बुध का वृषभ राशि में गोचर: इन 4 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ; खुलेंगे बंद किस्मत के दरवाजे !

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का वृषभ राशि में गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे। बता दें कि बुद्धि का कारक ग्रह बुध 7 जून 2023 को वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आइये अब जानते हैं कि बुध के इस गोचर से राशि चक्र की 4 राशियों पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा। 

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वैदिक ज्योतिष में बुध को व्यापार का कारक माना गया है और यह हमारी बुद्धि, तार्किक शक्ति, सीखने की क्षमता, स्मरण शक्ति और संचार कौशल को नियंत्रित करते हैं। बुध सूर्य के सबसे निकट स्थित होते हैं और यह लगभग 23 से 28 दिनों के अंतराल पर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। काल पुरुष कुंडली में बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और पहले भाव में दिग्बल प्राप्त करते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो ऐसे लोगों में निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है और वे किसी भी फैसले को लेने में देरी नहीं करते हैं। जबकि बुध के पीड़ित होने के कारण जातक की सोचने और समझने क्षमता कमजोर हो सकती है। बुध सभी 12 राशियों में गोचर करने के लिए एक वर्ष का समय लेते हैं। इसी क्रम में यह 7 जून 2023 की शाम 7 बजकर 40 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे जो कि शुक्र द्वारा शासित राशि है। 

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: इन 4 राशियों को मिलेगी समस्याओं से मुक्ति!

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पहले भाव में गोचर करेंगे। करियर की दृष्टि से, यह गोचर आपको नौकरी में अच्छे अवसर प्रदान करेगा और साथ ही, आपको विदेश में भी नौकरी के बेहतर मौके मिल सकते हैं। इस दौरान आप अपनी बुद्धि का प्रयोग अपने काम में शानदार प्रदर्शन करने के लिए करेंगे और हर काम को सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम होंगे। आर्थिक जीवन की बात करें तो इस अवधि में आपको धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है और आप अधिक बचत करने में भी सफल होंगे। बुध के गोचर काल के दौरान आप पैसे कमाने में अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके करियर के दसवें भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप आईटी क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह गोचर अनुकूल साबित हो सकता है। इस दौरान आप पूरी तरह काम में डूबे हुए रह सकते हैं। ऐसे में, आपको योजना बनाकर काम करने की सलाह दी जाती है ताकि आप अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सके। यदि आप व्यापारी हैं तो संभव है यह अवधि आपके लिए अधिक अनुकूल न हो इसलिए उचित लाभ प्राप्त करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता होगी जिसकी मदद से आप व्यापार में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे।

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे। करियर के लिहाज़ से यह अवधि आपके लिए शानदार रहेगी। आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे जिससे संतुष्ट महसूस होगी और साथ ही, आप अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। वहीं जिन लोगों का खुद का व्यवसाय है उन्हें इस दौरान उच्च लाभ की प्राप्ति होगी और नए अवसर भी मिलेंगे। वहीं जो लोग नए व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए यह अवधि बेहद अनुकूल साबित होगी। कन्या राशि वालों को बुध के गोचर काल के दौरान भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा।

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव में गोचर करेंगे। करियर के लिहाज़ से यह अवधि आपके लिए आशाजनक प्रतीत हो रही है। आपको विदेश से नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं जो आपके लिए फलदायी साबित होंगे। इसके अलावा नौकरी में अच्छी पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं। जो लोग नए व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं उन्हें इस अवधि में काम शुरू करने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त होंगे जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा। साथ ही, आपको काम के सिलसिले में अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से देखें तो, बुध की पांचवें भाव में मौजूदगी उन लोगों को लाभ प्रदान करेगी जो सट्टेबाज़ी के क्षेत्र से संबंध रखते हैं।

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: अचूक उपाय

  • कुंडली में बुध की स्थिति को मजबूत करने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास व देसी घी के लड्डू का भोग लगाएं।
  • बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
  • अपने परिवार की महिलाओं को वस्त्र और हरी चूड़ियां भेंट करें।
  • किन्नरों का आशीर्वाद लें।
  • प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं।

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