बुध मेष राशि में अस्त: खुलेगा मेष सहित इन 3 राशियों की किस्मत का ताला!

बुध मेष राशि में अस्त 2023: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको मेष राशि में बुध के अस्त के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे। बता दें कि बुद्धि के कारक बुध 23 अप्रैल 2023 की रात 11 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि में अस्त होंगे। आइये अब जानते हैं कि बुध की अस्त अवस्था से राशि चक्र की कौन सी 3 राशियां सबसे ज़्यादा लाभान्वित होने वाली हैं।

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सौरमंडल में सबसे छोटा ग्रह बुध है और यह सूर्य के सर्वाधिक निकट है। वैदिक ज्योतिष में बुध बुद्धि और तर्क के कारक हैं। बुध की मजबूत स्थिति के परिणामस्वरूप जातक को अच्छे स्वास्थ्य और तेज बुद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जातक उच्च सफलता और अनुकूल परिणाम भी हासिल करता है। यही नहीं मजबूत बुध के कारण जातक ज्ञान अर्जित करने में सक्षम होता है। साथ ही, बिज़नेस में उन्नति करता है। वहीं दूसरी ओर यदि बुध अशुभ ग्रहों जैसे राहु/केतु और मंगल आदि के साथ युति करते हैं तो जातकों को जीवन में कई तरह की समस्याओं व संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यदि बुध बृहस्पति जैसे शुभ ग्रहों के साथ युति करते हैं तो इसके प्रभाव से जातकों को व्यापार, ट्रेड और सट्टेबाज़ी यानी कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि में दोगुने परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।

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ज्योतिष में बुध अस्त का महत्व

जब कुंडली में ग्रहों के राजा सूर्य के समीप कोई ग्रह आता है, तो वह बलहीन होकर अस्त हो जाता है। किसी भी ग्रह के अस्त होने पर उसका प्रभाव और उसकी सभी शक्तियां शून्य हो जाती हैं। इस समय काल में ग्रह शुभ परिणाम देने में असमर्थ होते हैं। जब बुध सूर्य के 14 डिग्री या उससे कम डिग्री के अंतराल पर आ जाते हैं तो उस स्थिति को बुध ग्रह का अस्त होना माना जाता है।

बुध मेष राशि में अस्त: इन 3 राशियों को मिलेगी समस्याओं से मुक्ति!

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके पहले भाव में अस्त होंगे। इस अवधि के दौरान आप मेहनत करने के लिए प्रेरित होंगे और अपने पथ और दिशा पर पुनर्विचार करेंगे। करियर के लिहाज़ से, इस दौरान आपको कई नए अवसर मिलेंगे जो आपके विकास के लिए बेहतर साबित होंगे। आप अपने लिए उच्च मूल्य या मानक स्थापित करेंगे जो आपको सफलता के साथ-साथ नौकरी में सकारात्मक परिणाम देंगे।

जो लोग सरकारी नौकरी या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं वे इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे। बुध की अस्त अवस्था के दौरान जो जातक व्यापार कर रहे हैं वे अपने लक्ष्यों को पाने की स्थिति में होंगे और अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में भी सफल होंगे। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप अपने व्यापार में लाभ अर्जित करेंगे। यह समय कोई नई स्किल सीखने या किसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए भी अनुकूल है।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होंगे। बुध की यह स्थिति मिथुन राशि वालों के जीवन के सभी पहलुओं के लिए अनुकूल कही जा सकती है। यह समय अपनी नींव को मजबूत करने के लिए बेहतर रहेगा। करियर के लिहाज़ से, बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान कार्यक्षेत्र में मिलेजुले परिणाम दे सकते हैं लेकिन तैयारी करने और भविष्य में सफलता हासिल करने के लिए यह एक शानदार समय है। ऐसे में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें।

जिन जातकों का अपना व्यापार है उन्हें इस अवधि में अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता होगी और अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि इस दौरान आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बिज़नेस में सफलता हासिल करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाकर चलने की आवश्यकता होगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं जो आपके आठवें भाव में अस्त होंगे। बुध की अस्त अवस्था कन्या राशि वालों के लिए अनुकूल रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। हालांकि असंतुष्टि की भावना दिख सकती है। यह समय कठिन परिश्रम करने के लिए और भविष्य में इसका लाभ उठाने के लिए अनुकूल है। यह अवधि सट्टा बाज़ार जैसे कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि से जुड़े लोगों के लिए भी बेहतर साबित होगी।

जिन लोगों का खुद का व्यापार है उन्हें इस अवधि में नुकसान हो सकता है लेकिन बुध के अस्त अवस्था से बाहर निकलते ही सफलता प्राप्त होने के योग बनेंगे। ऐसे में आपको योजना बनाकर व्यवस्थित तरीके से काम करने की सलाह दी जाती है ताकि भविष्य में आप अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सफल हों।

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बुध मेष राशि में अस्त: अचूक उपाय 

यहां हम आपको कुछ सरल एवं अचूक उपाय प्रदान कर रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अस्त बुध के बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

  • प्रतिदिन बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (दूब घास) अर्पित करें।
  • घर और कार्यस्थल पर बुध यंत्र स्थापित करें और विधि-विधान से पूजा करें।
  • प्रतिदिन 108 बार ‘ॐ बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करें।
  • महीने के एक बुधवार को बुध देव के लिए यज्ञ/हवन करें।
  • प्रतिदिन भीगे हुए चने पक्षियों को खिलाएं।

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