बुध का सिंह राशि में गोचर: जानें किन राशियों को इस गोचर से मिलेगा स्वास्थ्य लाभ?

हिन्दू पंचांग के अनुसार यह सावन का महीना चल रहा है। सावन का महीना भगवान शिव को बेहद ही प्रिय है। सावन महीने में विशेषतौर पर सोमवार के दिन का विशेष महत्व बताया गया है। पवित्र सावन के इस ख़ास सोमवार को और भी ख़ास बना रहा है 09 अगस्त सोमवार के दिन होने वाला बुध का गोचर। आपके लिए सावन का हर एक दिन ख़ास और खुशियों भरा रहे यही सोचकर एस्ट्रोसेज ने अपनी सबसे लोकप्रिय सावन महा सेल का आयोजन किया है जिसमें आपको कई शानदार ऑफर दिए जा रहे हैं। इस सेल के अंतर्गत आप प्रमुख उत्पादों और सेवाओं पर अधिकतम 80% तक की छूट के साथ कई आकर्षक डील्स, डिस्काउंट और ऑफर्स का लाभ उठा सकते हैं। इस सेल के बारे में ज्यादा जानने के लिए आप नीचे गए दिए गए बैनर पर क्लिक कर सकते हैं और इसके साथ ही इस बुध गोचर को अपने लिए हर महीने में शुभ और ख़ास बना सकते हैं।

ज्योतिष में बुध ग्रह को बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। अंग्रेजी में इसे मरकरी कहते हैं। बुध ग्रह का संबंध हरे रंग (जिसे दूर्वा यानी बेंटग्रास के रंग से लिया गया है) से जोड़कर देखा जाता है। इसके अलावा बुध ग्रह बुद्धि, विश्लेषण, विपणन, संचार आदि का दाता है। इसे ग्रहों में राजकुमार का दर्जा दिया गया है। यह सूर्य के सबसे निकट है और सबसे तेजी से अपनी परिक्रमा पूरी करता है। यह काफी अनुकूल और फलदायक ग्रह माना जाता है। इसके साथ ही इसे लाभ का ग्रह भी माना जाता है। यह लगभग 14 से 30 दिनों की अवधि में एक अन्य राशि में गोचर करता है।

बुध का सिंह राशि में गोचर समय

बुध का सिंह राशि में गोचर (09 अगस्त, 2021): बुध का गोचर 09 अगस्त 2021 को देर रात 01 बजकर 23 मिनट पर कर्क से सिंह राशि में होगा और इस राशि में बुध ग्रह 26 अगस्त 2021, सुबह 11 बजकर 08 मिनट तक रहेंगे और फिर अपना पुनः गोचर करते हुए, कन्या राशि में विराजमान हो जाएंगे।

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इस ग्रह के प्रभाव में जन्म लेने वाले लोग अद्भुत संचारक होते हैं और खुद को व्यक्त करने में बेहद ही अच्छे होते हैं। जिन व्यक्तियों की कुंडली में बुध ग्रह अनुकूल स्थिति में मौजूद हो तो उन्हें व्यापार में अच्छा लाभ होता है। इसके अलावा जिस प्रकार बुध सूर्य की परिक्रमा करने में कम समय लेता है, उसी प्रकार इसके प्रभाव में पैदा हुए बच्चे भी वही लक्षण दिखाते हैं अर्थात वे सीधे-साधे होते हैं और फालतू बातों में अपना समय बर्बाद नहीं करते। इसके अलावा वे अपने विचारों को दूसरों के सामने रखने से भी नहीं डरते हैं।

बुध गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को अवश्य मिलेगा। तो आइये जानते हैं सभी बारह राशियों पर इसका शुभ अशुभ प्रभाव और उपाय।

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बुध गोचरफल 

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मेष राशि 

बुध मेष राशि के जातकों के तीसरे और छठे भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपके पंचम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से बुद्धि, संतान, ज्ञान,…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

बुध वृषभ राशि के जातकों के दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं, और अपने इस गोचर के दौरान वो आपके चौथे भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से माता, आवास, सुख-सुविधाओं …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

बुध का ये गोचर, मिथुन राशि वाले जातकों के लिए विशेष महत्वपूर्ण रहने वाला है। क्योंकि बुध आपकी राशि के ही स्वामी होते हैं और ऐसे में बुध आपके लग्न और चतुर्थ भाव के स्वामी…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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कर्क राशि 

बुध आपके तीसरे और द्वादश भाव का स्वामी होकर, आपके दूसरे भाव में विराजमान होंगे। यह भाव आपकी संपत्ति, परिवार, वाणी, उद्देश्य आदि के बारे में जानकारी देता है। ऐसे में यह…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह उनके दूसरे और एकादश भाव के स्वामी होते हैं, जो इस गोचर के दौरान आपकी राशि के लग्न भाव में विराजमान होंगे। इसके परिणामस्वरूप बुध आपकी राशि में…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

लग्न और दशम भाव के स्वामी बुध, अपने इस गोचर के दौरान कन्या राशि के जातकों के लिए राशि के द्वादश भाव में विराजमान होंगे। यह गोचर कन्या राशि के जातकों के लिए विशेष शुभ रहेगा। खासतौर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

बुध तुला राशि के नवम और द्वादश भाव का स्वामी होता है, और अपने इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि के एकादश भाव में विराजमान होगा। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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वृश्चिक राशि 

आय और लाभ के एकादश भाव और अनिश्चित के अष्टम भाव के स्वामी बुध, अपने इस गोचर के दौरान वृश्चिक राशि के कार्य क्षेत्र के दशम भाव में विराजमान होंगे। जिसका सीधा…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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धनु राशि 

बुध देव धनु राशि के सातवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो राशि के नवम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव को धर्म और भाग्य का भाव …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के छठे और नवम भाव के स्वामी बुध, अपने इस गोचर के दौरान राशि के अष्टम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव को आयुर भाव भी कहा जाता है और इससे जीवन में आने वाली …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुंभ राशि 

बुध आपके पंचम और अष्टम भाव के स्वामी होकर, अपने इस गोचर के दौरान कुंभ राशि के सप्तम भाव में स्थित होंगे। यह भाव विवाह और जीवन में होने वाली साझेदारियों का होता है। ऐसे में…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

बुध मीन राशि के चतुर्थ और सातवें भाव के स्वामी होते है, और अब अपने इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि के छठे यानी षष्ठम भाव में विराजमान होंगे। षष्ठम भाव को रिपु …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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