4 फरवरी 2021 को बुध हुए मकर में वक्री- जानें प्रभाव

4 फरवरी 2021 को बुध मकर में हुए वक्री। जानें किस राशि की चमकेगी किस्मत और किसको करना पड़ेगा संघर्ष। 

वैदिक ज्योतिष की मानें तो, बुध ग्रह को सभी ग्रहों में राजकुमार की उपाधि प्राप्त है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में बुध का वक्री होना, एक बेहद ही महत्वपूर्ण घटना माना गया है। बुध ग्रह को जातक की बुद्धि, संचार, वाणी, गणितज्ञ और शिक्षा का कारक माना जाता है। 

वक्री बुध ने मकर राशि में बनाया “पंचग्रही योग”

अब यही बुध देव, 4 फरवरी 2021, गुरूवार के दिन वक्री होकर मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं। वक्री बुध का शनि देव की मकर राशि में ये गोचर 4 फरवरी की रात 11 बजकर 18 मिनट पर हुआ। वहीं अब इसी कर्म में बुध देव 21 फरवरी 2021 को, सुबह 05 बजकर 49 मिनट पर मार्गी होंगे। 

इसके साथ ही अगर अन्य ग्रहों की स्थिति को देखें तो, बुध से पहले ही मकर राशि में शनि देव, गुरु देव, सूर्य देव के साथ ही शुक्र देव भी विराजमान है। ऐसे में मकर राशि में मौजूद इन चारों ग्रहों के साथ वक्री हुए बुध का युति करना “पंचग्रही योग” का निर्माण करेगा। जिसका करीब-करीब हर राशि के जातक के ऊपर किसी-न-किसी रूप से प्रभाव पड़ेगा। तो चलिए अब बिना देरी किये जानते हैं, वक्री बुध के मकर राशि में हुए गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है:-

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वक्री बुध: मेष राशिफल

बुध वक्री होकर, आपकी राशि के दशम भाव में विराजमान हुए हैं। कुंडली का दशम भाव, कर्म भाव कहलाता है। ऐसे में वक्री बुध का ये गोचर आपकी राशि के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान आप कार्यक्षेत्र में उन्नति करेंगे। साथ ही यदि अब तक आपके पेशेवर जीवन में कोई दिक्कत या परेशानी आ रही थी, वो भी अब दूर होंगी और आपको सफलता मिलेगी।

वक्री बुध: वृषभ राशिफल

वक्री बुध आपकी राशि के नवम भाव में विराजमान हुए हैं, जो भाग्य, ख़ुशी और सफलता को दर्शाता है। ऐसे में इस भाव में बुध का वक्री होना, आपको भाग्य का साथ देगा। जिससे आप विद्वान तो बनेंगे ही, साथ ही समाज में भी उसकी प्रतिष्ठा और मान-सम्मान बेहतर हो सकेगा। बुध देव आपके बड़ों, गुरुओं और पिता के साथ, आपके संबंध में भी सुधार करेगें। कुछ जातक किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर भी, जाने का निर्णय ले सकते हैं।

वक्री बुध: मिथुन राशिफल

बुध आपकी राशि के अष्टम भाव में विराजमान हुए हैं, जो अचानक और अप्रत्याशित घटनाओं को दर्शाता है। ऐसे में इस भाव में वक्री बुध का होना, आपकी राशि के जातकों के जीवन में अनुकूलता लेकर आया है। इस दौरान आपकी मानसिक शक्ति में सुधार होगा, जिससे आप अपने हितों को बेहतर तरीके से समझने और लोगों के सामने खुलकर अपने विचार रखने में सक्षम होंगे। ये अवधि आपको अपने किसी ऋण या लोन से भी, मुक्ति दिलाने वाली है। 

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वक्री बुध: कर्क राशिफल

बुध ग्रह आपकी राशि के सप्तम भाव में विराजमान हुए हैं, जो साझेदारी, छोटी यात्रा या सामाजिक छवि को दर्शाता है। ऐसे में वक्री बुध का प्रभाव, आपकी राशि के जातकों के लिए सामान्य से बेहतर रहेगा। यदि आप अभी तक सिंगल हैं और किसी ख़ास की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो, इस समय आपको अपने लिए कोई ख़ास व उचित साथी मिल सकेगा। इसके अलावा प्रेमी और शादीशुदा जातकों का यदि अपने साथी से पूर्व में कोई विवाद चल रहा था तो, बुध देव उसे भी दूर करते हुए, आपके रिश्ते में नयापन और जोश लेकर आए हैं। 

वक्री बुध: सिंह राशिफल

बुध अपना वक्री गोचर करते हुए आपके छठे भाव में, विराजमान हुए है। कुंडली में छठा भाव प्रतियोगिताओं, चुनौतियों, बीमारियों और दुश्मन को दर्शाता है। ऐसे में इस भाव में बुध का वक्री होना, आपकी राशि के जातकों को उनके जीवन में कुछ कष्ट दे सकता है। इसलिए विशेष रूप से अपने दोस्तों, करीबियों व परिजनों से बातचीत करते समय, आपको अधिक सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी जाती है। अन्यथा आपके रिश्तों में कड़वाहट संभव है। 

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वक्री बुध: कन्या राशिफल

बुध आपकी राशि में पंचम भाव में विराजमान हुए हैं, जो रचनात्मकता, कलात्मक क्षमता और तर्क की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में बुध का वक्री होना, आपकी  बौद्धिक कौशल का विकास करेगा। साथ ही इस समय आपके अंदर चंचलता साफ़ दिखाई देगी, जिससे अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के प्रति आपका दृष्टिकोण बेहतर हो सकेगा। 

वक्री बुध: तुला राशिफल

बुध आपके चतुर्थ भाव में विराजमान हुए हैं, जो आपकी माता एवं आनंद का भाव होता है। इसलिए बुध का आपकी राशि के इस भाव में वक्री होना, आपके जीवन स्तर में सही सुधार लेकर आया है। इस दौरान आप अपने घर की सुख-सुविधाओं का लाभ उठाते हुए, अपनी मां के साथ अपने रिश्तों को फिर से मजबूत बनाने में सक्षम होंगे। इसके अलावा इस समय आपका रुझान, शान-ओ–शौकत भरा जीवन व्यतीत करने की ओर अधिक होगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो, वक्री बुध आपके लिए विशेष शुभ परिणाम लेकर आए हैं। 

वक्री बुध: वृश्चिक  राशिफल

बुध आपके तृतीय भाव में विराजमान हुए हैं, जो संचार, कौशल, बुद्धिमता, लेखन और भाई-बहन के साथ आपके संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में बुध ग्रह का आपकी राशि के तीसरे भाव में वक्री होना, सामाजिक जीवन में आपको प्रतिकूल फल देगा। इसके अलावा इस दौरान आपका, अपने परिवारवालों से कुछ विवाद भी संभव है।  हालांकि बुध देव इस समय, आपकी वाणी और संचार कौशल में वृद्धि करेंगे। परंतु बावजूद इसके आपको यही सलाह दी जाती है कि, किसी भी प्रकार की बहस या विवाद में न पड़े। अन्यथा आपकी छवि पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। 

वक्री बुध: धनु राशिफल

बुध आपकी राशि में दूसरे भाव में विराजमान हुए हैं। कुंडली का दूसरा भाव धन भाव कहलाता है। ऐसे में बुध वक्री का आपकी राशि के इस भाव में विराजमान होना, सबसे अधिक आपकी आमदनी और बचत में वृद्धि लेकर आया है। इस दौरान आपकी राशि के जातक धन कमाने के नए तरीके खोजने और, अपनी आमदनी में वृद्धि करने में सफल रहेंगे। हालांकि बावजूद इसके आपको सलाह यही दी जाती है कि, इस दौरान कोई भी संपत्ति खरीदने के समय विशेष सावधानी बरतें। अन्यथा आपको कोई बड़ी आर्थिक हानि संभव है। 

वक्री बुध: मकर राशिफल

वक्री बुध ने आपकी ही राशि यानी आपके प्रथम व लग्न भाव में प्रवेश किया है। कुंडली का प्रथम व लग्न भाव व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वभाव, आदि का कारक होता है। ऐसे में बुध ग्रह का आपकी ही राशि में यानी आपके प्रथम भाव में वक्री होना, आपको आवेगी बनाएगा। जिस कारण न चाहते हुए भी, आपके दिमाग में लगातार कोई ना कोई विचार उथल-पुथल मचाते हुए, आपको मानिसक तनाव देते रहेंगे। हालांकि ये समय  आपको पूर्व के अधूरे पड़े कार्यों और किसी अन्य चीज को पूरा करने की भी, आपकी क्षमता में बेहतर सुधार करेगा। इस कारण आप हर निर्णय को समय पर लेने में सक्षम होंगे। परंतु बावजूद इसके आपको सलाह दी जाती है कि, कार्यस्थल पर किसी भी कार्य के लिए कोई भी लंबे समय का कमिटमेंट देने से बचें। अन्यथा आप खुद को परेशानी में फँसा देंगे। 

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वक्री बुध: कुम्भ राशिफल

बुध आपकी राशि में द्वादश भाव में विराजमान हुए हैं। कुंडली का बारहवां/द्वादश भाव, जातक की इच्छाओं और अलगाव को दर्शाता है। ऐसे में आपकी राशि के इस भाव में बुध का वक्री होना, आत्मा विचार और मनोविज्ञान को मजबूत करेगा। हालांकि इस अवधि के दौरान, आपका कुछ आर्थिक नुकसान होने के योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में अपने धन के प्रति सावधानी बरतते हुए, उसे संचय करें। कुछ जातकों को इस समय, अनिद्रा की समस्या भी परेशान करेगी। जिसका दुष्परिणाम सीधे तौर पर आपके स्वास्थ्य और स्वभाव पर देखने को मिलेगा। 

वक्री बुध: मीन राशिफल 

बुध आपकी राशि में एकादश भाव में विराजमान हुए हैं। कुंडली का एकादश भाव आय और लाभ का भाव होता है। ऐसे में वक्री बुध के आपके इस भाव को सक्रिय करना, आपके जीवन में कुछ गलतफहमी या संघर्ष लेकर आया है। हालांकि आपको सही दोस्त और दुश्मन की पहचान करने में, इस समय कोई भी ख़ास परेशानी नहीं आएगी। साथ ही ये अवधि, आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार लेकर आई है। 

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आशा है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

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