बुध मेष राशि में मार्गी, जानें अपनी राशि पर इसका ख़ास प्रभाव

ग्रहों की गोचर और चाल बदलने का सीधा प्रभाव हमारी ज़िंदगी पर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों का अपना अलग महत्व माना जाता है और हमें इसके विभिन्न परिणाम भी मिलते रहते हैं। एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में हम ऐसी ही एक विशेष घटना के बारे में आपको बताएंगे।

Varta Astrologers

 बुध होंगे मेष राशि में मार्गी, क्या इसे लेकर हैं आपके मन में भी सवाल तो विद्वान ज्योतिषियों से फोन/चैट कर पाएं जवाब।

15 मई, 2023 की सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बुध अपनी वक्री अवस्था से बाहर आते हुए मार्गी होंगे। आप इस बात से परिचित होंगे कि वक्री चाल की तुलना में मार्गी चाल को जातकों के लिए अधिक अनुकूल माना जाता है। जैसे बुध के वक्री होने से हमारे जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ा था, वैसे ही इनकी मार्गी चाल भी जीवन में कई सारे बदलावों के साथ आने वाली है। आगे हम इसके दूसरे और अहम पहलुओं के बारे में जानेंगे। 

किसी ग्रह का मार्गी होने का क्या अर्थ है?

वक्री का मतलब आप इसके नाम से ही समझ सकते हैं। वक्री का अर्थ होता है उल्टा चलना। यानी कि वक्री अवस्था वह अवस्था होती है जब कोई ग्रह उल्टी दिशा में (पीछे चलता हुआ) प्रतीत होता है तो उस अवस्था को वक्री कहा जाता है। हालांकि, असल में विज्ञान की दृष्टि में ऐसा नहीं होता है और कोई भी ग्रह उल्टी चाल नहीं चलता है। ऐसा सिर्फ प्रतीत होता है। जब कोई ग्रह मार्गी अवस्था में रहता है तो उसके शक्ति और अनुकूल परिणाम बढ़ जाते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में बुध का महत्व

बुद्धि, तर्क, तीव्र दिमाग, संवाद कौशल और मित्रता के कारक ग्रह बुध को सौरमंडल के राजकुमार के तौर पर दर्शाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में बुध को एक शुभ ग्रह माना जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह जिस ग्रह के साथ मौजूद रहते हैं, उसके अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। बृहस्पति, शुक्र और चंद्रमा के साथ बुध हमेशा जातकों को अनुकूल परिणाम देते हैं। वहीं अगर आपकी कुंडली में यह राहु, शनि, सूर्य और मंगल के साथ है, तो आपको प्रतिकूल फलों की प्राप्ति होती है।  

कन्या और मिथुन राशि पर बुध ग्रह का स्वामित्व है, कन्या इनकी उच्च और मीन बुध की नीच राशि मानी जाती है। इसके अलावा नक्षत्रों की बात करें तो, 27 नक्षत्रों में से बुध को अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त हैं। 

कुंडली में बली बुध के शुभ परिणाम

  • जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि बुध को बुद्धि और संवाद कौशल का कारक ग्रह माना जाता है। कुंडली में बुध की मज़बूत स्थिति से जातकों के बात करने का तरीका उत्तम होता है। इसके अनुकूल प्रभाव से आप काफी हाज़िर जवाब बनते हैं और दूसरों के सामने अपनी बातों को अच्छे ढंग से रखने में सफल होते हैं। 
  • इसके अलावा आपके अंदर तार्किक शक्ति का विकास होता है। आप जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों को तार्किक रूप से देखेंगे। इसके परिणामस्वरूप आप कारोबार में अच्छे फैसले लेने में सक्षम होंगे।
  • अगर आपको बुध का आशीर्वाद प्राप्त होता है तो आप बेहतर ढंग से व्यापार करने में सफल होते हैं। इसके साथ ही यह आपको हर एक स्थिति में खुद को बेहतर ढंग से ढालने की क्षमता भी प्रदान करते हैं।

कुंडली में कमज़ोर बुध के नुकसान

  • अगर कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर है, तो जातक को निर्णय लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
  • चूंकि बुध संचार कौशल के कारक हैं और इनकी कमज़ोर स्थिति के फलस्वरूप आपको अपनी बातों को दूसरों के सामने रखने में भी दिक्कत आती है।
  • पीड़ित बुध के कारण जातक लेखन के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने में असफल हो सकता है।
  • आपको बिज़नेस करने में भी तरह-तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही जातकों को फैसले लेने में भी दिक्कत रहती है।

कुंडली में इन आसान उपायों से करें बुध को मज़बूत

  • घर या दफ्तर में बुध यंत्र की स्थापना करें।
  • बुधवार का दिन बुध ग्रह को समर्पित है, इसलिए इस दिन व्रत रखें और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें।
  • किसी विद्वान ज्योतिषी की सलाह के बाद आप पन्ना रत्न भी धारण कर सकते हैं।
  • बुध के बीज मंत्र “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का नियमित जाप करें।
  • बुधवार के दिन बुध से संबंधित वस्तुएं जैसे हरी घास, साबुत मूंग, नीले या लाल रंग के फूल आदि दान करने से बुध मज़बूत होते हैं।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध मेष राशि में मार्गी: राशि अनुसार भविष्यफल

मेष

मेष राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होने से आपकी राशि पर विशेष प्रभाव देंगे। यह अवधि आपके…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होकर आपके द्वादश भाव में रहेंगे। यह अवधि स्वास्थ्य में चल रही…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन

बुध मेष राशि में मार्गी होने से आपके एकादश भाव में होंगे। इससे आपकी आमदनी का मार्ग प्रशस्त होगा…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क

बुध मेष राशि में मार्गी कर्क राशि के जातकों के दशम भाव में होंगे। यह समय आपके जीवन में अनुकूलता लेकर…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह

सिंह राशि वालों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होकर आपके नवम भाव में होंगे। आपके मन में आध्यात्मिक विचारों…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या

आपके लिए बुध मेष राशि में मार्गी होकर आपके अष्टम भाव में होंगे। अष्टम भाव में बुध का होना आपके लिए अनुकूलता…(विस्तार से पढ़ें)

तुला

तुला राशि वालों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होकर आपके सप्तम भाव में ही रहेंगे। यह समय दांपत्य जीवन में प्रेम…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक

बुध मेष राशि में मार्गी आपके षष्ठ भाव में होंगे। ऐसे में कानूनी मामलों में आपको सफलता मिल सकती है लेकिन आपके…(विस्तार से पढ़ें)

धनु

बुध मेष राशि में मार्गी आपके पंचम भाव में होना आपकी बुद्धि का विकास करेगा। आपके सोचने समझने की क्षमता…(विस्तार से पढ़ें)

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होने से चतुर्थ भाव में होंगे। इस दौरान आपको चल- अचल संपत्ति…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी तीसरे भाव में होंगे। इससे आपके स्वास्थ्य में सुधार के योग बनेंगे…(विस्तार से पढ़ें)

मीन

मीन राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में मार्गी होकर दूसरे भाव में होंगे। इससे पारिवारिक माहौल सकारात्मक…(विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.