बुध का धनु राशि में गोचर (3 दिसंबर 2022), इन राशियों को मिलेंगे सकारात्मक परिणाम!

बुध का धनु राशि में गोचर होने जा रहा है और साल के आखिरी महीने में होने वाला ये गोचर सभी राशियों पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डाल सकता है। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम जानेंगे कि किन राशियों के लिए ये गोचर फायदेमंद साबित होगा? किन राशियों को मिलेंगे गोचर के दौरान अनुकूल परिणाम? साथ ही, किन उपायों को करने से बुध होगा मजबूत? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे आपको इस ब्लॉग में। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग बुध के धनु राशि में गोचर का समय, तिथि आदि की जानकारी प्रदान करेगा। तो आइए बिना देरी किये जानते हैं बुध के धनु राशि में गोचर के बारे में। 

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बुध का धनु राशि में गोचर: तिथि और समय

बुध 03 दिसंबर, 2022 शनिवार के दिन सुबह 06 बजकर 34 मिनट पर धनु राशि में गोचर करेंगे। सौरमंडल के सबसे छोटे और तेज गति से चलने वाले बुध का ये गोचर धनु राशि के अलावा सभी राशियों को प्रभावित करेगा। तो आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं 12 राशियों पर बुध के धनु राशि में गोचर से होने वाले प्रभाव पर।

ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को अत्यंत शुभ माना जाता है। बुध को मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है और इनकी उच्च राशि कन्या है तो नीच की राशि मीन है। बुध को बुद्धि, संवाद, चतुरता, मित्र और गणित का कारक माना गया है और इनकी मित्रता सूर्य और शुक्र के साथ हैं।  वहीं चंद्रमा और मंगल बुध के शत्रु माने जाते हैं। 

कुंडली में कमजोर बुध के कारण जातकों को कई बार खराब स्वास्थ्य का भी सामना करना पड़ सकता है। नसों, गले, त्वचा से जुड़ी परेशानियों कमजोर बुध के कारण पैदा हो सकती हैं। 

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कुंडली में कमज़ोर बुध के प्रभाव

बुध ग्रह को जितना लाभकारी माना गया है, इसके कमजोर होने के कारण जातकों को उतनी ही परेशानियां भी झेलनी पड़ती हैं। किसी जातक की कुंडली में बुध अगर अशुभ ग्रह के संपर्क में आ जाता है, तो इसके दुष्प्रभाव के कारण जातक को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कई बार इसके प्रभाव से जातक अपनी बातों को सही ढंग से कहने में नाकाम रह सकता है, इसके अलावा उन्हें गणित से जुड़ी परेशानियां भी झेलनी पड़ती है।

अशुभ बुध के प्रभाव से जातक मानसिक रूप से कमजोर भी हो जाते हैं। वहीं बिजनेस की बात करें तो जातकों को धन हानि का सामना करना पड़ सकता है और जीवन में दरिद्रता आने की संभावना होती है। हालांकि इसके लिए कई उपाय किए जा सकते हैं जिससे कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत हो सकती है। आइए उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

बुध को मजबूत करने के उपाय

  • भगवान विष्णु की पूजा करें।
  • बुधवार के दिन व्रत और पूजन करें।
  • बुधवार के दिन बुध से जुड़ी चीजों का दान करें जैसे हरी घास, कांसे के बर्तन, हरे-नीले रंग के कपड़े आदि।
  • बुधवार के दिन हरे या लाल रंग के कपड़े पहनें।
  • बुध को मजबूत करने के लिए जातक पन्ना धारण कर सकते हैं।

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बुध का धनु राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा पांचवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा चौथे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध…(विस्तार से पढ़ें)

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कन्या

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के…(विस्तार से पढ़ें)

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के …(विस्तार से पढ़ें)

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान …(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध…(विस्तार से पढ़ें)

मीन

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके…(विस्तार से पढ़ें)

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