बुध धनु राशि में मार्गी; जानें किन राशियों पर बरसेगी विशेष कृपा!

ज्योतिष में बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है क्योंकि यह सूर्य के सबसे करीब है। सभी ग्रहों में बुध सबसे छोटा ग्रह है। जिन जातकों की कुंडली में बुध प्रतिकूल दशा में मौजूद होते हैं, उन जातकों को जीवन में ज्यादा पढ़ाई करने में दिक्कत आती है। इसके अलावा उन्हें समझदारी से फैसले लेने में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। शिक्षा में अच्छे नतीजे के लिए और समझदारी के साथ फैसले लेने और उन्हें लागू करने के लिए जातकों की कुंडली में बुध का अनुकूल दशा में होना काफी जरूरी होता है।

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पारस ऋषि के अनुसार बुध एक सकारात्मक दृष्टिकोण वाला ग्रह है। इसे हरे रंग से जोड़ कर देखा जाता है। हरा रंग सद्भाव, सादगी और बैलेंस यानी संतुलन का परिचायक माना जाता है। बुध के शुभ प्रभाव से जातकों का अशांत मन भी शांत होता है। भगवान विष्णु को तुलसी चढ़ाई जाती है, जिसे बुध का प्रतिनिधि भी माना गया है। इसलिए बुध से जुड़े उपायों में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है। इस ग्रह के ज्यादातर फायदे जातकों को तब मिलते हैं, जब वे 30 साल के हो जाते हैं। हमारी संवाद शैली पर भी इस ग्रह का ही शासन होता है। इसके अलावा अगर बात करें तो कन्या और मिथुन दोनों ही राशियों पर बुध का स्वामित्व है। अगर शरीर पर बुध के प्रभाव की बात की जाए तो हाथ, कान, फेफड़े और हमारी नसों पर बुध का अहम प्रभाव पड़ता है।

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एस्ट्रोसेज के इस खास ब्लॉग में हम आपको बुध के धनु राशि में मार्गी होने से जुड़ी सारी अहम बातों से अवगत कराएंगे। हम इसकी तिथि, समय और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि किन राशियों को इसके शुभ परिणाम मिलेंगे। वहीं जिन राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, हम उनके लिए कुछ खास उपाय भी लाए हैं, जिनकी मदद से हानिकारक प्रभाव कम हो सकते हैं। तो आइए अब यह जानते हैं कि 18 जनवरी 2023, को शाम 6 बजकर 18 मिनट पर बुध के धनु राशि में मार्गी होने से किन राशियों को लाभ होने वाले हैं।

बुध धनु राशि में मार्गी: इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। वृषभ राशि के जातकों को आर्थिक मामलों में बुध का आशीर्वाद प्राप्त होगा। इनके प्रभाव से आपको अचानक किसी बिजनेस डील में बड़े फायदे हो सकते हैं। अगर आप एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं या फिर काउंसलिंग करते हैं, तो आपके करियर के लिहाज से यह अवधि काफी शानदार रहेगी। इसके अलावा गुप्त विज्ञान पढ़ने वाले लोगों को भी बुध का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

मिथुन

बुध आपकी कुंडली में पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और 18 जनवरी को यह आपके सातवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। शिक्षा से जुड़े लोगों के लिए यह अवधि फलदायी साबित होगी, जितने भी लोग टीचर हैं या किसी को कोई कला सिखाते हैं, ऐसे लोगों के करियर में अच्छे बदलाव आएंगे। आपकी कुंडली में बृहस्पति की दशा और उसकी महादशा के मुताबिक बुध के मार्गी होने से शिक्षा के बिजनेस से जुड़े लोगों को भी लाभ होंगे।

कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपकी कुंडली के छठे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। छठा भाव कानूनी कार्यों से संबंधित माना जाता है। यह कानून के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए शानदार समय होगा, जैसे जज या वकील। इस वक्त में उन लोगों को भी फायदे होंगे जिन्हें अपनी नौकरी में तर्क के साथ बात करने की जरूरत होती है या फिर एमएनसी में काम करने वाले लोग। इसके अलावा कर्क राशि के जातकों को विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है।

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तुला

बुध आपके लिए नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपकी कुंडली के तीसरे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। तीसरा भाव जातकों के अंदर की संवाद शैली और उनके जोखिम लेने वाले जज्बे का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए बुध के मार्गी होने से बिजनेस करने वाले जातकों को कई फायदे होने की संभावना है। मास कम्युनिकेशन और पत्रकारिता वाले छात्रों के लिए भी यह अवधि फलदायी साबित होगी। इसके साथ ही लेखकों के लिए और रचनात्मक कार्यों में लगे जातकों के लिए भी बुध का मार्गी होना फायदेमंद साबित होगा।

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह अब आपकी कुंडली के पहले भाव में मार्गी होंगे। यह समय बिजनेस को विश्लेषण के साथ चलाने के लिए बहुत अच्छा समय साबित होगा। इसके अलावा इस अवधि में आप समाज में अच्छा सम्मान कमाने में भी कामयाब रहेंगे। आप कुछ ऐसे नए संबंध बनाने में कामयाब होंगे, जिनके सहारे आपको अच्छी सफलता मिलने की संभावना है।

कुंभ

उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले जातकों के लिए और दर्शन शास्त्रियों के लिए यह अवधि शानदार साबित होगी। इसके अलावा बड़े संस्थानों में काम करने वाले टीचर्स और गुरुओं के लिए यह अवधि सकारात्मक साबित होगी। आपको ऐसे लोगों के साथ काम करने का मौका मिल सकता है जिनका झुकाव धर्म या दर्शन शास्त्र में है। बुध की दृष्टि पांचवें भाव पर पड़ रही है, जो यह दर्शाती है कि जातकों का रुझान शिक्षा की ओर अधिक रहेगा।

मीन

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके करियर के भाव यानी दसवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। बिजनेस पार्टनरशिप शुरू करने के लिए यह समय अच्छा रहेगा। छात्रों के लिए भी यह समय काफी अच्छा होगा। इस अवधि में बच्चे अपनी पढ़ाई में कोई नई खोज करेंगे और आगे बढ़ेंगे। अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ कोई भी काम कर रहे हैं, तो बुध के मार्गी होने से वह काफी आगे बढ़ेगा। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले जातकों को बुध के मार्गी होने से प्रमोशन मिलने के योग बनेंगे।

कुंडली में बुध को मजबूत करने के उपाय

  • बुध के बीज मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ का जाप करें।
  • खाने से पहले रोजाना गाय को चारा खिलाएं।
  • चिड़ियों को हरे चने खिलाएं।
  • बुधवार का व्रत रखें।

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