बुध धनु राशि में मार्गी: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को वाणी, बुद्धि और तर्क आदि का कारक माना गया है जो सूर्य के सबसे निकट स्थित है। इसका संबंध धन और भाग्य से होता है। वास्तव में, बुध एक आकर्षक व्यक्तित्व वाला ग्रह है और यह अपनी वाणी से किसी को भी मोहित करने में समर्थ हैं। इसी क्रम में, बुध की स्थिति में परिवर्तन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और अब ये एक महीने के अंदर तीसरी बार अपनी स्थिति में बदलाव करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध धनु राशि में मार्गी की तिथि, समय एवं इसके प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, कुंडली में कमज़ोर बुध की पहचान कैसे करें? इसके बारे में भी हम बात करेंगे। आइये आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
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बुध धनु राशि में मार्गी: तिथि और समय
अगर बुध गोचर की बात करें तो, ग्रहों के राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध बुध लगभग एक महीने तक किसी राशि में रहते हैं और उसके बाद अपनी राशि परिवर्तन करते हैं। आपको बता दें कि साल 2023 के पहले महीने यानी जनवरी में बुध ग्रह अपनी स्थिति में तीसरी बार परिवर्तन करने जा रहे हैं। सबसे पहले बुध 02 जनवरी 2023 को धनु राशि में अस्त हो गए थे और इसके बाद, इनका उदय 13 जनवरी 2023 को धनु राशि में होगा और सबसे अंत में 18 जनवरी 2023 की शाम 06 बजकर 18 मिनट पर बुध धनु में मार्गी हो जाएंगे।
क्या होती है किसी ग्रह की मार्गी अवस्था?
ज्योतिष के अनुसार, किसी ग्रह के मार्गी होने का अर्थ उस ग्रह की उल्टी चाल यानी कि वक्री स्थिति से सीधी स्थिति में आने को मार्गी कहा जाता है। जिस तरह से ग्रहों का गोचर महत्वपूर्ण होता है उसी प्रकार ग्रहों की स्थिति में होने वाले इन बदलावों को भी अहम माना जाता है।
बुध का ज्योतिष और हमारे जीवन में महत्व
नवग्रहों में बुध सबसे सौम्य और शांत है जिसे शुभाशुभ ग्रह माना जाता है और यह कुंडली के जिस भाव में जिस ग्रह के साथ होता है उसी के अनुसार फल प्रदान करता है। बुध देव को मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है और इन्हें दोहरे स्वभाव वाला ग्रह कहा जाता है। वहीं, मानव शरीर में बुध ग्रह के अंतर्गत कान, तंत्रिका तंत्र, फेफड़े, त्वचा आदि अंग आते हैं और करियर के क्षेत्र में व्यापार, एकाउंट्स, मोबाइल, वाणिज्य, नेटवर्किंग, बैंकिंग, कंप्यूटर आदि पर बुध का नियंत्रण होता है।
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सौरमंडल में बुध ग्रह को मस्तिष्क के तौर पर देखा जाता है और संचार के स्वामी होने के नाते यह व्यक्ति के जीवन में स्वर कंठ को नियंत्रित करते हैं। जिन जातकों की कुंडली में बुध शुभ स्थिति में होते हैं वे लोग स्वभाव से तो अच्छे होते ही हैं लेकिन गायन में विशेष रूप से अच्छे होते हैं। इसके अलावा, ऐसे लोग जिनकी कुंडली में बुध अशुभ या कमज़ोर स्थिति में होता है उनके रिश्ते अपने दोस्तों और परिवारजनों के साथ ज्यादा ख़ास नहीं होते हैं।
कुंडली में कमज़ोर बुध को कैसे पहचानें?
- आर्थिक संकट से घिर जाते हैं और कर्ज़ बढ़ने लगते हैं।
- मान-सम्मान में कमी आती है।
- आत्म-विश्वास में गिरावट देखने को मिलती है।
- परिवार की महिला रिश्तेदारों जैसे बहन, बुआ, मौसी आदि से रिश्ते ख़राब होने लगते हैं।
इन उपायों से होगा कुंडली में बुध मज़बूत
- बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें।
- बुधवार के दिन व्रत करें।
- हरे और नीले रंग की वस्तुओं का दान करें।
- अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद बुध को मज़बूत करने के लिए पन्ना रत्न धारण करें।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
बुध धनु राशि में मार्गी: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो आपके….(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी हैं और ये आपके आठवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। आठवें भाव में….(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
बुध आपके लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब ये आपके सातवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं जो जीवनसाथी और बिज़नेस….(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
बुध आपके बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं जो आपके छठे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। ये शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा….(विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
सिंह राशिवालों के लिए बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और ये दोनों धन के भाव हैं। बुध आपके पांचवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं और….(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
आपके दसवें और लग्न भाव के स्वामी बुध माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन, संपत्ति के भाव यानी चौथे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में बुध धनु राशि में….(विस्तार से पढ़ें)
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तुला राशि वालों के लिए बुध आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। तीसरे भाव को भाई-बहन….(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
बुध आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके परिवार, बचत और भाषण के भाव यानी कि दूसरे भाव में मार्गी….(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लग्न भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। यदि बुध पहले भाव में विराजमान….(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब ये आपके बारहवें भाव में मार्गी हों जाएंगे। बारहवें…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब ये आपके ग्यारहवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। यह भाव आर्थिक लाभ…(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके प्रोफेशन, कार्यक्षेत्र के भाव यानी कि दसवें भाव में मार्गी होने…(विस्तार से पढ़ें)
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