में बुध ग्रह का प्रभाव

सिंह राशि में बुध ग्रह के प्रभाव के फलस्वरूप जातक स्वभाव में सौम्य होते हैं। इनकी वाणी इतनी मधुर होती है कि हर कोई इनकी तरफ आसानी से आकर्षित हो जाता है और ये हमेशा भीड़ से अलग दिखने का प्रयास करते हैं। साथ ही, ये व्यक्ति जिंदादिल और ऊर्जा से भरपूर होते हैं। चूंकि, सिंह रचनात्मकता और बुध कौशल का प्रतीक है इसलिए ये लोग श्रेष्ठ रचनात्मक कौशल वाले होते हैं। इनकी रुचि गायन, कला, फिल्मों की तरफ अधिक होती है। इनके प्रेम जीवन की बात करें तो ये अपने पार्टनर के प्रति अधिक लगाव रखते हैं। ये जातक जिसका भी एक बार हाथ पकड़ लें तो जिंदगी भर नहीं छोड़ते हैं। ये हर रिश्ते में काफ़ी ईमानदार होते हैं। भाई-बहनों के साथ भी सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में सफल रहते हैं।  

ये लोग अधिक विद्वान होने के साथ ही बेहद आकर्षक भी होते हैं और आध्यात्मिक गतिविधियों के प्रति भी अधिक झुकाव रखते हैं। नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, ये लोग कई बार स्वभाव में अहंकारी हो सकते हैं। झूठ बोलने के साथ ही, दूसरों के प्रति आक्रामक भी हो सकते हैं। साथ ही,  बेईमान लोगों के साथ धैर्यहीन हो जाते हैं। फैसले लेने पर भी ये जल्दबाजी कर देते हैं और इस वजह से कई बार समस्याओं से घिर जाते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान कोई भी फैसला करने से पहले अच्छे से सोच-विचार कर लें।

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बुध ग्रह के कमज़ोर होने के संकेत

यदि जन्म कुंडली में बुध ग्रह किसी क्रूर अथवा पापी ग्रहों से पीड़ित हो तो यह कई समस्याएं प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं बुध ग्रह के कमज़ोर होने के क्या संकेत है:

  • यदि जन्म कुंडली में बुध ग्रह किसी क्रूर अथवा पापी ग्रहों से पीड़ित हो तो यह जातक के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से समस्या पैदा करते हैं। ऐसे में, जातक विचारों को सही रूप में बोलकर पेश नहीं कर पाता है।
  • पीड़ित बुध जातक को दिमागी रूप से कमज़ोर बनाता है और इस कारण व्यक्ति को चीज़ों को समझने में कई समस्याएं होती हैं।
  • कुंडली में बुध की कमज़ोर स्थिति के परिणामस्वरूप व्यक्ति को व्यापार में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
  • इसके अलावा, पीड़ित बुध के कारण जातक को स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। व्यक्ति को बोलने में समस्या, नसों में दर्द, बहरापन, गले तथा नाक से संबंधित रोग, चर्म रोग, तंत्रिका तंत्र में परेशानी आदि हो सकती है।
  • यदि कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर है तो व्यक्ति को आर्थिक जीवन में भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यक्ति कर्ज के बोझ तले दबने लगता है और चुकाने में असमर्थ हो सकता है।
  • कमज़ोर बुध के कारण व्यक्ति का आत्मविश्वास घट जाता है और ये अपने लिए सही फैसला करने में असमर्थ हो जाते हैं।
  • साथ ही, कई बार जातक ऐसे रोग से पीड़ित हो सकता है जिसका पता तुरंत न चले और भविष्य में वह रोग परेशानी का सबब बन सकती है।
  • बुध के कमज़ोर होने पर परिवार के सदस्यों से संबंध बिगड़ने लगते हैं। खासतौर पर घर की महिलाओं के साथ आपका विवाद हो सकता है।

बुध ग्रह के मजबूत होने के संकेत

  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में मौजूद होते हैं तो ऐसे व्यक्ति की संवाद शैली बेहद कुशल होती है और वह हर प्रश्नों का जवाब देने में सझम होता है।
  • बली बुध व्यक्ति को तेज़ बुद्धि प्रदान करता है और ऐसे व्यक्ति गणित से संबंधित विषयों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
  • बुध जिस भी व्यक्ति पर अपनी कृपा बरसाते हैं, वे अपनी वाणी से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम होते हैं।
  • यदि कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में विराजमान हो तो जातक वाणिज्य, लेखन, एंकरिंग, वकील, पत्रकारिता, कथा वाचक, प्रवक्ता आदि क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करता है।
  • इसके अलावा, बली बुध के परिणामस्वरूप जातक समझदार होता है और तर्क करने की क्षमता बेहतर होती है। 
  • यदि आपको अपने व्यापार में अचानक से वृद्धि देखने को मिले तो समझ लें कि कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत है।

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कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए करें ये आसान उपाय

यदि आपकी भी कुंडली में बुध कमज़ोर है तो आपको ग्रह की शांति के लिए ख़ास उपाय  करने चाहिए। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी और आपको हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। आइए जानते हैं बुध को मजबूत करने के आसान उपाय के बारे में:

आर्थिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए

यदि आप आर्थिक रूप से परेशान हैं तो प्रत्येक बुधवार को पूजा के समय बुध के मंत्र ‘ॐ बुं बुधाय नमः’ या ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ का जाप करें। ऐसा करने से आपको आर्थिक लाभ होगा और आप हर तरह के कर्ज से मुक्ति पा लेंगे।

नौकरी व व्यापार में चुनौतियों से बचने के लिए

वैसे तो सनातन धर्म में तुलसी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है लेकिन यदि आपको पढ़ाई में ध्यान लगाने में समस्या आ रही है या नौकरी व व्यापार में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हो तो बुधवार के दिन तुलसी का पौधा घर में जरूर लगाएं और इस पौधे की नियमित पूजा करें। साथ ही, जल चढ़ाएं।

स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए

यदि आप किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं तो बुधवार के दिन गाय को हरा चारा जरूर खिलाएं। इसके साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को हरी चीजों का दान भी अवश्य दें। ऐसा करने से बुध की स्थिति मजबूत होगी और कष्टों का निवारण होगा।

सुख-समृद्धि के लिए

जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए बुधवार के दिन मां दुर्गा की पूजा करने के साथ दुर्गा चालीसा व दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें। साथ ही, बुध ग्रह की मजबूती के लिए प्रार्थना करें। इसके अलावा, इस दिन किसी मंदिर में जाकर माता दुर्गा को हरी चूड़ियां चढ़ाएं और कन्याओं को हरी चीजों का दान करें।

बुध सिंह राशि में मार्गी: जानें सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव!

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्‍वामी है और यह आपके पंचम भाव में बैठा है। इससे आप अपने परिवार के विकास और खर्चों को लेकर चिंतित रहेंगे…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

बुध सिंह राशि में मार्गी होने से व्‍यापारियों को अच्‍छा लाभ कमाने का मौका मिलेगा और आप अपने प्रतिद्वंदियों…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

अगर आप करियर के क्षेत्र में किसी अच्‍छे अवसर की उम्‍मीद कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। आपको इस दौरान करियर में नए अवसर मिलने की संभावना है। आपको…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्‍वामी है और यह चंद्र राशि के अनुसार दूसरे भाव में स्थित है। इस वजह से…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

बुध सिंह राशि के दूसरे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी हैं और यह आपके पहले भाव में बैठे हैं। इस राशि के जातक बुध सिंह राशि में मार्गी होने पर आपका सारा ध्‍यान खूब पैसा कमाने…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

बुध आपके पहले और दसवें भाव के स्‍वामी हैं और आपके बारहवें भाव में बैठे हैं। इस समय करियर और स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर समस्‍याएं होने की संभावना है। बुध सिंह राशि में मार्गी…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

अगर आप नौकरी देख रहे हैं, तो बुध के सिंह राशि में मार्गी होने पर आपकी इस इच्‍छा के पूरी होने की संभावना है। आपको कोई ऑनसाइट नौकरी मिलने की भी संभावना है…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लिए बुध उनके आठवें और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी हैं और यह आपके दसवें भाव में बैठे हैं। बुध सिंह राशि में मार्गी होने पर इस राशि के लोगों को करियर में…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

धनु राशि के लोगों के लिए बुध उनके सातवें और दसवें भाव के स्‍वामी हैं और यह उनके नौवें भाव में बैठे हैं। नौवें भाव में बैठे बुध पर धनु राशि के स्‍वामी बृहस्‍पति की दिव्‍य दृष्टि पड़ रही है…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

बुध आपके छठे और नौवें भाव के स्‍वामी हैं और ये आपके आठवें भाव में रहेंगे। बुध सिंह राशि में मार्गी होने से आपको अपने भाग्‍य का साथ पाने में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए बुध उनके पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी हैं और ये उनके सातवें भाव में बैठे हैं। बुध सिंह राशि में मार्गी होने के दौरान इस राशि के लोग अपने रिश्‍तों को लेकर…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध उनके चौथे और सातवें भाव के स्‍वामी हैं और ये इनके छठे भाव में बैठे हैं। बुध सिंह राशि में मार्गी होने के दौरान इस राशि के जातक अपने काम और प्रयासों को लेकर… (विस्तार से पढ़ें)

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