जल्द होगा बुध का मीन राशि में गोचर: जानें देश-दुनिया पर असर!

बुध गोचर 2023: काल पुरुष कुंडली के अनुसार, बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं।  पौराणिक कथाओं में बुध ग्रह को देवताओं का दूत माना जाता है जो कि व्यक्ति के संचार कौशल और अभिव्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं। सभी नौ ग्रहों में बुध को “राजकुमार” का दर्जा दिया गया है और यह राशि चक्र की दो राशियों मिथुन और कन्या के स्वामी भी हैं। हालांकि, बुध कन्या राशि में उच्च के होते हैं और मीन इनकी नीच राशि है। बुध देव को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और इन्हें सप्ताह में बुधवार का दिन समर्पित होता है। बुध जातक को बुद्धि और समृद्धि प्रदान करते हैं और इन्हें प्रसन्न करने के लिए पन्ना रत्न धारण करना सर्वश्रेष्ठ रहता है। हालांकि, बुध स्वभाव से तटस्थ और दोहरी प्रकृति वाला ग्रह है जिसकी गिनती शुभ ग्रहों में होती है। मनुष्य के शरीर में बुध चेहरे, बाल, हाथ, मांसपेशियों, नाक, तंत्रिका तंत्र, जीभ और नाभि आदि को नियंत्रित करते हैं और इनकी मित्रता शुक्र और शनि से हैं जबकि मंगल से बुध शत्रुता का भाव रखते हैं।

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इसके अलावा, बुध ग्रह कुंडली के पहले भाव में “दिग्बली” होते हैं और नक्षत्रों की बात करें तो, इन्हें रेवती, अश्लेषा और ज्येष्ठा नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में बुध को वाणी, तर्क और व्यापार के कारक ग्रह माना गया है और अब बुध 16 मार्च 2023 को मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं जिसका असर देश और दुनिया पर देखने को मिल सकता है। साथ ही, ये व्यक्ति के जीवन को भी प्रभावित कर सकता है। आइये अब आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग की शुरुआत करते हैं।    

बुध का मीन राशि में गोचर: तिथि और समय 

बुद्धि के कारक बुध 16 मार्च 2023 की सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध का मीन राशि में गोचर से संबंधित समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, देश और दुनिया पर पड़ने वाले बुध गोचर के प्रभाव से भी आपको अवगत कराएगा। इस ब्लॉग में सभी 12 राशियों के लिए सामान्य भविष्यवाणी प्रदान की जा रही है जो कि बुध के मीन राशि में गोचर को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। आपको बता दें कि बुध मीन राशि में नीच अवस्था में होते हैं और ऐसे में, बुध की इस राशि में स्थिति को सहज नहीं कहा जा सकता है। चलिए जानते हैं कि मीन राशि में बुध की स्थिति के बारे में विस्तारपूर्वक।

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बुध की मीन राशि में स्थिति  

जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि बुध मीन राशि में शुभ स्थिति में नहीं है। हालांकि, बुध की स्थिति आपको दयालु और सहज बनाती है। इस राशि में बुध की स्थिति जातकों को अपने मन की आवाज़ सुनने के लिए प्रेरित करेगी और चीज़ों को गहराई से जानने-समझने के काबिल बनाएगी। मीन जल तत्व की राशि है और इसके अधिपति देव बृहस्पति महाराज हैं। हालांकि, बुध मीन राशि में नीच अवस्था में हैं लेकिन फिर भी ये जातकों को औसत रूप से परिणाम प्रदान करेंगे क्योंकि बुध और बृहस्पति दोनों ही शुभ ग्रह हैं। ऐसे में, इन लोगों की मौखिक बात करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। वहीं, मीन राशि वाले ज्यादातर सपनों की दुनिया में रहने वाले होते हैं और ये लोग अपनी भावनाओं को प्रकट करने के लिए बातचीत करने के बजाय कविता या कला जैसे दूसरे संचार के माध्यमों का उपयोग करना पसंद करते हैं। अगर मीन राशि में बुध दूसरे शुभ ग्रहों के साथ मौजूद हैं तो बुध की इस स्थिति को अशुभ नहीं कहा जा सकता है लेकिन यदि यदि बुध को मीन राशि में बृहस्पति और अन्य ग्रहों का साथ नहीं मिलता है तब ये जातकों को नकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। 

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बुध का मीन राशि में गोचर: वैश्विक प्रभाव  

  • बुध व्यापार का कारक ग्रह है जो कि मीन राशि में कमज़ोर स्थिति में हैं और इसके परिणामस्वरूप दुनियाभर में व्यापार प्रभावित होगा।
  • विश्व की कई बड़ी कंपनियों और मल्टीनेशनल कंपनियों को आंतरिक प्रबंधन के मामले में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।  
  • इस दौरान स्टार्टअप बिज़नेस को मार्किट में बने रहने और मुनाफा कमाने के लिए जूझना पड़ सकता है। साथ ही, इस अवधि में हमें कई स्टार्टअप्स बंद होते हुए भी नज़र आ सकते हैं। 
  • बुध गोचर के दौरान ट्रांसपोर्ट, नेटवर्किंग और आईटी के क्षेत्र में गिरावट देखने को मिल सकती है।        
  • दुनियाभर में सॉफ्टवेयर कंपनियों को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ सकता है क्योंकि बुध की कमज़ोर अवस्था इन्हें मंदी की तरफ लेकर जा सकती है। 
  • स्टॉक मार्किट और सट्टेबाजी से जुड़े क्षेत्रों में अचानक से भारी गिरावट आने की संभावना है। 
  • देश के प्रमुख नेता और बड़े पदों पर बैठे लोग बुध के गोचर काल के दौरान गैर-जिम्मेदारी वाले बयान दे सकते हैं जो उनकी मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर सकते हैं इसलिए आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। 
  • लोगों की रुचि पहले की अपेक्षा अधिक आध्यात्मिक गतिविधियों और धार्मिक कार्यों में होगी।    

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बुध का मीन राशि में गोचर: अपनाएं ये अचूक उपाय

  • किन्नरों का आशीर्वाद लें। 
  • बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ और हवन करें।  
  • बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए बुध के बीज मंत्र “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नम:” का जाप करें। 
  • प्रतिदिन भोजन करने से पहले गाय को चारा खिलाएं। 
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं। 

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