29 जनवरी को मकर राशि में बुध अस्त समाप्त: पढ़ें राशिनुसार भविष्यफल

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को ज्ञान और विद्या का कारक माना गया है। यह ग्रह त्वचा और नसों का प्रतिनिधित्व करता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में बैठा होता है ऐसे जातक शिक्षा में कामयाब रहते हैं, व्यापार में सफलता हासिल करते हैं, और साथ ही ऐसे लोग विश्लेषणात्मक सोच के दम पर सही निर्णय लेने में भी कामयाब रहते हैं। वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में नहीं होता है अर्थात दुर्बल अवस्था में होता है ऐसे लोग पढ़ाई में कमजोर होते हैं साथ ही इनके जीवन में आलस से निरंतर बना रहता है।

किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कैसी है उसी के अनुरूप व्यक्ति को बुध ग्रह से संबंधित शुभ और अशुभ परिणाम मिलते हैं। बुध ग्रह की इतनी बातें करने के बाद हम आपको इस बात की जानकारी दे दें कि, जल्द ही जनवरी में बुध ग्रह अस्त से उदय होने जा रहा है। बुद्धि और ज्ञान का प्रमुख कारक बुध ग्रह 29 जनवरी 2022 को मकर राशि में सुबह 5 बजकर 07 मिनट पर अपनी अस्त अवस्था से उदय अवस्था में आ जाएगा।

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ज्योतिष के अनुसार कहा जाता है कि जब कोई ग्रह अस्त होता है तो वह अपने उपयुक्त परिणाम प्रदान करने की शक्ति खो देता है। लेकिन क्योंकि बुध ग्रह सूर्य से नजदीकी ग्रह है इसलिए इसके अस्त का प्रभाव गंभीर नहीं होता है। इसके चलते यह आंशिक रूप से किसी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। साथ ही इसके प्रभाव स्वरूप व्यक्ति ज्ञान से वंचित हो सकते हैं या फिर उनके अंदर ज्ञान की कमी देखने को मिल सकती है। ऐसे में अब बुध ग्रह 29 जनवरी को शनि द्वारा शासित मकर राशि में वापस अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है।

कहना गलत नहीं होगा कि जब एक बार फिर बुध ग्रह अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है तो यह व्यक्ति के जीवन में बुद्धि, शिक्षा, व्यावसायिक विचारों आदि के संदर्भ में ज्यादा कुशलता के साथ परिणाम प्रदान करेगा। बुद्ध का उदय होना इस बात को दर्शाता है कि, फिर से संचार, नए व्यापार विचारों, तार्किक सोच, और विश्लेषण आदि में अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

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29 जनवरी को मकर राशि में बुध अस्त समाप्त: पढ़ें राशि अनुसार भविष्यवाणियां

मेष राशि

मेष आक्रामक ग्रह मंगल द्वारा शासित एक पुरुष और उग्र राशि मानी गई है। यहाँ जानते हैं बुध अस्त समाप्त होने का मेष राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और बुध आपकी राशि के दसवें भाव में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से आपको करियर में अच्छी सफलता प्राप्त होगी। इस दौरान आपको कई नए मौके और अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। इसके अलावा इस दौरान आप करियर से संबंधित किसी लंबी यात्रा पर भी जा सकते हैं। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें इस दौरान अच्छा लाभ और अच्छा धन प्राप्त होगा। व्यक्तिगत मोर्चे पर आप अपने जीवन साथी के साथ मधुर सम्बन्ध का आनंद उठाएंगे जिससे आपके प्रेम में आकर्षण देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य की बात करें तो इस दौरान आपके जीवन में उत्साह नजर आएगा जिससे आप खुद को फिट और स्वस्थ महसूस करेंगे।

उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।

वृषभ राशि 

वृषभ एक पृथ्वी तत्व की स्त्री राशि है। बुध दूसरे और पांचवें घर का स्वामी है और बुध को आपकी राशि के संबंध में नौवें घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से आपको करियर के सन्दर्भ में अनेकों यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। कार्यक्षेत्र पर आपके वरिष्ठ लोग आपके कठिन परिश्रम की सराहना करते नज़र आयेंगे, साथ ही इस दौरान आपको प्रमोशन भी हासिल हो सकता है। इन सभी सकारात्मक बातों से आपको संतुष्टि मिलेगी और आपका मनोबल बढ़ेगा। यदि आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस समय अवधि में आपको तमाम सफलता और भाग्य का साथ प्राप्त होगा। व्यक्तिगत मोर्चे पर आप अपने जीवनसाथी के साथ खुशहाल और आनंदमय समय का लाभ उठाएंगे। स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा और आप खुद को फिट महसूस करेंगे।

उपाय: प्रतिदिन 41 बार ‘ॐ बुधाय नमः” मंत्र का जप करें। 

मिथुन राशि 

मिथुन एक सामान्य और स्त्री राशि है। बुध पहले और चौथे घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में आठवें घर में स्थित है। 

बुध के उदय होने के प्रभाव से आप अपने करियर से संतुष्ट नहीं होंगे और साथ ही आप काम का ज्यादा बोझ इस समय अवधि में महसूस कर सकते हैं। काम को समय सीमा पर पूरा करने में भी आप असफल रहेंगे और मुमकिन है कि इस दौरान आपसे काम में गलतियाँ ज्यादा होने वाली हैं। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो लाभ प्राप्त करने के लिए यह समय उपयुक्त नहीं साबित होगा। व्यक्तिगत मोर्चे पर भी ग़लतफ़हमी के चलते आपके रिश्तों में थोड़ी खटास देखने को मिल सकती है। इसके अलावा इस समय में आपको अपनी आँखों की जांच करानी पड़ सकती है, सावधान रहें।

उपाय: प्रतिदिन नारायणीयम का जाप करें।

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कर्क राशि 

कर्क एक स्त्री और चर राशि चिन्ह है। बुध तीसरे और बारहवें घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में सातवें घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से आपको मनचाहे नतीजे नहीं प्राप्त होंगे। पेशेवर जीवन के लिहाज से इस समय अवधि में आपका आपके सहकर्मियों के साथ कुछ वाद विवाद होने की आशंका बन रही है। यदि आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस समय अवधि में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा रिश्तो के संबंध में इस दौरान कुछ परेशानियां आपके जीवन में बनी रहने वाली हैं। स्वास्थ्य मोर्चे पर भी आपको कुछ तकलीफ उठानी पड़ सकती है। इस समय अवधि में विशेषतौर पर आपके पैर और जांघों में दर्द आपको परेशान कर सकता है। 

उपाय: हनुमान चालीसा का जाप करें।

सिंह राशि 

सिंह अग्नि तत्व की पुरुष राशि मानी गई है। बुध दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में छठे घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से आपको अपने द्वारा उठाए गए कदमों में कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय अवधि में आप संतुष्ट नहीं होंगे। पेशेवर जीवन की बात करें तो इस दौरान कार्य क्षेत्र में काम का अधिक दबाव होने के साथ-साथ कार्यक्षेत्र में आपकी मान सम्मान में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस दौरान आपको अपने प्रतिस्पर्धियों से उच्च प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते हैं आप कुछ बेहद ही खास अवसर खो सकते हैं। प्रेम की बात करें तो उसके लिहाज से भी समय अनुकूल नहीं रहने वाला है। इस दौरान आपको अपने दांतों की जांच कराने की जरूरत पड़ सकती है।

उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदयम स्त्रोत का पाठ करें। 

कन्या राशि 

कन्या एक स्त्री और सामान्य राशि चिन्ह मानी गई है। बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में पांचवें घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से पेशेवर जीवन के लिहाज से आपको नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं जो आपके लिए लाभदायक भी साबित होंगे। इसके अलावा इस दौरान आप अपनी नौकरी के चलते यात्रा पर भी जा सकते हैं। इस राशि के जो लोग व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं उनको इस समय अवधि में सफलता और लाभ दोनों प्राप्त होगा। जो लोग प्रेम में है वह इस समय अवधि में अपने रिश्ते को वैवाहिक बंधन में तब्दील करने में कामयाब रहेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।

उपाय: बुध के लिए होम करें।

तुला राशि 

तुला वायु तत्व की स्त्री राशि चिन्ह है। बुध नौवें और बारहवें घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में चौथे घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से इस दौरान आप अपनी नौकरी बदलने का विचार कर सकते हैं। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको लाभ कमाने की राह में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस समय में आपको अपने व्यवसायिक पार्टनर से किसी प्रकार की बाधा या रुकावट का सामना भी करना पड़ सकता है। व्यक्तिगत मोर्चे पर कुछ पारिवारिक परेशानियां आपको दिक्कत में डाल सकती हैं। हालांकि आप समय रहते इसका हल निकालने में कामयाब रहेंगे। स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो इस दौरान आपके पैरों में दर्द रहने वाला है।

उपाय: शुक्रवार के दिन गायों को हरी पत्तियां खिलाएं।

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक जलीय तत्व की स्त्री राशि चिन्ह है। बुध आठवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में तीसरे घर में स्थित है। 

बुध के उदय होने के प्रभाव से पेशेवर जीवन में करियर के संदर्भ में आपके जीवन में कुछ बाधाएं और रुकावटें आ सकती हैं। हालांकि आप इन रुकावटों का हल निकालने में कामयाब रहेंगे। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित है तो आपको मनमाफिक लाभ प्राप्त नहीं होगा। रिश्तों की बात करें तो संचार या बातचीत में परेशानी की वजह से आपके और आपके जीवन साथी के रिश्ते में भी कुछ खटास देखने को मिल सकती है। स्वास्थ्य के संदर्भ में इस दौरान नर्वस परेशानियां आपको दिक्कत में डाल सकती हैं।

उपाय: लक्ष्मी नारायण होम करें।

धनु राशि 

धनु अग्नि तत्व की पुरुष राशि है। बुध सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में दूसरे भाव में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से नौकरी के संदर्भ में आप अपने काम को पूरा करने में प्रभावी ढंग से समय का उपयोग करने में असफल हो सकते हैं। हालांकि आप अपने संचार कौशल से जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रहेंगे। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आप अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए उपयोगी ज्ञान हासिल करने में कामयाब रहने वाले हैं। रिश्ते की बात करें तो इस समय अवधि में आपको अपने पार्टनर के साथ समझ में थोड़ी दिक्कतें उठानी पड़ सकती हैं। स्वास्थ्य मोर्चे पर आपको पैर में दर्द की समस्या दिक्कत में डाल सकती है।

उपाय: विशेष तौर पर गुरुवार के दिन अपने बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद अवश्य लें

मकर राशि 

मकर पृथ्वी तत्व की चर राशि है। बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी है और आपके राशि के संबंध में पहले घर में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से कार्यक्षेत्र में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। साथ ही इस समयावधि में आपके प्रमोशन के भी प्रबल योग बन रहे हैं। आर्थिक प्रवाह शानदार रहने वाला है। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं तो इस दौरान भाग्य आपका साथ देगा और आप अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में कामयाब रहेंगे। रिश्ते के संदर्भ में बात करें तो इस दौरान आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्ता बेहद ही खूबसूरत और समृद्धि से भरा रहने वाला है। स्वास्थ मोर्चे पर आप फिट और तंदुरुस्त महसूस करेंगे।

उपाय: प्रतिदिन 41 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।

कुंभ राशि 

कुंभ एक वायु तत्व की निश्चित राशि है। बुध आपके पांचवें और आठवें घर के स्वामी हैं और आपकी राशि के संबंध में बारहवें घर में स्थित है। 

बुध के उदय होने के प्रभाव से नौकरी के संदर्भ में आपको संतुष्टि में कमी और कुछ दबाव का सामना करना पड़ सकता है। धन का प्रवाह एक समान नहीं रहने वाला है। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है। रिश्तो की बात करें तो आपके रिश्ते में खुशी की कमी देखने को मिलेगी। जिससे आपके रिश्ते में सद्भाव की कमी रहने वाली है। इस समय अवधि में आपको अपनी आंखों की जांच करने की आवश्यकता पड़ सकती है। 

उपाय: रोज सुबह कौवों को खाना खिलाएं।

मीन राशि 

मीन एक आम और जलीय तत्व की राशि है। बुध पांचवें और आठवें भाव का स्वामी है और आपकी राशि के संबंध में ग्यारहवें भाव में स्थित है।

बुध के उदय होने के प्रभाव से करियर के संदर्भ में इस समय आपको अपार सफलता हासिल होगी। इसके अलावा नौकरी में भी आपको शुभ परिणाम और सम्मान हासिल होगा। धन का प्रवाह सुचारू रूप से रहने वाला है। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र में तो आप अपने मौजूदा व्यवसाय को बढ़ाने या नया व्यवसाय शुरू करने के संदर्भ में कदम आगे बढ़ा सकते हैं। रिश्तो में सौहार्द और प्रेम देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।

उपाय: प्रतिदिन 21 बार ‘ॐ गुरुवे नमः’ मंत्र का जाप करें।

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