बुध का कुम्भ राशि में गोचर: 5 राशियों को अनुकूल और 2 को उठाने पड़ेंगे प्रतिकूल परिणाम!

एस्ट्रोसेज हमेशा अपने रीडर्स को किसी भी ज्योतिषीय घटना की जानकारी समय से पूर्व देता आया है ताकि आप खुद को उस घटना के लिए तैयार रख सकें। इसी कड़ी में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध का कुंभ राशि में गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। बुध ग्रह 20 फरवरी 2024 को सुबह 5:48 पर कुंभ राशि में गोचर कर जाएगा। कुंभ राशि में इस गोचर का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये जानने के लिए पढ़ें हमारा यह ब्लॉग अंत तक। 

कुंभ राशि में बुध गोचर के बारे में अधिक जानने के लिए विद्वान ज्योतिषियों से बात करें

बुध ग्रह से जुड़ी जानकारी 

बुध ग्रह को राजकुमार का दर्जा दिया गया है और इसे अक्सर देवताओं का दूत भी कहा जाता है। यह ग्रह तर्क और बुद्धि से जुड़ा हुआ है। बुध हमारी वाणी को भी नियंत्रित करता है। कुंडली में अगर बुध शुभ या सकारात्मक स्थिति में मौजूद हो तो इससे व्यक्ति मजबूत वक्त बनता है। वहीं इसके विपरीत अगर कुंडली में बुध अशुभ या फिर कमजोर है तो इससे व्यक्ति को मानसिक रूप से तमाम परेशानियां, दिमाग की कमजोरी, यहां तक की कई बार गूंगा बनाने की भी क्षमता रखता है।

बुध का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा फायदा

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें घर पर शासन करता है और इस वक्त आपके दसवें घर में गोचर कर जाएगा। वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर उत्तम रहने वाला है। इस गोचर के दौरान आपकी आय के स्रोत बढ़ेंगे और आप संपत्ति संचित करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने वाले हैं और ऐसा कर पाना आपके लिए आसान भी रहेगा। आप अपने प्रयासों से धन अर्जित करेंगे। इसके अलावा करियर के मोर्चे पर आप अपने करियर में अच्छा मुकाम हासिल करेंगे और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में भी आपको सहायता मिलेगी। इसके अलावा इस गोचर के दौरान आपको ढेरों यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। यहां तक की विदेश यात्रा के शुभ मौके भी आपको मिलने वाले हैं।

करियर के मोर्चे पर आपको अच्छी संभावनाएं प्राप्त होंगी। आपको अपनी नौकरी के सिलसिले में विदेश यात्रा के मौके प्राप्त हो सकते हैं। इसके अलावा आपको पदोन्नति और विशेष प्रोत्साहन भी मिलने की संभावना बन रही है जो आपका मनोबल बढ़ाएगी। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आप अच्छा मुनाफा कमाने के लिए अपने कार्यों को करने में ज्यादा गणनात्मक नजर आएंगे। आप अपने प्रतिस्पर्धियों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा बनकर उभरेंगे। आपके विचारों को आपके व्यावसायिक साझेदार अच्छी तरह से स्वीकार करेंगे।

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मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव का स्वामी है और आप यह आपके भाग्य, धर्म, आध्यात्मिकता, पिता, धर्म, आदि के नवम भाव में गोचर कर जाएगा। बुध के इस गोचर के प्रभाव स्वरूप आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप बहुत अधिक मात्रा में धन लाभ प्राप्त करने में कामयाब होंगे। व्यक्तिगत रूप से भी आपको गोचर का लाभ मिलने वाला है। आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं जिससे आपको चौतरफा लाभ मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपने पिता और गुरुओं का सहयोग प्राप्त होगा। इसके अलावा इस गोचर के दौरान आप अपने वरिष्ठों को प्रभावित करने में भी कामयाब रहेंगे। 

मुमकिन है कि आपको इस दौरान संपत्ति या सुख सुविधा से संबंधित कोई चीज भी प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा इस अवधि में आपमें आध्यात्मिकता की भावना ज्यादा विकसित होती नज़र आएगी और आप इस दौरान जीवन के तमाम मोर्चों पर सफल रहने वाले हैं। पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो आप अपने काम के संबंध में ज्यादा संतुष्टि महसूस करेंगे और इसके अलावा इस दौरान आप ऑनसाइट नौकरी के नए अवसर हासिल करने में भी सफलता पाएंगे। आप पदोन्नति और अन्य व्यावसायिक लाभ प्राप्त करने के लिए भी अनुकूल स्थिति में नजर आ रहे हैं जिससे नौकरी के मोर्चे पर आपके जीवन में ज्यादा खुशियां और संतुष्टि बनी रहेगी। 

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके विवाह, साझेदारी और व्यवसाय के सातवें घर में आ जाएगा। बुध के गोचर के फल स्वरुप आप अच्छे दोस्त और सहयोगी बनाने में कामयाब होंगे। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आप अपने दोस्तों और व्यावसायिक भागीदारों के साथ बुद्धिमानी पूर्ण फैसले लेकर व्यापार में अनुकूल स्थिति में नजर आएंगे। 

करियर के मोर्चे पर बात करें तो आप इस दौरान अपने काम के संबंध में किए गए प्रयासों से उत्कृष्ट सफलता प्राप्त करने में भी कामयाब होंगे। इस दौरान आपको अपने सहकर्मियों और वरिष्ठों से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। अपने वरिष्ठों से अच्छी पहचान प्राप्त करना भी इस समय अवधि में आपके लिए आसान रहने वाला है।

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके पंचम भाव में स्थित रहेगा। बुध के इस गोचर के दौरान आप आध्यात्मिक मामलों के संबंध में ज्यादा रुचि विकसित करते नजर आएंगे। साथ ही इस गोचर के दौरान आप आध्यात्मिक उद्देश्य के लिए यात्रा भी कर सकते हैं। करियर की मोर्चे पर बात करें तो नौकरी से संबंधित भी इस गोचर के दौरान आपको यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इन यात्राओं से आपके करियर में लंबे समय तक फायदा मिलेगा। 

करियर के मोर्चे पर बात करें तो इस गोचर के दौरान आपको पदोन्नति और अन्य प्रोत्साहन प्राप्त हो सकते हैं और मुमकिन है कि ऐसा आपके समर्पण और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की वजह से मुमकिन हो। आपको अपने वरिष्ठों से कड़ी मेहनत के लिए उचित मान्यता प्राप्त होगी। अगर आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो भी आपको फायदा मिलेगा। अगर आप रचनात्मकता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और इंटीरियर डिजाइनिंग आदि से संबंधित हैं तो इस गोचर का आपको निश्चित रूप से लाभ मिलने वाला है।

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और इस दौरान आपके तीसरे घर में स्थित रहने वाला है। बुध के गोचर के फल स्वरुप अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको अच्छी प्रगति प्राप्त होगी। अगर आप विदेश जा रहे हैं तो भी आपको लाभ मिलेगा। इस गोचर के दौरान आपके व्यापार के संबंध में आपको विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है। करियर के मोर्चे पर बात करें तो आप अपनी नौकरी में जो भी काम करेंगे उसके संबंध में आपको अच्छा लाभ और रिटर्न प्राप्त होगा। आप जो भी लाभ प्राप्त करेंगे मुमकिन है कि ऐसा आपके कठिन प्रयासों के चलते मुमकिन हो पाए। 

आपके वरिष्ठ आपकी मेहनत और समर्पण से प्रभावित नजर आएंगे। आप अपने आपको कुशल बनाएंगे और कार्यस्थल पर आगे बढ़ाने के बेहतर अवसर प्राप्त करेंगे। व्यावसायिक मोर्चे पर बात करें तो अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आप अपने प्रयासों से अच्छा लाभ कमा सकते हैं। आप अपने व्यवसाय में एक मजबूत व्यक्ति के रूप में उभरेंगे और अपनी पूरी दक्षता दिखाकर अधिक लाभ प्राप्त करने में कामयाब होंगे। इस गोचर के दौरान आप अपने व्यवसाय के क्षेत्र में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी के रूप में अपनी छवि बनाने में भी कामयाब रहेंगे।

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बुध का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके ग्यारहवें घर में स्थित रहेगा। बुध के इस गोचर के फल स्वरुप आप उतना लाभ नहीं कमा पाएंगे जितने की आप उम्मीद कर रहे हैं। इसके अलावा आप जिस पदोन्नति की उम्मीद कर रहे हैं वह भी आपके हाथ से निकल सकती है। जहां पेशेवर तौर पर यह अवधि आपके लिए थोड़ी ठंडी साबित हो सकती है।

हालांकि लंबे समय में लाभ प्राप्त करने में आप खुद को सक्षम बनाने में इस समय का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए यह समय अनुकूल संकेत दे रही है। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको बहुत अधिक प्रयास करने पर मध्यम लाभ प्राप्त हो सकता है और व्यावसायिक साझेदारों से ज्यादा सहयोग की उम्मीद भी आप इस दौरान ना करें। आप व्यवसाय में नई नवीन पद्धतियां लाने की स्थिति में नजर आएंगे और इस प्रकार आप इन नवीन पद्धतियों से उच्च लाभ प्राप्त करने में कामयाब होंगे।

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और इस दौरान आपके बारहवें घर में गोचर कर जाएगा। बुध के इस गोचर के फल स्वरुप आपको अपने काम को लेकर और नौकरी को लेकर बहुत ज्यादा दबाव की स्थिति से जूझना पड़ सकता है। इस दौरान आपके खर्च भी बढ़ने वाले हैं। नौकरी के अवसर भी ज्यादा संतोषजनक नहीं रहेंगे। 

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो इस अवधि के दौरान आपको वह पहचान और मूल्य नहीं मिल पाएगा जिसके आप असल में हकदार हैं। आपको अपने सहकर्मियों और वरिष्ठों से सहयोग नहीं मिलेगा। आप में अधिक काम करने की प्रेरणा इसके चलते कम नजर आएगी। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो मुमकिन है कि आप इस दौरान अपने निर्धारित सेल्स लक्ष्य को हासिल ना कर पाएँ लेकिन धैर्य रखें भविष्य में चीज़ें अनुकूल हो जाएंगी।

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बुध का कुंभ राशि में गोचर प्रभावशाली उपाय

  • भगवान बुध के जप के लिए मंत्र ‘ॐ ब्राम ब्रीम ब्रौम सः बुधाय नमः’ का नियमित रूप से जप करें। इस उपाय को बुध से संबंधित सबसे कारगर उपायों में से एक माना गया है। 
  • बुध ग्रह को शांत करने के लिए तोता, कबूतर और अन्य पक्षियों को खाना खिलाएँ। 
  • खाने से पहले दिन में कम से कम एक बार गाय को खाना अवश्य खिलाएं। इससे बुध ग्रह के शुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं। 
  • हरी सब्जियां जैसे पालक और अन्य पत्तेदार सब्जियां गरीब बच्चों को दान करें या फिर खिलाएँ। 
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएँ। इससे भी कुंडली में कमजोर बुध मजबूत बनता है। 
  • बुध के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए अपनी मौखिक स्वच्छता बनाए रखें। यह भी एक बेहद ही कारगर उपाय माना गया है।

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